नई दिल्ली : केंद्र सरकार ने भारत संचार निगम लिमिटेड, बीएसएनएल, के पुनरोद्धार के लिए पैकेज की घोषणा की है. केंद्रीय सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कैबिनेट के फैसलों की जानकारी देते हुए कहा कि बीएसएनएल के लिए सरकार ने एक लाख 64 हजार करोड़ रुपये के पैकेज को मंजूरी दी है.
उन्होंने कहा कि बीएसएनएल को 4जी स्पेक्ट्रम का आवंटन किया जाएगा. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि बीएसएनएल के 33000 करोड़ रुपये के वैधानिक बकाये को इक्विटी में बदला जाएगा. कंपनी 33 हजार करोड़ रुपये के बैंक कर्ज के भुगतान के लिए बॉन्ड भी जारी करेगी. कैबिनेट ने बीएसएनएल और बीबीएनएल के विलय को भी मंजूरी दे दी है.
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"Union Cabinet approves the Rs 1.64 lakh crore revival package for BSNL," says Union Minister Ashwini Vaishnaw pic.twitter.com/MoxMHuBFv0
— ANI (@ANI) July 27, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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कैबिनेट के फैसलों की जानकारी देते हुए केंद्रीय मंत्री ने बताया कि यूनिवर्सल सर्विस ऑब्लिगेशन फंड के जरिये देश के अनकवर्ड गांवों को 4जी मोबाइल सेवा से युक्त करने के प्रोजेक्ट को मंजूरी दी है. केंद्र के पैकेज के तीन हिस्से हैं - सेवाओं में सुधार, बहीखातों को मजबूत करना और फाइबर नेटवर्क का विस्तार.
दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा लिए गए फैसले के बारे में पत्रकारों को बताया कि सरकार बीएसएनएल को 4जी सेवाओं की पेशकश करने के लिए स्पेक्ट्रम आवंटित करेगी. वैष्णव ने कहा कि बीएसएनएल के 33,000 करोड़ रुपये के वैधानिक बकाये को इक्विटी में बदला जाएगा. साथ ही कंपनी इतनी ही राशि (33,000 करोड़ रुपये) के बैंक कर्ज के भुगतान के लिये बॉन्ड जारी करेगी. उन्होंने बताया कि पैकेज में 43,964 करोड़ रुपये का नकद हिस्सा शामिल है. पैकेज के तहत 1.2 लाख करोड़ रुपये गैर-नकद रूप में चार साल के दौरान दिए जाएंगे.
उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल ने बीएसएनएल और भारत ब्रॉडबैंड नेटवर्क लिमिटेड (बीबीएनएल) के विलय को भी मंजूरी दी है. मंत्री ने कहा कि 4जी सेवाओं की पेशकश के लिए बीएसएनएल को स्पेक्ट्रम का प्रशासनिक आवंटन किया जाएगा. इसके तरह 900/1800 मेगाहर्ट्ज बैंड में स्पेक्ट्रम का आवंटन इक्विटी निवेश के जरिये किया जाएगा, जिसकी लागत 44,993 करोड़ रुपये होगी. उन्होंने कहा कि सरकार 4जी प्रौद्योगिकी स्टैक विकसित करने के लिए अगले चार साल के दौरान 22,471 करोड़ रुपये का पूंजीगत व्यय करेगी.
इसके अलावा सरकार बीएसएनएल को 2014-15 से 2019-20 के दौरान व्यावसायिक रूप से अव्यवहार्य ग्रामीण वायरलाइन संचालन के लिए 13,789 करोड़ रुपये देगी. उन्होंने कहा कि भारतनेट के तहत स्थापित बुनियादी ढांचे के व्यापक उपयोग के लिए बीबीएनएल का बीएसएनएल में विलय किया जाएगा. भारतनेट के तहत बना बुनियादी ढांचा एक राष्ट्रीय संपत्ति बना रहेगा, जो सभी दूरसंचार सेवा प्रदाताओं को बिना किसी भेदभाव के उपलब्ध होगा. उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने देश के दूरदराज के गांवों में 4जी मोबाइल सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए 26,316 करोड़ रुपये की कुल लागत वाली एक परियोजना को भी मंजूरी दी है.
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