सोलन: हिमाचल प्रदेश के सोलन शहर की अधिष्ठात्री देवी माता शूलिनी माता मंदिर के गर्भ गृह के जीर्णोद्धार का कार्य इन दिनों चला हुआ है और प्रशासन इसको लेकर समय-समय पर इसका निरीक्षण भी कर रहा है. गुरुवार को भी एसडीएम सोलन कविता ठाकुर ने मंदिर में चल रहे माता शूलिनी मंदिर के गर्भ गृह के निर्माण कार्य का निरीक्षण किया है. उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि फरवरी माह के अंत तक मंदिर में इस कार्य को पूरा कर लिया जाएगा. उसके बाद माता को फिर से गर्भ गृह में स्थापित कर दिया जाएगा.
पहाड़ी शैली से होगा माता के गर्भ गृह का निर्माण: एसडीएम सोलन कविता ठाकुर ने कहा कि इन दिनों फिटिंग का कार्य मंदिर के गर्भ गृह में चल रहा है और स्टोन पीचिंग यहां पर की जा रही है. वहीं, पारंपरिक शैली से लकड़ी का कार्य भी यहां पर मंदिर में किया जा रहा है. मंदिर का गर्भ गृह आकर्षित हो इसके लिए यहां पर कार्य किया जा रहा है और आने वाले समय में लोगों को बेहतर सुविधा मंदिर में माता के दर्शन के दौरान मिल पाएगी.
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पैकेट्स में मिलेगा भक्तों को मन्दिर में प्रसाद: वहीं, मंदिर में लोगों को प्रसाद वितरण करने के लिए छोटे-छोटे पैकेट बनाए गए हैं. जिनके माध्यम से लोगों को माता के दर्शन करने के उपरांत इन पैकेट में ही प्रसाद दिया जाएगा. एसडीएम सोलन कविता ठाकुर ने बताया कि लोग प्रसाद ग्रहण करने के बाद उनका प्रसाद इधर-उधर मंदिर में गिर जाता था. ऐसे में इसको लेकर व्यवस्था तैयार की गई है और छोटे-छोटे पैकेट में भक्तों को मंदिर में प्रसाद दिया जाएगा.
हिमाचल और अन्य राज्यों के लोगों की भी माता शूलिनी में अटूट आस्था: बता दें कि माता शूलिनी सोलन शहर की अधिष्ठात्री देवी हैं और सोलन के साथ-साथ प्रदेश और देश के अन्य राज्यों के लोगों में भी माता शूलिनी की अटूट आस्था है. ऐसे में हर साल नवरात्रि में और अन्य दिनों में लोगों की भीड़ यहां पर माता के दर्शन करने को लेकर देखने को मिलती है. अब नए सिरे से माता के गर्भ गृह का निर्माण प्रशासन की ओर से यहां पर करवाया जा रहा है. फिलहाल लोगों को मंदिर के बाहर ही इन दिनों माता के दर्शन हो पा रहे हैं. प्रशासन ने दावा किया है कि फरवरी माह के अंत तक माता शूलिनी के गर्भ गृह के निर्माण कार्य को पूरा कर लिया जाएगा.
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