ऊना: हिमाचल प्रदेश में कहीं भी मुर्गियों में बर्ड फ्लू का कोई मामला सामने नहीं आया है. यह बात पशु पालन मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कही. साथ ही कहा कि अभी तक कांगड़ा जिला के प्रवासी पक्षियों में ही बर्ड फ्लू का वायरस मिलने की पुष्टि हुई है, जबकि प्रदेश के किसी अन्य जिला में अभी तक बर्ड फ्लू का कोई मामला सामने नहीं आया है. कांगड़ा में आठ जनवरी तक 3,767 प्रवासी पक्षियों की मौत हुई है, जिनमें बार हेडेड गीज पक्षियों की संख्या सबसे अधिक है.
कांगड़ा में 55 रेपिड रिस्पॉन्स टीमें कार्यरत
मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि प्रदेश में कहीं भी मुर्गियों में फ्लू का कोई मामला सामने नहीं आया है और कहीं भी मुर्गी पालन में कोई भी असमान्य मृत्यु नहीं देखी गई है. पशु पालन विभाग ने इंटेंसिव बर्ड फ्लू निगरानी कार्यक्रम जारी कर दिया है. जिला कांगड़ा में विभाग की 55 रेपिड रिस्पॉन्स टीमें और वन्य जीव विभाग की 10 टीमें लगातार निगरानी का कार्य कर रही हैं. उन्होंने कहा कि कांगड़ा के अतिरिक्त मंडी, बिलासपुर व सिरमौर जिलों में भी जंगली पक्षियों की मौत के मामले सामने आए हैं, लेकिन कोई भी मौत एवियन फ्लू से होने की कोई पुष्टि नहीं हुई है.
केंद्रीय दल करेगा जांच
पशु पालन मंत्री ने कहा कि केंद्र से विशेषज्ञों का एक दल रविवार को कांगड़ा जिला में पहुंच रहा है. यह दल जांलधर से कांगड़ा पहुंचेगा और जिले में किए जा रहे सुरक्षा उपायों की समीक्षा करेगा. इस दल के साथ हिमाचल प्रदेश पशु पालन विभाग के पैथोलोजिस्ट डॉ. विक्रम सिंह, सह निदेशक डॉ. रवि प्रकाश, उप-निदेशक डॉ. संजीव धीमान भी कार्य करेंगे. इसके अलावा केंद्र के विशेषज्ञों का दल जिला में स्थिति की समीक्षा करेगा और आवश्यकता अनुसार गाइडलाइंस भी जारी करेगा. हिमाचल में स्थिति की समीक्षा करने के बाद केंद्रीय दल हरियाणा के लिए रवाना होगा.
पशु पालन मंत्री ने की अपील
मंत्री वीरेंद्र कंवर ने प्रदेश की जनता से अपील की है कि मरे हुए पक्षियों से लोग दूरी बना कर रखें. उनके पास जाने या छूने से परहेज करें. अगर आस-पास किसी पक्षी की मौत हो जाती है, तो इसकी सूचना पशु पालन या वन विभाग को दें. उन्होंने कहा कि जहां से भी नॉन-वेज खरीदें, वहां साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखें. पोल्ट्री और उसके उत्पाद पकाने से पहले अपने हाथ धोएं और ठीक से पकाएं.
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