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सेना व पुलिस बल ने सोलन में डाला डेरा, आपदाओं से निपटने के लिए प्रशासन का हुआ 'टेस्ट' - एडीएम सोलन

भूकंप से निपटने के लिए सेना व पुलिस बल के साथ विभिन्न विभाग के अधिकारियों, कर्मियों ने मिलकर वीरवार को मॉक ड्रिल की. एडीएम सोलन विवेक चंदेल ने बताया कि प्राकृतिक आपदा से का आयोजन इसलिए किया गया ताकि आपदा आने पर कम से कम नुक्सान किया जा सके.

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Published : Jul 12, 2019, 11:41 AM IST

सोलनः प्रदेश में प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए प्रदेशभर में मॉक ड्रिल आयोजित की गई. इसी कड़ी में सोलन जिला में आपदओं से निपटने से लिए प्रशासन की तैयारियों की जायजा लिया गया.
सोलन में मॉक ड्रिल के दौरान जिला प्रशासन के सभी विभागों ने भूकंप से निपटने के लिए अहम भूमिका निभाई. इस दौरान भारतीय सेना ने भी लोगों के बीच अपनी क्षमता का परिचय दिया.

विडियो
मॉक ड्रिल के दौरान ऐसा दर्शाया गया कि शहर के विभिन्न हिस्सों में भूकंप के कारण विभिन्न भवनों में लोग दबे हुए हैं जिन्हें पुलिस, होमगार्ड व भारतीय सेना के जवानों द्वारा बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया जा रहा है.

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इस बारे जानकारी देते हुए एडीएम सोलन विवेक चंदेल ने बताया कि प्राकृतिक आपदा से निपटने की तैयारियों की समीक्षा के लिए मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया. जिसमें कई खामियां भी उजागर हुई है.
एडीएम ने कहा कि इन खामियों को दुरुस्त किया जाएगा. उन्होंने कहा कि मॉक ड्रिल का आयोजन इसलिए किया जाता है ताकि आपदा आने पर कम से कम नुकसान किया जा सके.
सोलन में अचानक सायरन बजने से लोगों में हड़कंप मच गई अमूमन 10 बजे सुबह व शाम को 5 बजे बजने वाला सायरन जब सुबह 8:30 मिनट पर बजा तो लोगों विचलित हो गए. 2 बार सायरन बजने व प्रशासनिक अमलीजामा, गाड़ियां, डॉक्टर, फायर ब्रिगेड, एंबुलेंस, पुलिस, होम गार्ड के जवान ये सब देखकर लोगों की उत्सुकता और बढ़ गई. किसी को कुछ समझ नहीं आ रहा था कि सोलन मे ऐसा क्या हो गया जो आज सब मौके पर मौजूद है .

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बता दें कि प्रदेश में 11 जुलाई को सभी जिलों में भूकंप से बचाव को लेकर मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया. जिसमें सुबह आठ बजे से लेकर दोपहर दो बजे तक मॉक ड्रिल हुई. इसमें भूकंप रिक्टर पैमाने आठ मैगनिट्यूड के झटके बताए गए व मंडी के उपमंडल सुंदरनगर को भूकंप का केंद्र बताया गया. इससे प्रभावित हुए सभी जिलों के बचाव के लिए राज्यस्तरीय मॉक ड्रिल आयोजित हुई.

सोलनः प्रदेश में प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए प्रदेशभर में मॉक ड्रिल आयोजित की गई. इसी कड़ी में सोलन जिला में आपदओं से निपटने से लिए प्रशासन की तैयारियों की जायजा लिया गया.
सोलन में मॉक ड्रिल के दौरान जिला प्रशासन के सभी विभागों ने भूकंप से निपटने के लिए अहम भूमिका निभाई. इस दौरान भारतीय सेना ने भी लोगों के बीच अपनी क्षमता का परिचय दिया.

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मॉक ड्रिल के दौरान ऐसा दर्शाया गया कि शहर के विभिन्न हिस्सों में भूकंप के कारण विभिन्न भवनों में लोग दबे हुए हैं जिन्हें पुलिस, होमगार्ड व भारतीय सेना के जवानों द्वारा बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया जा रहा है.

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इस बारे जानकारी देते हुए एडीएम सोलन विवेक चंदेल ने बताया कि प्राकृतिक आपदा से निपटने की तैयारियों की समीक्षा के लिए मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया. जिसमें कई खामियां भी उजागर हुई है.
एडीएम ने कहा कि इन खामियों को दुरुस्त किया जाएगा. उन्होंने कहा कि मॉक ड्रिल का आयोजन इसलिए किया जाता है ताकि आपदा आने पर कम से कम नुकसान किया जा सके.
सोलन में अचानक सायरन बजने से लोगों में हड़कंप मच गई अमूमन 10 बजे सुबह व शाम को 5 बजे बजने वाला सायरन जब सुबह 8:30 मिनट पर बजा तो लोगों विचलित हो गए. 2 बार सायरन बजने व प्रशासनिक अमलीजामा, गाड़ियां, डॉक्टर, फायर ब्रिगेड, एंबुलेंस, पुलिस, होम गार्ड के जवान ये सब देखकर लोगों की उत्सुकता और बढ़ गई. किसी को कुछ समझ नहीं आ रहा था कि सोलन मे ऐसा क्या हो गया जो आज सब मौके पर मौजूद है .

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बता दें कि प्रदेश में 11 जुलाई को सभी जिलों में भूकंप से बचाव को लेकर मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया. जिसमें सुबह आठ बजे से लेकर दोपहर दो बजे तक मॉक ड्रिल हुई. इसमें भूकंप रिक्टर पैमाने आठ मैगनिट्यूड के झटके बताए गए व मंडी के उपमंडल सुंदरनगर को भूकंप का केंद्र बताया गया. इससे प्रभावित हुए सभी जिलों के बचाव के लिए राज्यस्तरीय मॉक ड्रिल आयोजित हुई.

Intro:सोलन में आया भूकंप,आर्मी और पुलिस जवानों ने डाला सोलन में डेरा, 15 लोगों की हुई मौत,घायलों को पहुंचाया गया सुरक्षित जगह पर।

हिमाचल प्रदेश में भूकंप की संभावना को देखते हुए सोलन जिला प्रशासन ने मॉक ड्रिल का आयोजन किया सोलन शहर के विभिन्न हिस्सों में आयोजित मॉक । ड्रिल के दौरान जिला प्रशासन के सभी विभागों ने भूकंप से निपटने के लिए अहम भूमिका निभाई । इस दौरान भारतीय सेना ने भी लोगों के बीच अपनी क्षमता का परिचय दिया।मॉक ड्रिल के दौरान ऐसा दर्शाया गया कि शहर के विभिन्न हिस्सों में भूकंप के कारण विभिन्न भवनों में लोग दबे हैं जिन्हें पुलिस, होमगार्ड व भारतीय सेना के जवानों ने बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचायाBody:
मीडिया से बात करते हुए एडीएम सोलन विवेक चंदेल ने बताया कि प्राकृतिक आपदा से निपटने की तैयारियो की समीक्षा के लिए माॅक ड्लि का आयोजन किया गया । जिसमे की कई खामियां भी उजागर हुई है । उन्होंने कहा कि इन खामियो को दरूस्त किया जायेगा । उन्होंने कहा कि माॅक ड्लि का आयोजन इसी लिये किया जाता है ताकि आपदा आने पर नुकसान को कम किया जासके। उन्होंने कहा कि पांच जगहो पर 15 लोगो की मौत इस पुर्नाभ्यास के दौरान हुई । ......बाईट।Conclusion:

कितने बजे शुरू हुई मॉक ड्रिल:-क्यों लोग हुए हैरान
सोलन मे अचानक सायरन बजने से लोग हुए हैरान सोलन मे अचानक सायरन बजने से लोगों मे हड़कंप मच गया । अमूनन 10 बजे सुबह व शाम को 5 बजे बजने वाला सायरन जब सुबह 8:30 मिनट पर बजा तो लोगो के फोन मीडिया कर्मियों को आने लगे । सब परेशान थे कि सोलन मे आज ऐसा क्या हो गया जो आज जल्दी ही ये बज उठा । एक बार नहीं बल्कि 2 बार ये सायरन बजा व प्रशासन की गाड़ियां, प्रशासनिक अमलीजामा, डॉक्टर, फायर ब्रिगेड, एंबुलेंस, पुलिस, होम गार्ड के जवान सबको देखकर लोगों की उत्सुकता ओर बड़ गई । किसी को कुछ समझ नहीं आ रहा था कि सोलन मे ऐसा क्या हो गया जो आज सब मौके पर मौजूद है ।

बता दें कि हिमाचल में 11 जुलाई को सभी जिलों में भूकंप से बचाव को लेकर मॉक ड्रिल का आयोजन किया जा रहा था । सुबह आठ बजे से लेकर दोपहर दो बजे तक मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। रिक्टर पैमाने पर आठ मैगनिट्यूड का भूकंप आने, जिसका केंद्र मंडी जिला का सुंदरनगर होगा, से सभी जिलों में लोगों के प्रभावित होने को लेकर राज्यस्तरीय मॉक ड्रिल हुई


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