ऊना/चिन्तपुर्णी: जिला ऊना के अंब को नगर पंचायत बनाने की जगह दो पंचायतों में विभाजित करने वाले फैसले पर सरकार ने यू टर्न ले लिया है. बीजेपी के ही विधायक बलबीर सिंह के विरोध के बाद सरकार ने ये फैसला पलटा है. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मुलाकात के बाद सरकार ने फिर से अंब को नगर पंचायत बनाने संबंधी अधिसूचना जारी कर दी है.
गौरतलब है कि नगर पंचायत का दर्जा न मिलने पर भाजपा विधायक बलबीर सिंह चौधरी सरकार से खफा हो गए. नाराजगी जताने के लिए वह मंगलवार को सीएम जयराम ठाकुर से मिलने के लिए शिमला पहुंचे. सीएम से मिलने के बाद नगर पंचायत अंब के गठन को लेकर अधिसूचना जारी हो गई है और यह सारा मामला भी शांत हो गया, लेकिन इस बीच सोशल मीडिया में विधायक के इस्तीफे की खबर वायरल हो गई. जिसे उन्होंने सिरे से खारिज किया है.
बता दें कि पहले सीएम जयराम ठाकुर भी अंब को नगर पंचायत बनाने की घोषणा कर चुके थे, लेकिन सोमवार को अंब पंचायत को विभाजित कर दो पंचायतें बनाने की अधिसूचना जारी होने के बाद जनता में रोष पैदा हो गया. इसी मसले को लेकर मंगलवार सुबह भाजपा विधायक बलबीर चौधरी शिमला पहुंच गए और सीएम से मुलाकात की. उन्होंने यह मामला उठाया. इसके बाद अंब को नगर पंचायत बनाने की अधिसूचना जारी हो गई.
अंब को नगर पंचायत बनाने को लेकर स्थानीय लोगों की काफी वर्षों से मांग थी. इसके लिए विधायक बलबीर चौधरी लगातार प्रयासरत थे. लंबे समय के बाद अंब की जनता की मांग पूरी होने जा रही है. इस संबंध में चिंतपूर्णी के विधायक बलबीर चौधरी ने कहा कि उनकी सरकार और संगठन के प्रति कोई नाराजगी नहीं है. अंब पंचायत के विभाजन को लेकर जनता में रोष था. उन्होंने बताया कि अब अंब को नगर पंचायत बनाने की अधिसूचना जारी हो गई है. हालांकि इसमें कुछ देरी जरूर हुई है, लेकिन लोगों की मांग पूरी हो गई है. उन्होंने सोशल मीडिया वायरल हो रही इस्तीफे की खबर को गलत बताया.
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