सोलन: औद्योगिक नगरी बीबीएन(बद्दी- बरोटीवाला- नालागढ़) विश्व के मानचित्र पर फार्मा हब के नाम से मशहूर है. यहां भारत के साथ-साथ विदेशी कंपनियों ने अपने उद्योग स्थापित किये हैं, जिससे लोग रोजगार के साथ- साथ अपनी रोजी- रोटी चला रहे हैं.
बीबीएन में उद्योगों के साथ- साथ नशे का कारोबार करने वालों ने भी यहां अपनी जड़ें जमा ली है. जिला पुलिस ने नशा करने वालों और नशे के कारोबारियों के खिलाफ एक विशेष अभियान चलाया है, जिसमें जिला पुलिस को आए दिन सफलता भी हाथ लग रही है.
औद्यौगिक नगरी बद्दी की मल्लपुर पंचायत में नशेड़ियों का एक ऐसा अड्डा सामने आया है, जो करोड़ों की लागत से उद्योगपतियों की सहूलीयत के लिए बनाया था, लेकिन यहां नशेड़ी बिना किसी डर के खुलेआम दिन-रात नशे का सेवन कर रहे हैं.
वर्ष 2017 में करोड़ों की लागत से तैयार वेयर हाऊस में नशेड़ी रोजाना नशा करने आ रहे हैं, जिन्हें न तो किसी प्रशासनिक अधिकारी और न ही पुलिस का डर है.
करोड़ों की लागत से तैयार वेयर हाऊस बना नशेड़ियों का अड्डा
औद्यौगिक नगरी बद्दी की मल्लपुर पंचायत में केंद्र सरकार ने जून 2017 में 46.2 बीघा जमीन पर 26.89 करोड़ की लागत से वेयर हाऊस का निर्माण किया गया, लेकिन दो साल बीत जाने के बाद भी यह वेयर हाऊस खंडहर बनने की कगार पर है. वेयर हाऊस में आए दिन नशेड़ी नशा करते नजर आते हैं. उद्योगपति दो साल बीत जाने के बाद भी इस वेयर हाऊस के उद्घाटन का इंतजार कर रहे हैं.
करोड़ों की लागत से तैयार वेयर हाऊस, जहां अपना अस्तीत्व खो रहा है. वहीं, विभागीय जमीन से अवैध रूप से रास्ता निकाला गया है, जहां बीबीएन के नामी उद्योगों का कचरा फेंका जा रहा है. यहां केंद्र सरकार ने प्रतिबंधित सींगल यूज प्लास्टिक भी भारी मात्रा में पकड़ी है, जिससे प्रशासन बेखबर है.
नशेड़ी ओर शरारती तत्वों द्वारा पहुंचाया जा रहा सरकारी संपत्ति को नुकसान
केन्द्र सरकार ने इस प्रोजेक्ट को बनाने में जहां करोड़ों रुपये का निर्माण करवाया. वहीं, नशेड़ियों और शरारती तत्वों द्वारा वेयर हाऊस को नुकसान पहुंचाया जा रहा है. नशेडियों द्वारा वेयर हाऊस में तैयार पंप हाऊस, बीजली की तारों व शौचालय को नुकसान पहुंचाया गया है. वेयर हाऊस में लगे शटरों को भी काफी क्षती पहुंचाई गई है और जगह- जगह शीशे की खिड़कियां भी तोडी पाई गई.
करोड़ो की संपत्ति के नुकसान का जिम्मेवार कौन?
केंद्र सरकार का यह प्रोजेक्ट उद्योगपतियों की सहूलीयत के लिये बनाया गया था,लेकिन वेयर हाऊस के हालत देखकर यह मालूम होता है कि केंद्र सरकार ओर उद्योगपतियों का करोड़ों रुपया बराबद किया गया है. यह प्रौजेक्ट सरकार द्वारा कन्टेनरों को खड़ा करनें व उद्योगपतियों की सहूलीयत के लिए बनाया गया था, लेकिन यह वेयर हाऊस नशेडियों का अड्डा बना हुआ है. जहां न केवल नशे का सेवन हो रहा है बल्कि नशेडियों और शरारती तत्वों द्वारा सरकारी संपत्ति को भी भारी नुकसान पहुंचाया जा रहा है.
हैरानी की बात यह है कि एनएच बद्दी- नालागढ़ के साथ बने इस वेयर हाऊस की किसी भी प्रशासनिक अधिकारी द्वारा कोई सुध नहीं ली गई. अधिकारियों का बद्दी- नालागढ़ रोड़ से रोजाना आना- जाना होता है, या तो अधिकारियों को इस मामले की पूरी जानकारी है या फिर प्रशासन की नाक तले वेयर हाऊस को नुकसान पहुंचाया जा रहा है और नशेडी बिना डरे नशे का सेवन वेयर हाऊस में कर रहे है. अगर प्रशासन द्वारा जल्द से जल्द कोई भी उचित कदम नहीं उठाया गया तो वह दिन दूर नहीं जब वेयर हाऊस खंडहर में तबदील हो जायेगा.
आला अधिकारी इंडस्ट्रियल मीट में व्यस्त
वहीं, जब इस मामले में अधिकारियों की प्रतिक्रिया लेनी चाही तो पता चला कि इंडस्ट्रियल डिपार्टमेंट के आला अधिकारी धर्मशाला में होने जा रही इंडस्ट्रियल मीट में व्यस्त हैं. उसके बाद जब इस मामले पर उद्योग मंत्री विक्रम ठाकुर से दूरभाष पर बात की गई, तो उन्होंने आश्वासन देते हुए कहां की इस मामले में जल्द से जल्द कार्रवाई की जाएगी.