ऊना: पिछले कुछ अरसे से जिला के युवा चिट्टा रूपी नशे के दलदल में धंसते जा रहे हैं. जिसके बाद से हिमाचल पुलिस नशा कारोबारियों पर नकेल कसने के लिए पंजाब पुलिस के साथ मिलकर कैंपेन चला रही है, ताकि नशा माफिया का सफाया कर सके.नशे की आदत ने कई हंसते खेलतेपरिवारों को उजाड़ दिया है. प्रदेश काजिला ऊना पंजाब के साथ सटा हुआ है जिस कारण ये नशा तेजी से ऊना में अपने पांव पसार रहा है, लेकिन चिट्टा तस्करों की कमर तोड़ने के लिए ऊना पुलिस लगातार प्रयासरत है.
ऊना पुलिस ने जनवरी2018 से लेकर फरवरी 2019 तक मात्र सवा साल में चिट्टे के 42 मामले पकड़ने में सफलता हासिल की है जबकि साल 2013 से 2017 तक ये आंकड़ा बहुत ही कम था, पांच सालों में सिर्फ 33 मामले ही पुलिस की पकड़ में आ पाए. पुलिस द्वारा ऊना में चिट्टे की खेप के साथ पकड़े गए आरोपियों से पूछताश कर मुख्य सरगना तक पहुंचने का भी प्रयास किया है.एएसपी ऊना विनोद धीमान की मानें तो ऊना पुलिस चिट्टा माफिया के खिलाफ मुस्तैदी से कार्रवाई कर रही है. यही कारण है पिछले पांच सालों के मुकाबले सवा साल में चिट्टे के सबसे ज्यादा मामले पकड़े गए हैं. एएसपी ऊना ने कहा कि चिट्टे के खिलाफ पुलिस की मुहीम में स्थानीय लोगों को भी सहयोग मिल रहा है.एएसपी ने बताया कि हाल ही में गगरेट और अंब क्षेत्र में पकड़े गए चिट्टे के आरोपियों से पूछताश में यह बात साफ हुई है कि उन्हें सप्लाई पंजाब से आती है. पकड़े गए आरोपियों से पूछताश के बाद पंजाब के जिन सप्लायर्स का पता चला है, उन पर भीपंजाब पुलिस पुलिस के साथ संयुक्त अभियान चलाकर कार्रवाई की गई है.