बाजार में सौन्दर्य को सँवारने तथा उसकी देखभाल के लिए तमाम तरह के प्रसाधन तथा उत्पाद मिलते हैं. लेकिन कुछ प्रचलित उत्पादों को छोड़ दिया जाय तो ज्यादातर लोगों को त्वचा की देखभाल में इस्तेमाल होने वाले अधिकांश उत्पादों तथा उनके इस्तेमाल की सही जानकारी होती ही नही है. जिसका एक कारण सौन्दर्य प्रसाधनों के क्षेत्र में नित नए उत्पादों के आगमन को भी माना जा सकता है. दरअसल पहले के समय में त्वचा की देखभाल जहां ज्यादातर क्लींजिंग, टोनिंग और मॉइश्चराइजिंग तक ही सीमित थी वहीं वर्तमान में यह दायरा काफी बढ़ गया है और उनमें सीरम, तेल और जेल आदि का इस्तेमाल भी शामिल हो गया है. इंदौर को सौन्दर्य विशेषज्ञ सविता शर्मा बताती हैं कि पहले के समय में सौन्दर्य की देखभाल के लिए 3 स्टेप्स माने जाते थे, लेकिन वर्तमान समय में यह स्टेप्स बढ़ कर 10 से 12 हो गए हैं.
वह बताती हैं की आजकल ग्लोइंग और स्वस्थ त्वचा के लिए विभिन्न प्रकार के सीरम, तेल तथा एसेंस का चलन काफी बढ़ गया है. लेकिन ज़्यादात्तर लोगों को पता नही है की इन उत्पादों का इस्तेमाल ब्यूटी केयर रूटीन के किस-किस चरण में करना होता है.
अपने विशेषज्ञ की सलाह के आधार पर ETV भारत सुखीभवा अपने पाठकों के साथ आज इन उत्पादों के इस्तेमाल के बारें में जानकारी साँझा करने जा रहा है .
फेस सीरम
सीरम का इस्तेमाल आज के दौर में काफी ट्रेंडी हैं. बाजार में त्वचा को चमकदार, निरोगी, दाग-धब्बों रहित बनाने वाले तथा उम्र के प्रभाव को कम करने वाले, कई प्रकार के सीएम मिलते हैं. इनके अलावा सीरम युक्त शीट मास्क का उपयोग भी आजकल काफी प्रचलन में है. दरअसल बाजार में मिलने वाले सीरम के मूल तत्वों में सेरामाइड्स, ग्लिसरिन, ह्यलुरॉनिक एसिड, विटामिन सी, ग्लाइकोलिक एसिड के अलावा ऐलोवेरा तथा विटमिन सी, के, ई जैसे कई प्रकार के प्राकृतिक तत्व शामिल होते हैं. जो त्वचा की समस्याओं को दूर रखने के साथ-साथ उन्हे सेहतमंद बनाने में भी मदद करते हैं.
मॉइश्चराइज़र की भांति सीरम का इस्तेमाल भी त्वचा को नमी देता है . लेकिन कई लोगों को लगता हैं दोनों में से एक का इस्तेमाल काफी होता है. दरअसल यह दोनों ही उत्पाद त्वचा के लिए फायदेमंद होते हैं, लेकिन यदि आप सीरम का इस्तेमाल कर रहे हैं तो भी मॉइश्चराइज़र का इस्तेमाल छोड़ना नही चाहिए. मॉइश्चराइज़र त्वचा को सुरक्षित रखता है, जबकि सीरम के अंदर जाकर उसे पोषण देता है , उस पर बढ़ती उम्र के प्रभाव को कम करता है तथा त्वचा को प्राकृतिक चमक प्रदान करता है. फेस सीरम का इस्तेमाल हमेशा मॉइश्चराइज़र लगाने से पहले करना चाहिए.
फेस जेल
चाहे फेशियल हो या नियमित फेस केयर, जेल का उपयोग आजकल सभी में जरूरी माना जाता है. वैसे तो एलोवेरा जेल इस श्रेणी में सबसे ज्यादा प्रचलित माना जाता है लेकिन वर्तमान समय में और भी कई प्रकार के जेल बाजार में उपलब्ध हैं. दरअसल जेल का मुख्य आधार पानी होता है . इसके अलावा इसमें विटामिन और मिनरल्स, सैलिसिलिक एसिड, लिग्निन और सैपोनिन जैसे तत्व होते हैं जो त्वचा से दाग-धब्बे मिटाकर उसे साफ और टोन बना सकते हैं .जेल का उपयोग फेशियल के बाद, चेहरा धोने के बाद तथा रात को सोने से पहले किया जाता है.
फेस एसेंस
फेस एसेंस को लेकर लोगों को बहुत ज्यादा जानकारी नही होती है. यहाँ तक की ज्यादातर लोग फेस एसेंस को टोनर समझते हैं. जोकी सही नही है . दरअसल यह एक ऐसा उत्पाद है जो त्वचा को अन्य उत्पादों से मिलने वाले पोषण को ज्यादा मात्रा में सोखने में मदद करता है. जैसे जब इसका इस्तेमाल सीरम के इस्तेमाल से पहले किया जाता है तो सीरम ज्यादा सरलता से त्वचा में समाहित हो पाता है और बेहतर फायदे देता है. एसेंस का इस्तेमाल हमेशा क्लीन्ज़र और टोनर के इस्तेमाल के बाद तथा सीरम के इस्तेमाल से पहले किया जाता है. सौन्दर्य विशेषज्ञों की माने तो फेस एसेंस का इस्तेमाल ज्यादा शुष्क त्वचा वाले लोगों के लिए काफी फायदेमंद होता है. यही नही सर्दियों के मौसम में यह बेहतरीन परिणाम देता है.
फेस ऑयल
आजकल बाजार मे त्वचा की देखभाल के लिए कई प्रकार के तेल मिलते हैं जो की सामान्य चिपचिपे तेलों जैसे बिल्कुल नही होते है. बल्कि यह त्वचा पर काफी हल्के होते हैं और सरलता से त्वचा में समा जाते हैं. यह तेल त्वचा को ज्यादा बेहतर तरीके से पोषण पहुँचाने में मदद करते हैं.
इनका इस्तेमाल मॉइश्चराइज़र की तरह भी किया जा सकता है. कई लोग इन तेलों की कुछ बूंदों को मॉइश्चराइज़र में मिलाकर भी इस्तेमाल करते हैं, जो त्वचा को ज्यादा फायदा पहुंचाता है. इन तेलों के इस्तेमाल से त्वचा में अंदर तक नमी बनी रहती है तथा त्वचा ज्यादा स्वस्थ बनती है.