ऊना: जिला ऊना के रायपुर सहोड़ा स्थित आईओसीएल एलपीजी बॉटलिंग प्लांट के बाहर पत्रकारों पर हुए हमले मामले की समीक्षा करने डीआईजी अभिषेक दुल्लर खुद ऊना पहुंचे. डीआईजी ने प्लांट के बाहर पहुंचकर मौके का निरीक्षण भी किया. डीआईजी ने पुलिस अधिकारियों से समीक्षा के साथ-साथ इस मामले को लेकर कड़ी कार्रवाई के लिए दिशा-निर्देश भी जारी किए. इस दौरान एसपी ऊना अर्जित सेन, एएसपी संजीव भाटिया, डीएसपी हरोली मोहन रावत व डीएसपी हैडक्वार्टर अजय ठाकुर मौजूद रहे.
'ट्रक ऑपरेटरों के चार ट्रक जब्त': इस दौरान डीआईजी अभिषेक दुल्लर ने बताया कि पुलिस द्वारा घटनास्थल पर आइओसीएल प्लांट का रास्ता रोकने के लिए खड़े किए गए चार ट्रकों को जब्त कर लिया गया है. इतना ही नहीं मामले की गंभीरता को देखते हुए आइओसीएल प्लांट को लिखित रूप में ट्रक ऑपरेटर यूनियन के खिलाफ अदालत की अवमानना मामले को लेकर भी शिकायत करने के लिए कहा गया है. उन्होंने कहा कि ट्रक ऑपरेटरों ने अदालत के निर्णय की अवमानना की है, लिहाजा इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन एलपीजी बॉटलिंग प्लांट प्रबंधन इस मामले में पार्टी होने के नाते इस पर अदालत की अवमानना मामले को लेकर हाईकोर्ट में आगामी शिकायत कर सकता है.
'पत्रकारों की सुरक्षा को किया जाएगा पुख्ता': डीआईजी अभिषेक दुल्लर ने कहा कि पत्रकारों पर हुआ हमला बेहद गंभीर मामला है, मीडिया की भूमिका हमारे देश और समाज के लिए बेहद महत्वपूर्ण है. जिसके चलते पत्रकारों की सुरक्षा को पुख्ता बनाने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे. डीआईजी ने कहा कि आईओसीएल प्लांट के बाहर हुए मामले को लेकर ट्रक ऑपरेटर यूनियन को 6 महीने के लिए बॉन्ड डाउन किया गया है और यदि इस अरसे के दौरान वह दोबारा इस प्रकार की हरकत करते हैं, तो उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. डीआईजी ने कहा कि फिलहाल एलपीजी बॉटलिंग प्लांट के बाहर पुलिस फोर्स की तैनाती की गई है, लेकिन आने वाले समय में आईओसीएल को अपनी सुरक्षा का इंतजाम करने के लिए भी कहा जा रहा है.
ये भी पढे़ं: ऊना में घायल पत्रकार के घर पहुंचे डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री, मीडिया पर हमले को बताया निंदनीय