वाराणसी (उत्तर प्रदेश): बनारस में सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं. खासतौर पर बरसात के दिनों में पत्तेदार सब्जियों की उपज वाराणसी और आसपास के जनपदों में कम होने के चलते ऐसी सब्जियों का रेट बहुत अधिक बढ़ जाता है. ऐसे में स्थानीय व्यापारी दूसरे राज्यों के व्यापारियों से संपर्क कर सब्जियां मंगाते हैं. इसी के चलते वाराणसी में इन दिनों बेंगलुरु से धनिया मंगाई जा रही है.
- बरसात के मौसम में पत्तेदार सब्जियों की उपज वाराणसी और आसपास के जनपदों में कम होती है.
- उपज कम होने से दाम अधिक बढ़ जाते हैं. बनारस में इन दिनों धनिया पत्ती 400 रुपये किलो तक बेची जा रही है.
- ऐसे में स्थानीय व्यापारियों द्वारा बेंगलुरु से हरी धनिया मंगाई जा रही है.
वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर कार्गो के माध्यम से खाद्य सामग्रियों के साथ ही इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों और दवाइयों का आयात अक्सर होता रहता है, लेकिन इन दिनों सब्जियों का आयात चर्चा का विषय बना हुआ है. इसके पीछे सबसे बड़ा कारण बरसात का मौसम बताया जा रहा है. वर्तमान समय में वाराणसी जिले में पत्तेदार सब्जियों का उत्पादन काफी कम हो गया है, जिसके चलते इन सब्जियों का भाव काफी बढ़ गया है. आलम यह है कि वाराणसी जिले के बाजारों में हरी धनिया 400 रुपये किलो तक बेची जा रही है.
ऐसी स्थिति में स्थानीय व्यापारी दूसरे राज्यों के व्यापारियों से संपर्क कर हवाई जहाज से धनिया मंगा रहे हैं. वाराणसी एयरपोर्ट पर अगस्त माह में 3,000 किलो धनिया का आयात हुआ था. पिछले माह की अपेक्षा इस माह धनिया के आयात में थोड़ी कमी देखने को मिल रही है, लेकिन अभी भी दूसरे या तीसरे दिन विमान से धनिया मंगाई जा रही है.
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इस बारे में जब वाराणसी एयरपोर्ट के कार्गो महाप्रबंधक काशीनाथ यादव से बात की गई तो उन्होंने बताया कि बरसात के दिनों में वाराणसी समेत पूर्वांचल के अन्य जनपदों में सब्जियों का उत्पादन कम हो जाता है‚ खास तौर पर पत्तेदार सब्जियां बहुत कम उपजाई जाती हैं. ऐसे में ऐसी सब्जियों के दाम काफी बढ़ जाते हैं. इसी के चलते व्यापारियों द्वारा कार्गो के माध्यम से बेंगलुरु की धनिया विमान द्वारा बनारस लाई जा रही है.