ऊना: जिला ऊना के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में पैराग्लाइडिंग की संभावनाओं की तलाश को लेकर कवायद तेज हो चुकी है. जिला के बंगाणा उपमंडल की मकरैड़ गांव स्थित प्राचीन भर्तृहरि मंदिर से पैराग्लाइडिंग के लिए लोकेशन को फाइनल भी कर लिया गया है.
बुधवार सुबह डीसी ऊना राघव शर्मा की अगुवाई में पर्यटन विभाग की टीमें पैराग्लाइडर्स के जत्थे के साथ संभावित लोकेशन पर पहुंच गई. पैराग्लाइडर्स ने समूचे क्षेत्र की रेकी कर पैराग्लाइडिंग की तमाम संभावनाओं को खोजा और उसके बाद एक लोकेशंस को हरी झंडी भी दे दी.
हालांकि बुधवार को मौसम अनुकूल न होने के कारण और पर्याप्त हवा न चलने के कारण कोई भी ट्रायल आयोजित नहीं किया जा सका. लिहाजा अब अगले दिन सुबह पैराग्लाइडर्स मकरैड़ के इसी स्थल से उड़ान भरेंगे. पैराग्लाइडिंग के लिए गठित की गई तकनीकी टीम के सदस्यों ने टेकऑफ और लैंडिंग के लिए लोकेशन को अनुकूल बताया है.
जिला में पैराग्लाइडिंग की संभावनाएं तलाश करने के लिए पहुंची तकनीकी टीम में शामिल हिमाचल प्रशासनिक सेवाओं के अधिकारी, मनाली के एसडीएम और एयरो स्पोर्ट्स के निदेशक सुरेंद्र ठाकुर ने बताया कि पांच पायलट पर आधारित है. पैराग्लाइडर्स की टीम ने सभी क्षेत्रों की रेकी की है. टीम को यहां पर अनुकूल टेकऑफ और लैंडिंग का माहौल भी मिला है.
उन्होंने कहा कि हवाओं के अनुकूल ना होने के चलते पैराग्लाइडर उड़ान नहीं भर सके हैं. लिहाजा अब अगले दिन सुबह पैराग्लाइडर्स इसी स्थान से उड़ान भरने को तैयार हैं. पैराग्लाइडर्स की टीम के मुखिया कमल कुमार और पायलट विशाल जस्सल ने पैराग्लाइडिंग के लिए चिन्हित जगह को अनुकूल बताया.
उन्होंने कहा कि पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन द्वारा उन्हें बुलावा भेजा गया था जिसके चलते हो यहां पहुंचे हैं. तमाम क्षेत्र की जांच करने के बाद लोकेशन फाइनल कर लिया गया है. केवल मात्र हवाओं के पैराग्लाइडिंग के अनुकूल न होने के चलते उड़ान नहीं भरी जा सकी है. टेकऑफ के साथ-साथ लैंडिंग की कोई समस्या यहां पर नहीं है. लिहाजा अब अगले दिन सुबह इसी स्थल से पैराग्लाइडर्स उड़ान भरेंगे.
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