ऊना/जांजगीर-चांपा(छत्तीसगढ़): हिमाचल प्रदेश के ऊना जिला के ईंट भट्ठे में काम करने वाले मजदूरों को बंधक बनाने का मामला सामने आया है. अकलतरा के बाराद्वार थाना क्षेत्र के बंधक मजदूरों के छोड़ाने के लिए उनके परिजन लगातार शासन-प्रशासन से मांग कर रहे हैं. इसके लिए परिजनों ने बाराद्वार थाना में लिखित शिकायत दर्ज कराई है.
दरअसल खरसिया के बोरदा थाना क्षेत्र निवासी सियाराम भारद्वाज नाम के एजेंट ने हिमाचल प्रदेश के ऊना जिला के भठौली चौक में स्थित जेबीसी काके ठाकुर ईट भट्ठे में करीब ढाई साल से बंधक बनाकर रखा है. एजेंट मजदूरों को बंधक बनाकर खुद घर लौट आया. परिजनों को बिलाईगढ़ के डभरा थाना में सियाराम के होने की सूचना मिली. तब परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी. जिसके बाद पुलिस ने एजेंट का पीछा करके उसे धर दबोचा.
बगैर वेतन के काम कराने का आरोप
जानकारी के मुताबिक ईंट भट्ठी का मालिक मजदूरों को राशन नहीं दे रहा है. ना ही छुट्टी दे रहा है. साथ ही बगैर किसी वेतन के बंधक मजदूरों को जबरन मजदूरी करवाया जा रहा है.
इन्हें बनाया गया बंधक
बंधक मजदूरों में अनिल कुमार, छोटेलाल, आशिक टंडन, संतोषी, पूजा, अंजलि, राहुल, सूर्यप्रकाश, रामेश्वरी, आंसू, दादूराम टंडन, राकेश यादव, रामेश्वर, मालती, सुनील, अमित, ममता, करण, खुशबू, गायत्री निषाद, राज कुमारी, अंशु, मंजू, अंजू, बाबूलाल शामिल हैं.
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