ETV Bharat / state

ऊना में RSS ने धूमधाम से मनाया स्थापना दिवस, शस्त्र पूजन के साथ किया पथ संचलन

विजय दशमी के पर्व पर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ द्वारा भव्य शस्त्र पूजन समारोह और पथ संचलन का आयोजन किया गया. 1925 में विजय दशमी के पर्व पर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की स्थापना हुई थी.

आरएसएस ने पथ संचलन व शस्त्र समारोह का किया आयोजन
author img

By

Published : Oct 8, 2019, 8:31 PM IST

ऊना: जिला ऊना के उपमंडल मुख्यालय अंब में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा विजय दशमी के उपलक्ष्य पर भव्य शस्त्र पूजन समारोह और पथ संचलन का आयोजन किया गया. रिटायर्ड जिला एवं सत्र न्यायधीश ओम प्रकाश शर्मा ने समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की.

जिला संघ चालक यशपाल कंवर और संघ के प्रचार प्रमुख महिधर प्रसाद कंवर भी कार्यक्रम में मौजूद थे. कार्यकर्ताओं और स्वयंसेवकों ने शस्त्र पूजन कर देश भक्ति के गीत और कविताएं प्रस्तुत की. मुख्य वक्ता महिधर ने बौद्धिक संघ में किए गए सभी कार्यों का विवरण दिया.

उन्होंने बताया कि 1925 में विजय दशमी के पर्व पर डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार ने संघ की स्थापना की थी. महिधर ने बताया कि संघ की स्थापना के बाद व्यायामशालाएं लगती थीं, जिन्हें अलग-अलग नाम दिए जाते थे, लेकिन वर्ष 1926 में इसे राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का नाम दिया गया था, जिसके बाद शाखाओं की नियमितता बनाई गई.

उन्होंने कहा संघ में मनाए जाने वाले छह पर्वों में विजय दशमी का पर्व सबसे अहम है क्योंकि इस दिन संघ की स्थापना हुई थी. उन्होंने कहा कि आज का भारत खंडित भारत है. पराधीनता की बेड़ियों में आने से पूर्व भारत अखंड हुआ करता था और उस समय अखंड भारत विश्व गुरु भी रहा है, लेकिन आज के समय में भारत खंडित हो चुका है.

उन्होंने कहा कि भारत को फिर से अखंड बनाना और विश्व गुरु का दर्जा देना संघ का स्वपन और उद्देश्य है. इसके बाद स्कूल ग्राउंड से शुरू हुआ पथ संचलन अंब-ऊना रोड से होते हुए वापस स्कूल ग्राउंड में संपन्न हुआ.

ये भी पढ़ें: नशे के खिलाफ मुहिम में पुलिस को बड़ी सफलता, तीन स्थानों से चार आरोपी गिरफ्तार

ऊना: जिला ऊना के उपमंडल मुख्यालय अंब में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा विजय दशमी के उपलक्ष्य पर भव्य शस्त्र पूजन समारोह और पथ संचलन का आयोजन किया गया. रिटायर्ड जिला एवं सत्र न्यायधीश ओम प्रकाश शर्मा ने समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की.

जिला संघ चालक यशपाल कंवर और संघ के प्रचार प्रमुख महिधर प्रसाद कंवर भी कार्यक्रम में मौजूद थे. कार्यकर्ताओं और स्वयंसेवकों ने शस्त्र पूजन कर देश भक्ति के गीत और कविताएं प्रस्तुत की. मुख्य वक्ता महिधर ने बौद्धिक संघ में किए गए सभी कार्यों का विवरण दिया.

उन्होंने बताया कि 1925 में विजय दशमी के पर्व पर डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार ने संघ की स्थापना की थी. महिधर ने बताया कि संघ की स्थापना के बाद व्यायामशालाएं लगती थीं, जिन्हें अलग-अलग नाम दिए जाते थे, लेकिन वर्ष 1926 में इसे राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का नाम दिया गया था, जिसके बाद शाखाओं की नियमितता बनाई गई.

उन्होंने कहा संघ में मनाए जाने वाले छह पर्वों में विजय दशमी का पर्व सबसे अहम है क्योंकि इस दिन संघ की स्थापना हुई थी. उन्होंने कहा कि आज का भारत खंडित भारत है. पराधीनता की बेड़ियों में आने से पूर्व भारत अखंड हुआ करता था और उस समय अखंड भारत विश्व गुरु भी रहा है, लेकिन आज के समय में भारत खंडित हो चुका है.

उन्होंने कहा कि भारत को फिर से अखंड बनाना और विश्व गुरु का दर्जा देना संघ का स्वपन और उद्देश्य है. इसके बाद स्कूल ग्राउंड से शुरू हुआ पथ संचलन अंब-ऊना रोड से होते हुए वापस स्कूल ग्राउंड में संपन्न हुआ.

ये भी पढ़ें: नशे के खिलाफ मुहिम में पुलिस को बड़ी सफलता, तीन स्थानों से चार आरोपी गिरफ्तार

Intro:अम्ब में आरएसएस का पथ संचलन व शस्त्र समारोह का आयोजन, रिटायर्ड जिला एवं सत्र न्यायधीश ओम प्रकाश शर्मा ने की बतौर मुख्यतःथि शिरकत।Body:राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ द्वारा मंगलवार को विजय दशमी पर्व के उपलक्ष्य में उपमंडल मुख्यालय अंब में भव्य शस्त्र पूजन समारोह और पथ संचलन का आयोजन किया गया। इस माैके पर मुख्य अतिथि के रूप में रिटायर्ड जिला एवं सत्र न्यायधीश ओम प्रकाश शर्मा ने शिरकत की। वहीं संघ के प्रांत प्रचार प्रमुख महिधर प्रसाद कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में पधारे। जिला संघ चालक यशपाल कंवर भी कार्यक्रम में विशेष रूप से मौजूद रहे। कार्यक्रम में जुटे सभी कार्यकर्ताओं और स्वयं सेवकों ने सबसे पहले शस्त्र पूजन किया। वहीं कार्यकर्ताओं ने देश भक्ति से प्रेरित गीत और कविताएं भी प्रस्तुत की। मुख्य वक्ता महिधर ने अपने बौद्धिक में संघ के स्थापना दिवस से लेकर आज तक किए गए तमाम कार्याें का विवरण देते हुए संघ का शब्द चित्रण किया। उन्होंने बताया कि 1925 काे आज ही के दिन विजय दशमी पर्व पर डॉ. केश्व बलिराम हेडगेवार ने संघ की स्थापना की थी। महिधर ने बताया कि संघ की स्थापना के बाद व्यायामशालाएं लगती थीं, जिन्हें अलग-अलग नाम दिए जाते थे। लेकिन वर्ष 1926 में इसे राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का नाम दिया गया। जिसके बाद शाखाओं की नियमितता बनाई गई। उन्होंने कहा संघ में मनाए जाने वाले छह पर्वाें में विजय दशमी इसलिए भी अहम है क्योंकि इस दिन संघ की स्थापना हुई थी। उन्होंने कहा कि आज का भारत खंडित भारत है। पराधीनता की बेड़ियों में आने पूर्व भारत अखंड हुआ करता था, उस समय अखंड भारत विश्व गुरू भी रहा है। लेकिन आज के समय में भारत खंडित हो चुका है। उन्होंने कहा कि भारत को फिर से अखंड बनाना और विश्व गुरू का दर्जा देना संघ का स्वपन और उद्देश्य है। इसके बाद स्कूल ग्राउंड से शुरू हुआ पथ संचलन अंब-ऊना रोड होते हुए सिद्ध चानो मंदिर, देवी माता मंदिर, नैहरयां रोड होते हुए वापिस स्कूल ग्राउंड में संपन्न हुआ।Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.