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मालाबार नौसैनिक अभ्यास का पहला चरण 3 से 6 नवंबर तक

मालाबार नौसैनिक अभ्यास का पहला चरण 3 से 6 नवंबर तक आयोजित किया जाएगा. दूसरा चरण 17 से 20 नवंबर तक आयोजित किया जाएगा.

मालाबार नौसैनिक अभ्यास का पहला चरण
मालाबार नौसैनिक अभ्यास का पहला चरण
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Published : Oct 30, 2020, 6:30 PM IST

Updated : Oct 30, 2020, 7:02 PM IST

नई दिल्ली : मालाबार नौसैनिक अभ्यास का पहला चरण 3 से 6 नवंबर तक आयोजित किया जाएगा. इसमें भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के नौसैनिक भाग लेंगे.

इसके अलावा अरब सागर में 17 से 20 नवंबर तक मालाबार नौसैनिक अभ्यास का दूसरा चरण आयोजित किया जाएगा.

बता दें कि मालाबार अभ्यास 1992 में भारतीय नौसेना और अमेरिकी नौसेना के बीच हिंद महासागर में द्विपक्षीय अभ्यास के रूप में शुरू हुआ था. जापान 2015 में इस अभ्यास का स्थायी हिस्सेदार बना. वर्ष 2018 में यह अभ्यास फिलीपीन सागर में गुआम तट के पास और 2019 में यह जापान तट के पास हुआ था.

पिछले कुछ सालों से आस्ट्रेलिया इस अभ्यास से जुड़ने में बड़ी दिलचस्पी दिखा रहा है. चीन के बढ़ते सैन्य दबदबे के आलोक में हिंद-प्रशांत क्षेत्र में उभरती स्थिति वैश्विक शक्तियों के बीच चर्चा का एक बड़ा विषय है. अमेरिका रणनीतिक रूप से अहम हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन के बढ़ते दबदबे पर अंकुश लगाने के लिए चतुष्पक्षीय गठबंधन को सुरक्षा ढांचा का रूप देने की वकालत कर रहा है.

कुछ दिनों पहले चीन ने मालाबार सैन्य अभ्यास से अमेरिका और जापान के साथ आस्ट्रेलिया के जुड़ने का संज्ञान लिया था. चीन ने कहा था कि देशों के बीच सैन्य सहयोग क्षेत्रीय शांति एवं स्थायित्व के लिए अनुकूल होना चाहिए.

नई दिल्ली : मालाबार नौसैनिक अभ्यास का पहला चरण 3 से 6 नवंबर तक आयोजित किया जाएगा. इसमें भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के नौसैनिक भाग लेंगे.

इसके अलावा अरब सागर में 17 से 20 नवंबर तक मालाबार नौसैनिक अभ्यास का दूसरा चरण आयोजित किया जाएगा.

बता दें कि मालाबार अभ्यास 1992 में भारतीय नौसेना और अमेरिकी नौसेना के बीच हिंद महासागर में द्विपक्षीय अभ्यास के रूप में शुरू हुआ था. जापान 2015 में इस अभ्यास का स्थायी हिस्सेदार बना. वर्ष 2018 में यह अभ्यास फिलीपीन सागर में गुआम तट के पास और 2019 में यह जापान तट के पास हुआ था.

पिछले कुछ सालों से आस्ट्रेलिया इस अभ्यास से जुड़ने में बड़ी दिलचस्पी दिखा रहा है. चीन के बढ़ते सैन्य दबदबे के आलोक में हिंद-प्रशांत क्षेत्र में उभरती स्थिति वैश्विक शक्तियों के बीच चर्चा का एक बड़ा विषय है. अमेरिका रणनीतिक रूप से अहम हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन के बढ़ते दबदबे पर अंकुश लगाने के लिए चतुष्पक्षीय गठबंधन को सुरक्षा ढांचा का रूप देने की वकालत कर रहा है.

कुछ दिनों पहले चीन ने मालाबार सैन्य अभ्यास से अमेरिका और जापान के साथ आस्ट्रेलिया के जुड़ने का संज्ञान लिया था. चीन ने कहा था कि देशों के बीच सैन्य सहयोग क्षेत्रीय शांति एवं स्थायित्व के लिए अनुकूल होना चाहिए.

Last Updated : Oct 30, 2020, 7:02 PM IST
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