सोलन: खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के उपाध्यक्ष पुरुषोत्तम गुलेरिया ने कहा कि खादी एवं ग्रामोद्योग ग्रामीण क्षेत्रों के रोजगार सृजन क्षेत्र में अहम भूमिका निभा रहा है. उन्होंने कहा कि लघु एवं मध्यम उद्योगों के माध्यम से बड़े पैमाने पर रोजगार की संभावना है. उन्होंने कहा कि बोर्ड एक लाख से सवा लाख रुपए 25 से 35 प्रतिशत अनुदान पर मुहैया करवा रहा है. इसके लिए ग्रामीण युवाओं को स्वरोजगार अपनाने के लिए आगे आना चाहिए.
गांवों का समृद्ध बनाना बोर्ड की अवधारणा
पुरुषोत्तम गुलेरिया ने कहा कि खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड की मूल अवधारणा गांवों को समृद्ध बनाना है. इसको लेकर सभी कर्मचारी अच्छा कार्य कर रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिस प्रकार से खादी की ब्रांडिंग पूरे विश्व में कर रहे हैं, उसका भी बड़ा लाभ मिल रहा है. लोगों में भी खादी को लेकर रुझान बढ़ रहा है. केंद्रीय बजट में आत्मनिर्भर भारत की घोषणा हुई है, उन योजनाओं पर पर भी हमारा ध्यान है. उन्होंने कहा कि खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड और जिला उद्योग केंद्र को निर्देश दिए गए हैं कि प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम की पूरी जानकारी गांव-गांव तक पहुंचाई जाए, ताकि शिक्षित युवा इसका लाभ उठा सकें.
खादी बोर्ड ने 105 प्रतिशत लक्ष्य पूरा किया
गुलेरिया ने कहा कि पिछले वर्ष से लेकर अब तक हर वर्ग कोरोना वायरस से प्रभावित हुआ है, ऐसे में कोई भी विभाग अपना लक्ष्य पूरा नहीं कर पाया, लेकिन खादी बोर्ड ने अपना 105 प्रतिशत लक्ष्य पूरा किया है. उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष प्रदेश में 364 नई यूनिट लगाने का लक्ष्य है, इसके बदले उन्होंने प्रदेश में 374 नए यूनिट लगाए हैं. वहीं अगर सब्सिडी की बात की जाए तो पिछले बर्ष 10 करोड 93 लाख 19 हजार सब्सिडी देने का लक्ष्य प्रदेश में रखा गया था. इसके बदले प्रदेश में 11 करोड़ 40 लाख 10 हजार की सब्सिडी दी गई है. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी का लोकल फॉर वोकल का जो सपना है, वह ग्रामीण क्षेत्रों में साकार हो रहा है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में सीएम जयराम ठाकुर और उद्योग मंत्री के तत्वावधान में दिन प्रतिदिन खादी बोर्ड आगे बढ़ता जा रहा है.
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