कसौली/सोलनः जिला सोलन में लगातार तीसरे दिन मृत मुर्गों के मिलने से दहशत फैल गई है. चक्की मोड़ के बाद अब सोलन-कुमारहट्टी बाईपास पर टनल के कुमारहट्टी पोर्टल के समीप ढांक से नीचे मरे हुए मुर्गे फेंके हुए पाए गए हैं. हालांकि बीते 2 दिनों से मिल रहे मरे हुए मुर्गों के भेजे गए सैम्पलों की रिपोर्ट को लेकर विभाग इंतजार में है, लेकिन बर्ड फ्लू की दहशत के बीच तीसरे दिन भारी मात्रा में मरे मुर्गे हाई-वे किनारे फेंके पाए गए हैं. तीनों दिनों से मिल रहे ये मुर्गे बर्ड फ्लू के कारण मरे हैं या अन्य कारणों से इस पर से पर्दा उठना बाकी है.
हैरान कर देने वाली बात तो यह है कि जिला प्रशासन ने बीते कल से मुर्गे, अंडे और अन्य मांस ले जा रही गाड़ियों पर सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक प्रतिबन्ध लगाया है. इसके बावजूद इस प्रकार से भारी मात्रा में मरे हुए मुर्गे मिलना चिंता का विषय भी है.
उधर, सूचना मिलने के बाद विभाग की टीम मौके पर पहुंची और आगामी कार्रवाई की है. इन मृत मुर्गों के इस झुंड में से सैम्पल लेकर जांच के लिए जालन्धर भेजे जाएंगे. जानकारी के अनुसार कालका शिमला नेशनल हाई-वे 5 पर कुमारहट्टी बाईपास पर बनी टनल के समीप कुमारहट्टी की ओर किसी ने मरे मुर्गे फेंके हैं. जैसे ही इस बात का पता पुलिस और जिला प्रशासन को लगा तो तुरन्त मौके का निरीक्षण करने पहुंचे.
बुधवार और गुरुवार को हाई-वे किनारे मिले थे मृत मुर्गे
इससे पहले बुधवार और गुरुवार को हाई-वे किनारे मृत मुर्गे मिले थे. इसके बाद जिला प्रशासन की टीम की ओर से मुर्गों को प्रोटोकॉल के हिसाब से दबा दिया था और एरिया को सेनिटाइज करवाया गया था. उस जगह पर विभाग ने अलर्ट भी जारी किया था. अब इसके बाद लगातार तीसरे दिन हाई-वे किनारे लगभग 100 से अधिक मरे हुए मुर्गे मिले हैं. विभाग की टीम सूचना मिलते ही मौके पर पहुंच चुकी है और आसपास के लोगों से जानकारी एकत्र कर रही है.
मौके का निरीक्षण करने पहुंचे एसडीएम सोलन
कालका-शिमला नेशनल हाई-वे पर टनल के समीप फेंके गए मृत मुर्गों की जानकारी जैसे ही एसडीएम सोलन को लगी तो वह तुरंत मौके पर पहुंच गए. उन्होंने पशुपालन विभाग की टीम और पुलिस को निर्देश दिए और जल्द कडे़ कदम उठाने के लिए कहा गया. उपमंडलाधिकारी सोलन अजय कुमार यादव का कहना है कि उन्हें जानकारी मिली कि टनल के समीप मरे हुए मुर्गे फेंके गए हैं. इसके बाद तुरन्त उन्होंने पशु पालन विभाग और पुलिस को निर्देश जारी किए. उन्होंने कहा कि इन्हें प्रोटोकॉल के हिसाब से दबाया जाएगा और इसके बाद एरिया को सैनिटाइज किया जाएगा.
क्या कहना है पशु पालन विभाग के उप-निदेशक का
उधर, पशु पालन विभाग के उप-निदेशक डॉ. भारत भूषण गुप्ता ने बताया कि उन्होंने मौके का निरीक्षण किया है. इस झुंड में से 5 रैंडम सैम्पल भी लिए गए हैं. उन्होंने बताया कि अभी बीते 2 दिनों में भेजे गए सैम्पलों की रिपोर्ट अभी नहीं आई है.