सोलन: बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी आज डॉ यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी पहुंचे. जहां उन्होंने हिमाचल प्रदेश बागवानी विकास परियोजना के तहत स्थापित उन्नत मृदा एवं पत्ती विश्लेषण प्रयोगशाला की सैंपल प्रसंस्करण खंड का शुभारंभ किया. वहीं, इस मौके पर उन्होंने कहा कि नौणी विवि के महत्व को देखते हुए, इसे वर्ल्ड क्लास बनाने का प्रयास किया जाएगा.
उन्नत मृदा एवं पत्ती विश्लेषण प्रयोगशाला की सैंपल प्रसंस्करण खंड ₹50 लाख की लागत से तैयार हुआ है. बागवानी मंत्री ने उन्नत मृदा एवं पत्ती विश्लेषण प्रयोगशाला का निरीक्षण किया. साथ ही वहां होने वाले विभिन्न कार्यों के बारे में जानकारी ली. इस दौरान बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा वह पहली बार विश्वविद्यालय के विजिट पर पहुंचे हैं. यहां पर उनके द्वारा लैब का उद्घाटन भी किया गया. उन्होंने नर्सरी का भी निरीक्षण किया है. यह विश्वविद्यालय किसान और बागवानों के लिए बेहतर कार्य कर रहा है. हिमाचल प्रदेश में बागवानी आय का मुख्य साधन है, ऐसे में विश्वविद्यालय के महत्व को देखते हुए इसे वर्ल्ड क्लास बनाने का भी प्रयास किया जाएगा.
उन्होंने कहा मैनपावर की जो कमी विश्वविद्यालय में है, उसको लेकर आगामी दिनों में कार्य किया जाएगा. क्योंकि प्रदेश में व्यवस्था परिवर्तन की सरकार चल रही है. ऐसे में जो भी कमियां विश्वविद्यालय को आ रही है, उसे पूरा किया जाएगा. बता दें कि इसके अलावा बागवानी मंत्री ने विश्विद्यालय की विभिन्न फील्ड्स का दौरा किया. बागवानी मंत्री ने फल विज्ञान विभाग की विभिन्न फलों की नर्सरी, पोस्ट एंट्री क्वारेंटाइन साइट्स, उच्च घनत्व सेब बगीचे, कीवी ब्लॉक, टिशु कल्चर लैब, फॉरेस्ट प्रोडक्ट्स लैब, हर्बेरियम और सोलर किचन का दौरा किया.
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