सोलन: नौणी विश्वविद्यालय हर साल किसान बागवानों को अच्छी किस्म के पौधे देने के लिए जाना जाता है, लेकिन इस बार कोरोना वायरस के बीच नौणी विश्वविद्यालय ने ऑनलाइन ही किसानों बागवानों की फलदार पौधों की मांग ईमेल या डाक से लेने शुरू कर दी है. कोरोना काल में नौणी विवि मांग के आधार पर ही पौधे बांटेगी. बागवानों को अपनी जमीन का खसरा नंबर भी देना होगा
इसके हिसाब से उन्हें सेब सहित अन्य फलदार पौधे दिए जाएंगे. इसमें प्रदेश के दूरदराज के बागवानों को नौणी आने की भी कोई आवश्यकता नहीं है. विवि उन्हें संबंधित क्षेत्रों में ही पौधे पहुंचाएगा. 5 दिसंबर तक किसान बागवान ईमेल या फिर डाक से अपनी मांग विवि तक पहुंचा सकते हैं.
डॉ. वाईएस परमार उद्यानिकी और वानिकी विश्वविद्यालय नौणी के कुलपति डॉ परविंदर कौशल ने बताया कि उच्च गुणवत्ता वाले समशीतोष्ण फलों को लगाने की सामग्री की वार्षिक बिक्री जनवरी 2021 के पहले सप्ताह में करने जा रहा है. विवि एवं उसके अंतर्गत आने वाले कृषि विज्ञान एवं अनुसंधान केंद्रों में तैयार सेब, नाशपाती, प्लम, खुमानी, आडू़, किवी, परसीमन, अनार आदि फलों के उच्च गुणवत्ता वाले पौधों के लिए किसान बागवान को 5 दिसंबर से पहले अपनी मांग विश्वविद्यालय/केंद्रों को भेजनी होगी.
यह निर्णय कोविड-19 की रोकथाम के लिए जारी निर्देशों के पालन के मद्देनजर लिया है. विवि ने सभी इच्छुक किसानों/बागवानों से आग्रह किया है कि वे अपनी-अपनी पौधों की मांग विवि वेबसाइट से मांग पत्र डाउनलोड कर विश्वविद्यालय को भरकर डाक या ईमेल से 5 दिसंबर से पहले भेजें.