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ऊना पुलिस की चिट्टा तस्करों पर 'सर्जिकल स्ट्राइक', सवा साल में पकड़े चिट्टे के 42 मामले - एएसपी ऊना विनोद धीमान

नशे की आदत ने कई हंसते खेलते परिवारों को उजाड़ दिया है. प्रदेश का जिला ऊना पंजाब के साथ सटा हुआ है जिस कारण ये नशा तेजी से ऊना में अपने पांव पसार रहा है, लेकिन चिट्टा तस्करों की कमर तोड़ने के लिए ऊना पुलिस लगातार प्रयासरत है.

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Published : Feb 20, 2019, 7:47 PM IST

ऊना: पिछले कुछ अरसे से जिला के युवा चिट्टा रूपी नशे के दलदल में धंसते जा रहे हैं. जिसके बाद से हिमाचल पुलिस नशा कारोबारियों पर नकेल कसने के लिए पंजाब पुलिस के साथ मिलकर कैंपेन चला रही है, ताकि नशा माफिया का सफाया कर सके.नशे की आदत ने कई हंसते खेलतेपरिवारों को उजाड़ दिया है. प्रदेश काजिला ऊना पंजाब के साथ सटा हुआ है जिस कारण ये नशा तेजी से ऊना में अपने पांव पसार रहा है, लेकिन चिट्टा तस्करों की कमर तोड़ने के लिए ऊना पुलिस लगातार प्रयासरत है.

ऊना पुलिस ने जनवरी2018 से लेकर फरवरी 2019 तक मात्र सवा साल में चिट्टे के 42 मामले पकड़ने में सफलता हासिल की है जबकि साल 2013 से 2017 तक ये आंकड़ा बहुत ही कम था, पांच सालों में सिर्फ 33 मामले ही पुलिस की पकड़ में आ पाए. पुलिस द्वारा ऊना में चिट्टे की खेप के साथ पकड़े गए आरोपियों से पूछताश कर मुख्य सरगना तक पहुंचने का भी प्रयास किया है.एएसपी ऊना विनोद धीमान की मानें तो ऊना पुलिस चिट्टा माफिया के खिलाफ मुस्तैदी से कार्रवाई कर रही है. यही कारण है पिछले पांच सालों के मुकाबले सवा साल में चिट्टे के सबसे ज्यादा मामले पकड़े गए हैं. एएसपी ऊना ने कहा कि चिट्टे के खिलाफ पुलिस की मुहीम में स्थानीय लोगों को भी सहयोग मिल रहा है.एएसपी ने बताया कि हाल ही में गगरेट और अंब क्षेत्र में पकड़े गए चिट्टे के आरोपियों से पूछताश में यह बात साफ हुई है कि उन्हें सप्लाई पंजाब से आती है. पकड़े गए आरोपियों से पूछताश के बाद पंजाब के जिन सप्लायर्स का पता चला है, उन पर भीपंजाब पुलिस पुलिस के साथ संयुक्त अभियान चलाकर कार्रवाई की गई है.

ऊना: पिछले कुछ अरसे से जिला के युवा चिट्टा रूपी नशे के दलदल में धंसते जा रहे हैं. जिसके बाद से हिमाचल पुलिस नशा कारोबारियों पर नकेल कसने के लिए पंजाब पुलिस के साथ मिलकर कैंपेन चला रही है, ताकि नशा माफिया का सफाया कर सके.नशे की आदत ने कई हंसते खेलतेपरिवारों को उजाड़ दिया है. प्रदेश काजिला ऊना पंजाब के साथ सटा हुआ है जिस कारण ये नशा तेजी से ऊना में अपने पांव पसार रहा है, लेकिन चिट्टा तस्करों की कमर तोड़ने के लिए ऊना पुलिस लगातार प्रयासरत है.

ऊना पुलिस ने जनवरी2018 से लेकर फरवरी 2019 तक मात्र सवा साल में चिट्टे के 42 मामले पकड़ने में सफलता हासिल की है जबकि साल 2013 से 2017 तक ये आंकड़ा बहुत ही कम था, पांच सालों में सिर्फ 33 मामले ही पुलिस की पकड़ में आ पाए. पुलिस द्वारा ऊना में चिट्टे की खेप के साथ पकड़े गए आरोपियों से पूछताश कर मुख्य सरगना तक पहुंचने का भी प्रयास किया है.एएसपी ऊना विनोद धीमान की मानें तो ऊना पुलिस चिट्टा माफिया के खिलाफ मुस्तैदी से कार्रवाई कर रही है. यही कारण है पिछले पांच सालों के मुकाबले सवा साल में चिट्टे के सबसे ज्यादा मामले पकड़े गए हैं. एएसपी ऊना ने कहा कि चिट्टे के खिलाफ पुलिस की मुहीम में स्थानीय लोगों को भी सहयोग मिल रहा है.एएसपी ने बताया कि हाल ही में गगरेट और अंब क्षेत्र में पकड़े गए चिट्टे के आरोपियों से पूछताश में यह बात साफ हुई है कि उन्हें सप्लाई पंजाब से आती है. पकड़े गए आरोपियों से पूछताश के बाद पंजाब के जिन सप्लायर्स का पता चला है, उन पर भीपंजाब पुलिस पुलिस के साथ संयुक्त अभियान चलाकर कार्रवाई की गई है.
ऊना
ऊना पुलिस की चिट्टे के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक, सवा साल में पकड़े चिट्टे के 42 मामले, 2013 से 2017 तक पकड़े महज 34 मामले, ऊना जिला पंजाब के साथ सटा होने के कारण बढ़ रहा चिट्टे का प्रकोप, पुलिस कार्रवाई से स्थानीय लोग संतुष्ट।   

 ऊना जिला में चिट्टे का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है, चिट्टे की चपेट में आने से कई युवा अपनी जिंदगी से हाथ तक धो चुके है। पंजाब के साथ सटा होने के कारण जिला ऊना में चिट्टा तेजी से अपने पाँव पसार रहा है लेकिन ऊना पुलिस चिट्टा तस्करों पर लगातार सर्जिकल स्ट्राइक कर रही है। ऊना पुलिस ने सवा साल में चिट्टे के 42 मामले पकड़कर आरोपियों को जेल की सलाखों के पीछे भेजा है जबकि 2013 से लेकर 2017 पुलिस ने चिट्टे के 34 केस पकड़े थे। पुलिस भी मानती है कि ऊना जिला में चिट्टे की सप्लाई पंजाब से होती है और हिमाचल पुलिस पंजाब पुलिस के साथ संयुक्त अभियान चलाकर पंजाब के तस्करों पर भी नकेल कस रही है। पुलिस की कार्रवाई से स्थानीय लोग भी संतुष्ट है। 

पिछले कुछ अरसे से जिला ऊना के युवा चिट्टा रूपी नशे की दलदल में धंसते जा रहे है। नशे की आदत ने कई हँसते खेलते परिवारों को उजाड़ दिया है। हिमाचल प्रदेश का जिला ऊना पंजाब के साथ सटा हुआ है जिस कारण यह नशा तेजी से ऊना में अपने पांव पसार रहा है। लेकिन चिट्टा तस्करों की कमर तोड़ने के लिए ऊना पुलिस लगातार प्रयासरत है। ऊना पुलिस ने जनवरी 2018 से लेकर फरवरी 2019 तक मात्र सवा साल में चिट्टे के 42 मामले पकड़ने में सफलता हासिल की है जबकि बर्ष 2013 से 2017 तक यह आंकड़ा बहुत ही कम था, पांच सालों में सिर्फ 33 मामले ही पुलिस की पकड़ में आ पाए थे। पुलिस द्वारा ऊना में चिट्टे की खेप के साथ पकड़े गए आरोपियों से पूछताश कर मुख्य सरगना तक पहुंचने का भी प्रयास किया है। एएसपी ऊना विनोद धीमान की माने तो ऊना पुलिस चिट्टा माफिया के खिलाफ मुस्तैदी से कार्रवाई कर रही है यही कारण है पिछले पांच सालों के मुकाबले सवा साल में चिट्टे के सबसे ज्यादा मामले पकड़े गए है। एएसपी ऊना ने कहा कि चिट्टे के खिलाफ पुलिस की मुहीम में स्थानीय लोगो को भी सहयोग मिल रहा है। 

बाइट -- विनोद धीमान (एएसपी ऊना )
             CHITTA CASES 3

 एएसपी ऊना भी मानते है कि पिछले कुछ समय से ऊना जिला में चिट्टे सप्लाई बढ़ी है और ऊना जिला में चिट्टे की सप्लाई मुख्य रूप से पंजाब से ही हो रही है। एएसपी ने बताया कि हाल ही में गगरेट और अंब क्षेत्र में पकड़े गए चिट्टे के आरोपियों से पूछताश में यह बात साफ़ हुई है कि उन्हें सप्लाई पंजाब से आती है। एएसपी ने कहा कि पकड़े गए आरोपियों से पूछताश के बाद पंजाब के जिन सप्लायरों का पता चला है उनपर भी पंजाब पुलिस पुलिस के साथ संयुक्त अभियान चलाकर कार्रवाई की गई है।  

बाइट -- विनोद धीमान (एएसपी ऊना)
               CHITTA CASES 4

 वहीँ पुलिस द्वारा चिट्टे के खिलाफ छेड़े गए अभियान पर स्थानीय लोग भी खुश है। स्थानीय लोगों की माने तो चिट्टा एक खतरनाक नशा है जिससे कई घर बर्बाद हो चुके है। स्थानीय लोगों की माने तो ऊना पुलिस की नशे के खिलाफ कार्रवाई सराहनीय है। 

बाइट -- स्थानीय वासी
  CHITTA CASES 5

बाइट -- स्थानीय वासी
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बाइट -- स्थानीय वासी
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