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E-Naam से जुड़ी देश की पहली सब्जी मंडी ने किसानों तक ऑनलाइन पहुंचाए 97 लाख

भले ही प्रदेश की सब्जियां इन दिनों बाहरी राज्यों की मंडियों तक नही पहुंच रही हैं, लेकिन प्रदेश की मंडियों में किसानों की फसलों का उन्हें उचित दाम मिल रहा है. हालांकि पिछले साल के मुकाबले किसानों को उनकी फसलों के दाम कम मिले हों, लेकिन प्रदेश की मंडियां लगातार प्रयास कर रही हैं कि किसानों को इस संकट की घड़ी में आर्थिक तंगी से उभारा जाए. वहीं, सोलन सब्जी मंडी ने कोरोना काल में मटर के सीजन का ऑनलाइन व्यापार 97 लाख 11 हजार 586 रुपये किया गया है.

sabji mandi solan news, सब्जी मंडी सोलन न्यूज
सब्जी मंडी सोलन ने किसानों के खातों में ऑनलाइन पहुंचाए 97 लाख 11 हजार रुपये
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Published : May 12, 2020, 2:19 PM IST

Updated : May 12, 2020, 2:32 PM IST

सोलन: कोरोना से निपटने के राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर लगातार प्रयास किये जा रहे हैं. कोरोना महामारी से हर वर्ग इन दिनों परेशान हैं, लेकिन किसानों का हौंसला इस मुश्किल घड़ी में भी बुलंद है. किसान दिन रात मेहनत करके फसलों को मंडियों तक पहुंचा रहे हैं, ताकि आमजन को इस मुश्किल घड़ी में भी किसी असुविधा का सामना ना करना पड़े.

भले ही प्रदेश की सब्जियां इन दिनों बाहरी राज्यों की मंडियों तक नही पहुंच रही हैं, लेकिन प्रदेश की मंडियों में किसानों की फसलों का उन्हें उचित दाम मिल रहा है. हालांकि पिछले साल के मुकाबले किसानों को उनकी फसलों के दाम कम मिले हों, लेकिन प्रदेश की मंडियां लगातार प्रयास कर रही हैं कि किसानों को इस संकट की घड़ी में आर्थिक तंगी से उभारा जाए.

वीडियो.

कोरोना काल में 24 मार्च से प्रदेश में कर्फ्यू लगा दिया गया था. बावजूद इसके किसानों ने हिम्मत नहीं हारी. किसानों की फसलें भले ही इस बार मंडियों तक लेट पहुंची और ओलावृष्टि और बारिश होने से किसानों की फसलें खराब भी हो गई थीं, लेकिन किसानों की फसलों को सब्जी मंडी ने ग्रेडिंग के हिसाब से लिया और अच्छे दाम दिए.

ऑनलाइन व्यापार से किसानों को हुआ इस बार 97 लाख का भुगतान

वहीं, बात अगर सोलन सब्जी मंडी की कि जाए तो मंडी में इस बार कोरोना काल में मटर के सीजन का ऑनलाइन व्यापार 97 लाख 11 हजार 586 रुपये किया गया है, यही नहीं e-naam के माध्यम से 24 घंटे के भीतर ही जरूरतमंद किसानों को 12 लाख रुपये भी भुगतान किए गए हैं साथ ही साथ सोलन सब्जी मंडी में व्यापार बढ़ाने के लिए इस बार करसोग मंडी कृषक संघ को भी जोड़ा गया है. इस संघ के माध्यम से भी करीब 5-6 लाख का मटर का कारोबार किया गया है.

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फोटो. सब्जी मंडी सोलन

2014 में E-Naam से जुड़ने वाली देश की पहली सब्जी मंडी थी

सोलन सब्जी मंडी सोलन सब्जी मंडी को करीब 6 साल पहले 2014 में e-naam से जोड़ा गया था, जिसके माध्यम से किसानों को उनकी फसल का भुगतान ऑनलाइन ही उनके खातों में किया जाता है.

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फोटो.

सोलन सब्जी मंडी देश की पहली सब्जी मंडी है जिसे ऑनलाइन व्यापार से जोड़ा गया था. e-naam कि शुरुआत इसलिए की गई थी ताकि किसानों से होने वाली धोखाधड़ी को रोका जा सके. वहीं, अब तक करीब 12000 किसान सोलन सब्जी मंडी में e-naam से जुड़ चुके हैं.

कोरोना काल में मटर का कारोबार हुआ 9.50 करोड़

इस बार सोलन सब्जी मंडी में करीब 42,000 क्विंटल मटर आई है जिससे 9.50 करोड़ का व्यापार हुआ है. जिसमें ₹23 प्रति किलो के हिसाब से मटर के दाम किसानों को दिए गए हैं , वहीं अगर बात पिछले साल की जाए तो पिछले साल करीब 27,000 क्विंटल मटर सब्जी मंडी सोलन में आया था जिसमें प्रति किलो ₹28 के हिसाब से साढ़े 8 करोड़ का व्यापार सोलन सब्जी मंडी में किया गया था.

ये भी पढ़ें- हमीरपुर में नहीं आये कोरोना के नए मामले, जिला प्रशासन की गलती से मचा हड़कंप

सोलन: कोरोना से निपटने के राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर लगातार प्रयास किये जा रहे हैं. कोरोना महामारी से हर वर्ग इन दिनों परेशान हैं, लेकिन किसानों का हौंसला इस मुश्किल घड़ी में भी बुलंद है. किसान दिन रात मेहनत करके फसलों को मंडियों तक पहुंचा रहे हैं, ताकि आमजन को इस मुश्किल घड़ी में भी किसी असुविधा का सामना ना करना पड़े.

भले ही प्रदेश की सब्जियां इन दिनों बाहरी राज्यों की मंडियों तक नही पहुंच रही हैं, लेकिन प्रदेश की मंडियों में किसानों की फसलों का उन्हें उचित दाम मिल रहा है. हालांकि पिछले साल के मुकाबले किसानों को उनकी फसलों के दाम कम मिले हों, लेकिन प्रदेश की मंडियां लगातार प्रयास कर रही हैं कि किसानों को इस संकट की घड़ी में आर्थिक तंगी से उभारा जाए.

वीडियो.

कोरोना काल में 24 मार्च से प्रदेश में कर्फ्यू लगा दिया गया था. बावजूद इसके किसानों ने हिम्मत नहीं हारी. किसानों की फसलें भले ही इस बार मंडियों तक लेट पहुंची और ओलावृष्टि और बारिश होने से किसानों की फसलें खराब भी हो गई थीं, लेकिन किसानों की फसलों को सब्जी मंडी ने ग्रेडिंग के हिसाब से लिया और अच्छे दाम दिए.

ऑनलाइन व्यापार से किसानों को हुआ इस बार 97 लाख का भुगतान

वहीं, बात अगर सोलन सब्जी मंडी की कि जाए तो मंडी में इस बार कोरोना काल में मटर के सीजन का ऑनलाइन व्यापार 97 लाख 11 हजार 586 रुपये किया गया है, यही नहीं e-naam के माध्यम से 24 घंटे के भीतर ही जरूरतमंद किसानों को 12 लाख रुपये भी भुगतान किए गए हैं साथ ही साथ सोलन सब्जी मंडी में व्यापार बढ़ाने के लिए इस बार करसोग मंडी कृषक संघ को भी जोड़ा गया है. इस संघ के माध्यम से भी करीब 5-6 लाख का मटर का कारोबार किया गया है.

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फोटो. सब्जी मंडी सोलन

2014 में E-Naam से जुड़ने वाली देश की पहली सब्जी मंडी थी

सोलन सब्जी मंडी सोलन सब्जी मंडी को करीब 6 साल पहले 2014 में e-naam से जोड़ा गया था, जिसके माध्यम से किसानों को उनकी फसल का भुगतान ऑनलाइन ही उनके खातों में किया जाता है.

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सोलन सब्जी मंडी देश की पहली सब्जी मंडी है जिसे ऑनलाइन व्यापार से जोड़ा गया था. e-naam कि शुरुआत इसलिए की गई थी ताकि किसानों से होने वाली धोखाधड़ी को रोका जा सके. वहीं, अब तक करीब 12000 किसान सोलन सब्जी मंडी में e-naam से जुड़ चुके हैं.

कोरोना काल में मटर का कारोबार हुआ 9.50 करोड़

इस बार सोलन सब्जी मंडी में करीब 42,000 क्विंटल मटर आई है जिससे 9.50 करोड़ का व्यापार हुआ है. जिसमें ₹23 प्रति किलो के हिसाब से मटर के दाम किसानों को दिए गए हैं , वहीं अगर बात पिछले साल की जाए तो पिछले साल करीब 27,000 क्विंटल मटर सब्जी मंडी सोलन में आया था जिसमें प्रति किलो ₹28 के हिसाब से साढ़े 8 करोड़ का व्यापार सोलन सब्जी मंडी में किया गया था.

ये भी पढ़ें- हमीरपुर में नहीं आये कोरोना के नए मामले, जिला प्रशासन की गलती से मचा हड़कंप

Last Updated : May 12, 2020, 2:32 PM IST
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