सोलन: कोरोना वैक्सीन को अपनी शत प्रतिशत जतना को लगवाने में हिमाचल हमेशा अव्वल (Booster dose in Solan) रहा है. राष्ट्रीय स्तर पर कोरोना वैक्सीन को लेकर हिमाचल की काफी सराहना हुई (Vaccination in Himachal) है. प्रदेश सरकार कोरोना काल में इस कार्य को सबसे बड़ी उपलब्धि मान रही है. इसको लेकर केंद्र सरकार ने भी प्रदेश सरकार की काफी पीठ थपथपाई थी. लेकिन शायद प्रदेश सरकार उपलब्धि हासिल करने के लिए ही इस अभियान को युद्ध स्तर पर चला रही थी. इस उपलब्धि को हासिल करने के बाद सरकार ने हिमाचल की जनता को राम भरोसे छोड़ दिया है.
ऐसा इसलिए क्योंकि तीसरी डोज जो पहले निशुल्क मिल रही थी, उसे अब लोगों को निजी अस्पतालों में लगाना पड़ेगा. सोलन जिले में 18 से 59 आयु वर्ग के लोगों को अब बूस्टर डोज लगाने के लिए बद्दी का रुख करना पड़ेगा. नालागढ़ ब्लॉक के बद्दी स्थित मल्होत्रा अस्पताल को इस आयु वर्ग के लोगों को कोविड वैक्सीन लगाने की मंजूरी मिली है. जिला में यह पहला अस्पताल होगा, जहां पर लोगों को पैसा खर्च कर वैक्सीन लगाने को मिलेगी. हालांकि अभी अस्पताल के पास कोविशिल्ड की ही व्यवस्था है.
यह वैक्सीन लोगों को केंद्र सरकार की ओर से निर्धारित किए गए दाम पर मिलेगी. इसके लिए अस्पताल प्रशासन ने तैयारियां भी पूर्ण कर ली हैं. जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मुक्ता रस्तोगी ने बताया कि अभी तक जिला में एक ही अस्पताल को वैक्सीन लगाने के लिए अधिकृत किया गया है. अन्य किसी भी अस्पताल ने वैक्सीन लगाने के लिए अपनी रुचि नहीं दिखाई है. इसलिए अगर किसी को भी जिला सोलन में वैक्सीन लगवानी है, तो उसे नालगढ़ जाकर वैक्सीन लगवानी होगी.
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की ओर 225 रुपये वैक्सीन डोज लगाने के लिए निर्धारित किए गए हैं. लेकिन अस्पताल द्वारा इसके उपर सर्विस टैक्स और डॉक्टर ड्यूटी टैक्स लिया जा सकता है. उन्होंने कहा कि वह अन्य अस्पतालों से भी इस बारे में आग्रह कर रहे हैं. लेकिन अभी तक किसी ने भी हामी नहीं भरी है. उन्होंने कहा कि तीसरी डोज लगाना बेहद आवश्यक है. इसलिए लोग इस डोज को आवश्य लगवाएं.
बता दें कि केंद्र सरकार के आदेशों के बाद 18 से 59 आयु वर्ग के लोगों को बूस्टर डॉज बाजार में भी उपलब्ध हो गई है. सरकार के आदेशों के अनुसार मल्होत्रा अस्पताल बद्दी (Vaccination in Malhotra Hospital Baddi) में 300 से 400 रुपये के बीच कोविशिल्ड के रेट निर्धारित किए हैं. हालांकि 18 से 59 आयु वर्ग में आने वाले फ्रंट लाइन वर्कर, हेल्थ केयर वर्कर और 59 वर्ष से अधिक आयु के लोगों के लिए बूस्टर डोज की व्यवस्था सरकारी स्तर पर की गई है और वर्तमान में लोग वैक्सीन की बूस्टर डोज भी लगाई जा रही है.
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