ऊना: जिला ऊना में भगवान शिव के खिलाफ अश्लील टिप्पणी करने के बाद हिंदू संगठनों के निशाने पर आ चुके मैहतपुर स्थित निजी अस्पताल के संचालक डॉ. नदीम अख्तर ने वीडियो जारी करते हुए इस पूरे प्रकरण के लिए माफी मांगी है. जनता को दिए अपने माफीनामा में डॉक्टर ने कहा कि वह अपने ससुर की तबीयत खराब होने के चलते कुछ समय से जिला से बाहर चल रहे हैं, लेकिन फेसबुक पर किए एक कमेंट को लेकर जिस तरह से जिला भर में माहौल तनावपूर्ण हुआ है, उसके लिए वह क्षमा मांगते हैं. हालांकि डॉक्टर ने यह भी कहा कि उनकी फेसबुक आईडी का गलत इस्तेमाल किया गया, लेकिन उन्होंने इस संबंध में पुलिस के पास शिकायत करने के बारे में कोई भी बात नहीं कही है. डॉक्टर का कहना है कि पूरा ऊना जिला उनके लिए एक परिवार की तरह है और वह जल्द अपने परिवार में लौटने वाले हैं. डॉक्टर ने कहा कि फेसबुक कमेंट को लेकर जो माहौल जिला में चल रहा है, वह दुर्भाग्यपूर्ण है और उसके लिए वह सभी लोगों से हाथ जोड़कर माफी मांगते हैं. डॉक्टर नदीम ने कहा कि इससे पहले भी यदि किसी प्रकार से लोगों की भावना आहत हुई है तो उसके लिए भी वह क्षमा प्रार्थी हैं.
भगवान शिव पर डॉक्टर ने की थी गलत टिप्पणी: बता दें कि डॉ. नदीम अख्तर द्वारा भगवान शिव के खिलाफ की गई गलत टिप्पणी के मामले को लेकर हिंदू समाज का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच चुका है. सोमवार को हिंदू संगठनों ने सीमांत नगर परिषद मैहतपुर में एकत्रित होकर बैरियर से अस्पताल परिसर तक रोष रैली निकाली थी. इस दौरान जहां हिंदू संगठनों के तमाम कार्यकर्ताओं ने डॉक्टर के खिलाफ नारेबाजी की तो वहीं, सरकार और प्रशासन से डॉ. नदीम अख्तर को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग उठाई.
डॉक्टर पर फूटा हिंदू संगठन का गुस्सा: हिंदू संगठन ने दो टूक कहा है कि यदि डॉक्टर को गिरफ्तार नहीं किया गया और उसके अस्पताल के लाइसेंस को रद्द नहीं किया गया तो मैहतपुर से शुरू हुआ यह आंदोलन जिला मुख्यालय और उसके बाद पूरे प्रदेश में फैलेगा. जिसकी जिम्मेदारी प्रदेश सरकार और प्रशासन की होगी. इतना ही नहीं गुस्साई भीड़ ने अस्पताल परिसर में भी तोड़फोड़ करके भगवा झंडे लगा दिए. पुलिस ने क्विक रिएक्शन टीम को मौके पर भेजकर कड़ी मशक्कत से स्थिति को काबू में किया.
डॉक्टर की गिरफ्तारी की उठाई मांंग: मैहतपुर थाना में पुलिस द्वारा डॉ. नदीम अख्तर के खिलाफ मामले को लेकर आईपीसी की धारा 295 A के तहत पहले ही केस दर्ज किया जा चुका है, लेकिन हिंदू संगठनों की मांग है कि डॉक्टर को तुरंत गिरफ्तार किया जाए और उसका लाइसेंस रद्द किया जाए. हिंदू संगठन के प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे चंदन शर्मा ने डॉक्टर के इस टिप्पणी को बेहूदा करार देते हुए कहा कि डॉ. नदीम अख्तर को किसने धार्मिक भावनाओं को भड़काने का अधिकार दिया. वहीं, उमंग ठाकुर ने कहा कि बीते कुछ समय से हिमाचल प्रदेश में हिंदू समाज के प्रति इस प्रकार की अराजकता का माहौल बनाने की कोशिश की जा रही है, जिसे किसी सूरत में सहन नहीं किया जाएगा.
अस्पताल का लाइसेंस रद्द करने की उठी मांग: हिंदू संगठन के प्रदर्शन में शामिल गोल्डी कौंडल ने कहा कि ऊना जिला में इस प्रकार की गतिविधियों को बेनकाब करने के लिए जल्द अभियान चलाया जाएगा. डॉ. नदीम अख्तर के अलावा भी बहुत से अन्य लोग हिंदू देवी-देवताओं के प्रति इस प्रकार की आपत्तिजनक टिप्पणियां कर के माहौल को खराब करने की कोशिश कर रहे हैं. प्रदर्शनकारियों ने मांग की है कि डॉक्टर नदीम अख्तर के अस्पताल का लाइसेंस रद्द किया जाए और हिमाचल प्रदेश में किसी भी जगह पर अस्पताल खोलने की अनुमति न दी जाए. उन्होंने कहा कि इस प्रकार का व्यक्ति कभी भी माहौल को खराब कर सकता है.
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