सोलन: भाजयुमो सोलन मंडल के पूर्व उपाध्यक्ष देवंद्र ठाकुर (बिंदरू ठाकुर) का निष्कासन बीजेपी के लिए गले की फांस बन गया है. उनके समर्थन में युवा मोर्चा के करीब 170 कार्यकर्ता अपना इस्तीफा लेकर बीजेपी प्रदेश विशेष आमंत्रित सदस्य डॉ. राजेश कश्यप के पास सोलन विश्राम गृह पंहुचे और उनके माध्यम से बीजेपी संगठन मंत्री पवन राणा को ज्ञापन सौंपा.
देवेंद्र ठाकुर के समर्थकों ने उनका निष्कासन रद्द करने के लिए 8 जून तक अल्टीमेटम दिया है. ऐसा नहीं हुआ तो वे पार्टी से अपना इस्तीफा दे देंगे. कार्यकर्ताओं का आरोप है कि बीजेपी मंडल अध्यक्ष ने, बिना कारण बताओ नोटिस जारी किए उन्हें पार्टी से निष्कासित किया है, जो पार्टी के संविधान के खिलाफ है.
उनका यहां तक कहना है कि उनके पास मंडल अध्यक्ष को निष्कासन करने का अधिकार भी नहीं है. विदित रहे कि बीजेपी मंडल अध्यक्ष ने देवेंद्र ठाकुर को प्राथमिक सदस्यता से 6 वर्ष के लिए निष्कासित कर दिया है. इस कारण बीजेपी का एक गुट इस कार्रवाई के खिलाफ है.
क्या कहते हैं पूर्व उपाध्यक्ष देवेंद्र ठाकुर
अपना पक्ष रखते हुए पूर्व उपाध्यक्ष देवेंद्र ठाकुर ने कहा कि आज कार्यकर्ताओं ने डॉ. राजेश कश्यप को एक मांग पत्र सौंपा है और मंडल अध्यक्ष से मांग कि है कि वह बताएं की किस वजह से उन्हें पार्टी से निष्कासित किया गया है.
उन्होंने कहा कि वह पिछले कई वर्षों से पार्टी का काम कर रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे. उन्होंने कहा की बेवजह उन्हें पार्टी से निष्कासित किया जा रहा है, जबकि वह पार्टी की ओर से दिए गए सभी काम बखूबी कर रहे हैं.
क्या कहते हैं मंडल अध्यक्ष मदन ठाकुर
सोलन बीजेपी मंडल अध्यक्ष मदन ठाकुर का कहना है कि देवेंद्र ठाकुर को 15 दिन पहले ही कारण बताओ नोटिस दिया गया था, उन्होंने बताया कि देवेंद्र उर्फ बिंदरु ठाकुर ने अपने फेसबुक पेज पर कुछ पोस्ट सरकार के विरोध में डाली थी, जिसके ऊपर सरकार के खिलाफ और अनुशासनहीनता के चलते, साथ ही असामाजिक गतिविधियों के चलते उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था.
उन्होंने कहा कि सरकार के विरोध में जो भी पदाधिकारी व कार्यकर्ता इस तरह की गतिविधि करता पाया जाता है उसे बीजेपी सरकार बर्दाश्त नहीं करेगी, अनुशासनहीनता को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि बीजेपी में पहली प्राथमिकता स्वच्छ छवि है. उन्होंने कहा कि यदि भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने आज प्रदर्शन किया है तो उन्हें भी कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा.