खूंटी: झारखंड-बिहार के नटवरलाल को खूंटी पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया है. दरअसल, आरोपी अटल बिहारी उर्फ बिहारी मंडल उर्फ दीपक कुमार की तलाश पुलिस को लंबे समय से थी. आरोपी ने झारखंड-बिहार में कई बैंक मैनेजर, रेलवे अधिकारी और अन्य बड़े पदाधिकारियों से लाखों की ठगी की थी. वह खुद को पीएचईडी विभाग का जेई बताकर पदाधिकारियों और आम लोगों को झांसे में लेता था और ठगी की वारदात को अंजाम देता था. खूंटी पुलिस ने गोड्डा जिला के मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के ढोंढरी गांव निवासी आरोपी को खूंटी के सोयको थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया है. इस दौरान पुलिस ने आरोपी के पास से चार मोबाइल फोन, तीन आधार कार्ड, एक मोटरसाइकिल, एक चेक बुक, चाबी का गुच्छा और 11260 रुपए नगद बरामद किया है. एसपी अमन कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस का विस्तार से जानकारी दी है.
पुलिस ने आरोपी की पत्नी के बैंक खाते में जमा रुपए को किया होल्डः खूंटी पुलिस ने आरोपी की पत्नी के बैंक खाते में जमा साढ़े सात लाख रुपए भी होल्ड कर दिया है. बताते चलें कि आरोपी की पत्नी पंचायत समिति सदस्य भी हैं. पुलिस ने पीड़ित द्वारा बताए गए हुलिए के आधार पर विशेषज्ञ से आरोपी का स्केच बनवा कर तकनीकी और सीसीटीवी फुटेज समेत अन्य सहायता से ठग को गिरफ्तार किया है. अब पुलिस मामले में आरोपी से पूछताछ कर रही है.
सायको थाना क्षेत्र निवासी से भी की थी 1.32 लाख की ठगीः इस संबंध में खूंटी एसपी अमन कुमार ने बुधवार को एसपी कार्यालय सभागार में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर विस्तृत जानकारी दी. एसपी अमन कुमार ने बताया कि सोयको थाना क्षेत्र निवासी दसाय मुंडा ने छह जून को सोयको थाना में ठगी का मामला दर्ज कराया था. शिकायत में उन्होंने कहा था कि अपने आप को पीएचईडी विभाग का जेई बताने वाले दीपक कुमार ने उनसे तीन जून को जलमीनार बनाने का काम दिलाने के बात कह कर मुलाकात की थी. इसके लिए दीपक कुमार ने उसे डीसी आवासीय कार्यालय में बुलाकर केसिंग पाइप दिलाने के नाम पर 1.32 लाख रुपए की ठगी कर गायब हो गया.
पीड़ित ने सायको थाना में कराई थी प्राथमिकी दर्जः इस संबंध में पीड़ित दसाय मुंडा ने सोयको थाना में दीपक कुमार के नाम पर प्राथमिकी दर्ज कराई थी. एसपी ने बताया कि कांड की गंभीरता को देखते हुए डीएसपी अमित कुमार के नेतृत्व में एसआईटी गठित की गई थी. गठित एसआईटी द्वारा तकनीकी और तथ्यपरक साक्ष्य संकलन किया गया. जिसके आधार पर कांड का उद्भेदन किया गया और आरोपी अटल बिहारी उर्फ बिहारी मंडल को गिरफ्तार किया गया.
पुलिस टीम में ये थे शामिलः डीएसपी अमित कुमार, इंस्पेक्टर शाहिद रजा, सायको थाना प्रभारी रितेश कुमार महतो, पुलिस अवर निरीक्षत बिट्टू रजक, पुलिस अवर निरीक्षक अभिषेक कुमार और सायको थाना के सशस्त्र बल के अलावा तकनिकी शाखा मुख्य रूप से शामिल थे.
आरोपी के खिलाफ झारखंड में ठगी के मामले:
- चाईबासा में जलमीनार का कार्य दिलवाने के नाम पर 2 लाख, 70 हजार की ठगी के संबंध में मुफसिल थाना (पंडरासाली ओपी) में कांड दर्ज किया गया है
- नौ जून 2023 को आरोपी ने पूर्वी सिंहभूम जमशेदपुर के उपायुक्त के आवासीय कार्यालय में जलमीनार बनवाने के नाम पर डेढ़ लाख की ठगी की थी. इस संबंध में गालूडीह थाना जमशेदपुर में प्राथमिकी दर्ज की गई थी.
- वहीं 30 मई 2023 को लातेहार के एसबीआई ब्रांच मैनेजर से मिलकर एक ठेकेदार से चापकाल लगावाने के नाम पर 2 लाख ठगी की कोशिश की गई थी, लेकिन बैंक से राशि नहीं निकल पाने से सफल नहीं हुआ तो ठेकेदार से 22000 रुपए की ठगी कर ली.
- सोयको थाना क्षेत्र में जलमीनार निर्माण के नाम पर 1.32 लाख की ठगी.
बिहार में ठगी के मामलेः
- बिहार के कैमुर में जिला दंडाधिकारी के गोपनीय कार्यालय पहुंचकर एक व्यक्ति से पांच चापाकल लगवाने के नाम पर डेढ़ लाख की ठगी की थी. इस संबंध में भभुआ थाना में मामला दर्ज है.
- बिहार के सुपौल जिला में पशु केन्द्र के डॉक्टर को खुद को पीएचईडी विभाग का जेई दीपक कुमार बताकर डॉक्टर के माध्यम से ही छड़-सीमेंट दुकान के मालिक से चापानल लगवाने के नाम पर दो लाख की ठगी.
- दरभंगा के पंजाब नेशनल बैंक प्रबंधक से मिलकर खुद को पीएचईडी विभाग का जेई दीपक कुमार बताकर चापानल लगवाने के लिए बोला. इसके बाद प्रबंधक ने किसी दुकानदार को बुलाया और उसे अपना स्कीम बताया. बैंक प्रंबधक के माध्यम से लगभग 2.70 लाख की ठगी.
- मधुबनी के पंजाब नेशनल बैंक प्रबंधक से मिलकर खुद को पीएचईडी विभाग का जेई दीपक कुमार बताकर चापानल लगवाने के लिए कहा. बैंक प्रबंधक की मदद से मधुबनी प्रखंड कार्यालय से लगभग दो लाख की ठगी
- शेरघाटी के एसबीआई प्रबंधक से मिलकर खुद को पीएचईडी विभाग का जेई दीपक कुमार बताकर चापानल लगवाने के लिए मनाया. इस पर प्रबंधक ने बगल के वेल्डींग दुकानदार को बुलाया और उसे अपना स्कीम बताया. बैंक प्रबंधक के माध्यम से लगभग पौने दो लाख की ठगी.
- बिहटा इंडियन ओवरसीज बैंक प्रबंधक से मिलकर खुद को पीएचईडी विभाग का जेई दीपक कुमार बताकर चापानल लगवाने के लिए मनाया. प्रबंधक ने ठेकेदार को बुला लिया. इसके बाद स्कीम समझाकर झांसे में लिया लगभग तीन लाख की ठगी की.