ऊना: प्रदेश में निजी विश्वविद्यालयों में लगातार हो रहे फर्जीवाड़ों पर अब निजी शिक्षण संस्थान विनियामक आयोग कार्रवाई के मूड में नजर आ रहा है. यही वजह है कि जिन-जिन निजी यूनिवर्सिटीज पर पहले शिकायतें दर्ज हो चुकी हैं अब उन पर जांच को निजी शिक्षण संस्थान विनियामक आयोग की ओर से तेज कर दिया गया है.
इसी कड़ी में निजी शिक्षण संस्थान विनियामक आयोग की ओर से ऊना के एक निजी विश्वविद्यालय के कुलपति की डिग्रियां भी जांच के लिए तलब की है. दसवीं कक्षा से लेकर सभी डिग्रियां उनकी आयोग में तलब की है. अब आगामी सुनवाई में कुलपति को अपने सभी दस्तावेज आयोग के सामने पेश करने होंगे. इस मामले पर पहले भी सुनवाई हुई है, जिसे 20 अक्टूबर तक टाल दिया गया था. इसके साथ ही कुलपति को अपने सभी दस्तावेज आयोग के सामने पेश करने के आदेश जारी किए गए थे.
इस यूनिवर्सिटी के तीन अन्य शिक्षकों की नियुक्ति से जुड़ी रिपोर्ट को भी आगामी सुनवाई में पेश करने के निर्देश आयोग की ओर से दिए गए हैं. विश्वविद्यालय में नियुक्तियां यूजीसी के नियमों के तहत की गई है या नहीं इसी बाबत यह सारा रिकॉर्ड आयोग की ओर से तलब किया जा रहा है. यही वजह भी है कि भर्तियों का सारा रिकॉर्ड देने के साथ ही आयोग ने यूजीसी के नियमों की पूरी जानकारी आयोग को देने के निर्देश भी इस विश्वविद्यालय प्रबंधन को जारी किए हैं.
बता दें कि इसी तरह की जांच आयोग की ओर से कुछ अन्य विश्वविद्यालयों पर भी की जा रही है. जहां नियुक्तियों को लेकर सवाल उठाए गए हैं कि यह नियुक्तियां यूजीसी के नियमों के बाहर जाकर और बिना योग्यता के की गई हैं. अब आयोग इस तरह के मामलों पर सुनवाई कर रहा है और इससे जुड़े तथ्य भी पेश करवाने के आदेश जांच के दायरे में आए निजी विश्वविद्यालय को जारी कर रहा है. इस मामले की सुनवाई भी 20 अक्टूबर को होगी जिसमें विश्वविद्यालय के कुलपति को अपने सभी दस्तावेज पेश करने के साथ ही शिक्षकों का रिकॉर्ड पेश करना होगा.
ये भी पढ़ें - 17 से 24 अक्टूबर तक मनाया जाएगा चिन्तपूर्णी अश्विन नवरात्र मेला, DC ऊना ने जांची व्यवस्थाएं