शिमला: देश के दो राज्यों हरियाणा और महाराष्ट्र में करारी हार के बाद कांग्रेस कई सख्त निर्णय लेने जा रही है. ऐसे में हिमाचल में प्रदेश सहित जिला और ब्लॉक स्तर पर गठित होने वाली कार्यकारिणी में इस बार केवल फील्ड में पसीना बहाने वालों को स्थान दिया जाएगा. इसके संकेत मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने रविवार को मंडी जिला में साल 2022 में विधानसभा चुनाव लड़ चुके उम्मीदवारों के साथ हुई बैठक में दिए हैं.
शिमला में मीटिंग समाप्त होने के बाद मीडिया से बातचीत में सीएम सुक्खू ने कहा कि विधानसभा चुनाव लड़ चुके सभी पार्टी प्रत्याशियों ने अपनी बात रखी है कि हमें मंडी में किस तरह से पार्टी को मजबूत बनाना है. उन्होंने कहा कि मंडी में कांग्रेस को मजबूत बनाने के लिए लोगों के बीच प्रभाव रखने वाले नेताओं को आगे लाया जाएगा. कांग्रेस से विधानसभा चुनाव लड़ चुके उम्मीदवारों ने मंडी के विकास के लिए योजनाएं बताई हैं. सीएम सुक्खू ने कहा कि नेताओं ने सरकार की ओर से चलाई जा रही योजनाओं को भी सराहा है.
पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर भी साधा निशाना
सीएम सुक्खू ने नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि जयराम ठाकुर की मनरेगा के मजदूरों के प्रति कोई सोच नहीं थी. वहीं, हमारी सरकार ने मनरेगा श्रमिकों की दिहाड़ी 60 रुपये बढ़ाई है. इसी तरह से पूर्व की सरकार के समय में नेरचौक मेडिकल कॉलेज में MRI की सुविधा तक नहीं दी गई. वहां हम MRI की सुविधा देंगे.
इसी तरह से पूर्व की जयराम सरकार के समय में विधवा महिलाओं के बच्चों के बारे में नहीं सोचा गया. वहीं, हमारी सरकार इन बच्चों के लिए सुख शिक्षा योजना लेकर आई है. उन्होंने कहा कि जिस प्रकार का दुष्प्रचार मेरे बारे में फैलाया जा रहा है. उसे पार्टी स्तर पर उठाया जाएगा.
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