सूरत : भारत सरकार की ओर से देश भर में 11 से 'हर घर तिरंगा' अभियान चलाया जाएगा. इस अभियान के तहत तहत स्वतंत्रता दिवस पर लोगों को अपने घरों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा. यह पहल आजादी का अमृत महोत्सव का एक हिस्सा होगी, जो भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने के जश्न के रूप में मनाई जाएगी. 17 अगस्त तक आयोजित होने वाले इस अभियान के लिए गुजरात की 'टेक्सटाइल सिटी' 10 करोड़ झंडे तैयार करेगी. इस भारी खेप को लेकर कपड़ा उद्योग भी उत्साहित है. इसके लिए सूरत के उद्योगपतियों ने भी भिवंडी से 'रोटा' कपड़ा मंगवाया है.
हर घर तिरंगा अभियान : इस अभियान के तहत एक सप्ताह तक 72 करोड़ तिरंगे पूरे देशभर में फहराए जाएंगे. जिसके लिए भारत सरकार ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. प्रत्येक कपड़ा उद्योगों के उद्योगपतियों से भी 72 करोड़ तिरंगे तैयार करने के लिए संपर्क किया गया है. ये तिरंगे झंडे देश के अलग-अलग कोनों में भेजे जाएंगे, जिसमें से 100 मिलिनयन तिरंगे झंडों का ऑर्डर सूरत के मिल मालिकों को मिला है. छोटे तिरंगे झंडों से लेकर बड़े तिरंगे झंडों तक तैयार किए जाएंगे.
भिवाड़ी से आएगा तिरंगे का कपड़ा : दक्षिण गुजरात प्रोसेसिंग हाउस यूनिट एसोसिएशन के अध्यक्ष जीतू वखारिया ने बताया कि भारत सरकार ने हमसे संपर्क किया है और हम तिरंगा झंडा बनाने के लिए तैयार हैं. सूरत के कपड़ा उद्योग से जुड़े व्यापारियों द्वारा करीब 10 करोड़ तिरंगे झंडे बनाए जाएंगे. प्रत्येक मिल मालिक को रुपये का भुगतान किया जाएगा. इसके साथ ही भिवाड़ी से तिरंगे का कपड़ा मंगवाया गया है, जिसे 'रोटा क्लॉथ' के नाम से जाना जाता है. लगभग पांच मिलें झंडे का उत्पादन करने के लिए तैयार हैं.
उन्होंने कहा कि 26 जुलाई तक 10 करोड़ तिरंगे झंडों को बनाने का लक्ष्य है. लगभग पांच मिलें इन तिरंगे झंडों को तैयार करेंगी. तिरंगा झंडा दिल्ली भेजा जाएगा. तिरंगे की छपाई से लेकर कपड़े तक हर चीज का पूरा ध्यान दिया गया है.