ऊना: अग्निहोत्री ने कहा कि इन्हीं भवनों की तर्ज पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर अपने विधानसभा क्षेत्र सिराज में भवन बना रहे हैं. उन्होंने कहा कि भवनों का प्रयोग हो रहा है, आगे भी होगा और सीएम अपनी नियत साफ करें.
सीएम जयराम पर पलटवार करते हुए मुकेश नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री का हरोली दौरे पर आना अच्छी बात हैं, लेकिन हरोली के विकास का विरोध करना उन्हें शोभा नहीं देता. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के राजनैतिक दोस्त उन्हें ठीक सलाह नहीं दे रहे हैं. सभी भवनों का प्रयोग बेहतर ढंग से हो रहा है और आगे भी होगा. बाथू व पंडोगा में बने भवन तो शादियों के लिए बड़ी संख्या में प्रयोग लाए जा रहे हैं. लोग बाहर से आकर इन भवनों में शादियां करवाते रहे हैं और भाजपा भी अपनी बैठकों के लिए इन भवनों का प्रयोग कर रही है.
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के खास दोस्तों के संरक्षण में खनन माफिया संपदा को लूट रहा है. अच्छा होता हैं कि मुख्यमंत्री हेलीकॉप्टर से ही स्वां नदी के खनन पर नजर डाल देते. मुकेश ने कहा कि हमने गांव-गरीब की सेवा की राजनीति की है और करेंगे, जबकि भाजपा सिर्फ माफिया को संरक्षण देकर सफेदपोश बनने का प्रयास कर रही है.
अग्निहोत्री ने मुख्यमंत्री को इनवेस्टर्स मीट के नाम पर धमकाने की भाषा का प्रयोग न करने की सलाह भी दे दी. उन्होंने कहा कि प्रदेश में सबसे अधिक निवेश कांग्रेस कार्यकाल में ही आया है और नए अद्यौगिक क्षेत्र भी कांग्रेस द्वारा ही बनाए गए हैं, जिसकी मार्केटिंग अब जयराम सरकार लैंड बैंक के रूप में कर रही है. उन्होंने कहा कि इनवेस्टर्स मीट में सिर्फ कार्यकर्ताओं के हजूम से रैली करने का प्रयास किया गया है, जबकि इनवेस्टर्स को तो पीएम के आने पर अंदर तक नहीं घूसने दिया गया और केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री जो जयराम की पार्टी से हैं, उन्होंने इस पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा कि अब खुद मुख्यमंत्री बोल रहे हैं कि समझौते निवेश नहीं है. उन्होंने कहा कि निवेश आए, रोजगार मिले, इसके लिए कांग्रेस सदैव आगे आकर स्वागत करती है, लेकिन निवेश के नाम पर राजनैतिक नौटंकियां बंद की जाए.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे पर तंज कसते हुए मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री बताएं कि दो बार प्रधानमंत्री हिमाचल में आए, लेकिन देकर क्या गए. उन्होंने कहा कि पीएम न तो हिमाचल को उद्यौगिक पैकेज दिया, जिसकी बहुत जरूरत है और न ही आर्थिक पैकेज दिया. क्योंकि हिमाचल का कर्ज 50 हजार करोड़ हो रहा है. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि कांग्रेस पूरी मजबूती व तथ्यों के साथ बात कर रही है. मुख्यमंत्री किसी बहम में न रहें, उन्हें तो उनकी ही पार्टी में चुनौतियां मिल रही है.