सोलन: जिला पुलिस के जवान कोरोना वायरस जो कि इस समय पूरे विश्व के लिए महामारी बन चुका है. इससे निपटने के लिए कई राज्यों की सरकारें कर्फ्यू लगा चुकी है. वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी 21 दिन का लॉक डाउन घोषित कर चुके हैं. बात अगर प्रदेश सरकार की की जाए तो जयराम सरकार ने भी सभी विपक्षी दलों के साथ बैठक कर प्रदेश में अनिश्चितकाल तक कर्फ्यू लगाने की बात कही है.
वहीं, जिला सोलन जो कि भीड़भाड़ से भरा रहने वाला जाना जाता है इन दिनों सुनसान और खामोश है. पुलिस इन दिनों कर्फ्यू में दिन रात आमजन के लिए सड़कों पर है, वहीं उसी पुलिस का एक और चेहरा आज सोलन में देखने को मिला. बता दें कि इस कर्फ्यू के चलते प्रवासी मजदूरों का जीना भी मुश्किल हो चुका है जो हर दिन कमाई करके अपना जीवन यापन करते हैं.
सोलन के चंबाघाट में प्रवासी मजदूर इन दिनों रोज के खाने के लिए तरस रहे हैं, लेकिन कर्फ्यू के दौरान पुलिस इन लोगों के लिये मसीहा बनी है. बता दें कि चंबाघाट में करीब 8 झुग्गियों में 35 लोग अपना जीवन यापन शहर का कूड़ा उठाकर करते हैं और पैसा कमाते हैं, लेकिन कर्फ्यू लग जाने के बाद ना तो वह झुग्गियों से निकल पा रहे हैं और ना ही खाना खाने के लिए धन जुटा पा रहे हैं.
इस दौरान सोलन पुलिस गश्त पर थी उस समय इन्हीं प्रवासी मजदूरों में से एक ने पुलिस के जवानों को आवाज लगाकर अपनी पीड़ा बताई. पुलिस के जवानों ने अपनी जेब से पैसा इकठ्ठा कर इन लोगों में राशन बांटा. बता दें कि काम न कर पाने के चलते इन प्रवासी मजदूरों ने पिछले 2 दिन से खाना भी नहीं खाया है, इसे देखते हुए सोलन पुलिस के जवान इन्हें राशन बांटते नजर आए. वहीं, लोगों ने राशन लेने के बाद पुलिस को भी सलाम किया.
झुग्गी झोपड़ी वालों का कहना है कि उनके लिए सोलन पुलिस के लोग मसीहा बनकर आई हैं. बता दें कि लगभग 1000 से 1200 प्रवासी मजदूर सोलन में और न जाने पूरे हिमाचल में कितने लोग होंगे. इन लोगों के लिए सरकार को ध्यान देने की जरूरत है, ताकि कर्फ्यू के समय में इन लोगों को जागरूक किया जाए और इन्हें राशन मुहैया करवाया जाए.
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