नालागढ़: हिमाचल प्रदेश में फोटोवॉल्टिक कार्यक्रम के तहत अगस्त 2021 तक 15 मेगावाट के ग्रिड से जुड़े सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित किए जा रहे हैं. इस कार्यक्रम से अधिकतर इकाइयां घरेलू उपभोक्ताओं के लिए स्थापित करने का प्रयास किया जा रहा है, ताकि प्रदेश के आम आदमी को सरकार की इस योजना का अधिक से अधिक लाभ मिल सके. यह जानकारी हिम ऊर्जा की मुख्य कार्यकारी अधिकारी रूपाली ठाकुर ने नालागढ़ में ट्रक यूनियन कार्यालय भवन के सभागार में हिम ऊर्जा द्वारा आयोजित एक दिवसीय जागरूकता शिविर के दौरान दी.
मुख्य कार्यकारी अधिकारी रूपाली ठाकुर ने बताया कि केंद्र सरकार की इस योजना में 3 किलोवाट तक के सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने के लिए 40% अनुदान दिया जा रहा है, जबकि 3 से 5 किलोवाट तक के लिए 20% अनुदान दिया जा रहा है. उन्होंने बताया कि समूची प्रक्रिया के पश्चात संयंत्र स्थापित हो जाने के उपरांत हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा भी इस योजना के लाभार्थियों को प्रति किलोवाट 4000 रुपये की राशि प्रदान की जा रही है. सौर ऊर्जा संयंत्रों के लिए दिया जाने वाला उपदान केवल बिजली के घरेलू उपभोक्ताओं को ही दिया जा रहा है.
सिर्फ उपभोक्ता अंश करवाना होगा जमा
रूपाली ठाकुर ने बताया कि योजना के इच्छुक लाभार्थियों को हिमाचल प्रदेश राज्य बिजली बोर्ड से सहमति पत्र प्राप्त करने के पश्चात केंद्रीय सब्सिडी को छोड़कर केवल उपभोक्ता अंश ही हिम उर्जा कार्यालय में जमा करवाना होगा. रूपाली ठाकुर ने कहा कि जिला सोलन के नालागढ़ उपमंडल में ज्यादा गर्मी होने के कारण इस क्षेत्र में प्रदेश के अन्य क्षेत्रों की अपेक्षा बिजली की अधिक खपत होती है. इसलिए उन्होंने इस क्षेत्र में छत पर लगने वाले ग्रिड से जुड़े सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने के लिए इस क्षेत्र को पहली प्राथमिकता दी है. उन्होंने क्षेत्रवासियों से इस योजना का ज्यादा से ज्यादा लाभ प्राप्त करने की अपील की है.
योजना के लाभार्थियों ने बताया अनुभव
कार्यशाला में पूर्व में योजना के लाभार्थियों में ट्रक यूनियन नालागढ़ के प्रधान विद्या रतन चौधरी और कोषाध्यक्ष वीर सिंह चंदेल ने अपने अनुभव साझा किए. उन्होंने बताया कि उनके द्वारा अपने घरों की छतों पर स्थापित किए गए सौर ऊर्जा संयंत्रों से स्थापना के आरंभिक 2 वर्षों के दौरान ही लागत की वसूली हो गई है. शिविर में 18 व्यक्तियों को समूची प्रक्रिया के पश्चात हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत परिषद लिमिटेड द्वारा घरों की छतों पर सोलर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने के लिए अनापत्ति पत्र भी प्रदान किए गए. इस अवसर पर हिमऊर्जा से संबंधित उत्पादों की प्रदर्शनी भी लगाई गई, जहां पर लोगों ने उत्पादों की लागत व तकनीकी पहलू में बारे गहन रुचि दिखाई.
ये भी पढ़ें: हमीरपुर में फिर पांव पसार रहा कोरोना! वृंदावन से लौटे 14 श्रद्धालुओं समेत 38 लोग संक्रमित
ये भी पढ़ें: CM जयराम ने बढ़ते कोरोना मामलों पर की समीक्षा बैठक, DC-SP समेत कई अधिकारी रहे मौजूद