ऊना: कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता विजय डोगरा ने विधानसभा के बजट सत्र के दौरान भाजपा विधायकों के विरोध और वॉकआउट पर बड़ा हमला बोला है. विजय डोगरा ने बुधवार को ऊना जिला मुख्यालय के सर्किट हाउस में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए भाजपा को आड़े हाथ लिया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने पूर्व सरकार के गलत फैसलों को बदलकर सही काम किया है. जिसमें करीब 922 संस्थानों को बंद किया गया. उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार सकारात्मक ऊर्जा के साथ बजट ला रही है, लेकिन भाजपा के नेता कुछ ज्यादा जल्दबाजी में दिखाई दे रहे हैं.
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा को मौजूदा सरकार का कम से कम 6 महीने का कार्यकाल देख लेना चाहिए उसके बाद ही किसी प्रकार की टीका टिप्पणी करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में मजबूत सरकार मजबूत इच्छाशक्ति के साथ राज्य को आगे बढ़ाने जा रही है. जिसके दम पर न केवल सरकार अपने इस कार्यकाल के 5 साल पूरे करेगी अपितु आने वाली सरकार भी हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की ही गठित होने वाली है.
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता विजय डोगरा ने विधानसभा से भाजपा के वॉकआउट और विधायकों के शोर-शराबे को लेकर जोरदार हमला किया है. बुधवार को ऊना जिला मुख्यालय के सर्किट हाउस में आयोजित की गई पत्रकार वार्ता के दौरान विजय डोगरा ने कहा कि भाजपा के नेता सत्ता से बाहर होकर छटपटा रहे हैं, लेकिन उनकी यह छटपटाहट बरकरार रहने वाली है. विजय डोगरा ने कहा कि किसी भी नई सरकार को कम से कम 6 माह का समय दिया जाता है उसी के बाद विपक्ष को अपनी सकारात्मक भूमिका निभाते हुए सरकार के फैसले पर उंगली उठानी चाहिए, लेकिन भाजपा के विधायक ज्यादा जल्दबाजी में दिखाई दे रहे हैं.
विजय डोगरा ने कहा कि मौजूदा सरकार को कार्यभार संभाले महज 3 माह का समय बीता है और इतने में ही भाजपा के नेता कभी आक्रोश रैली तो कभी हल्ला बोल रैली कर रहे हैं. विजय डोगरा ने कहा कि कांग्रेस सत्ता नहीं बल्कि व्यवस्था परिवर्तन कर रही है, हिमाचल प्रदेश में वर्तमान सरकार द्वारा जो 922 संस्थान बंद किए गए हैं उन्हें रिव्यू के आधार पर वापस खोलने का भी प्रावधान है लेकिन भाजपा के नेताओं को धैर्य रखने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस भी 5 साल तक विपक्ष में रही और सरकार की कारगुजारी पर सकारात्मक भूमिका निभाती रही. उन्होंने कहा कि बजट सत्र के पहले ही दिन भाजपा के विधायकों का हल्ला करना दुर्भाग्यपूर्ण है.