सोलन: प्रदेश में कोरोना से जंग में डॉक्टरों के साथ-साथ पुलिसकर्मी भी फ्रंट लाइन कोरोना वॉरियर की भूमिका निभा रहे हैं. जिला सोलन में भी करीब 1000 पुलिसकर्मी दिन रात ड्यूटी पर तैनात रहकर कोरोना से जंग लड़ रहे हैं. लॉकडाउन के चलते जरूरतमन्दों तक खाना देने की बात हो या फिर बूढ़े बुजुर्गों तक दवाइयां पहुंचाने की बात पुलिसकर्मी घर की चिंता छोड़ कर अपना फर्ज निभा रहे हैं.
सोलन जिला में करीब 1000 पुलिस कर्मी ड्यूटी पर तैनात हैं, जो दिन रात अपनी सेवाएं दे रहे हैं. लोगों को लाने के लिए फ्रंट लाइन पर पुलिस कर्मी खड़े है तो कहीं ट्रैफिक व्यवस्था बनाने के लिए पुलिस कर्मी अपनी सेवाएं दे रहे हैं.
कभी लोगों की मदद तो कभी फटकार लगाते दिखे पुलिसकर्मी
लॉकडाउन में जहां पुलिस लोगों के लिए मसीहा बनते हुए नजर आ रहे हैं तो वहीं पुलिस नियमों का उल्लंघन करने वालों को फटकार भी लगा रहे हैं. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सोलन डॉ. शिव कुमार ने बताया कि जिला में 1000 पुलिसकर्मी कोरोना काल में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. जिनमें से 600 जिला के जवान हैं और 5 रिजर्व बटालियन पुलिस हेडक्वार्टर से मंगवाए गए हैं. जिनमें से 875 पुरूष जवान और 125 महिला जवान इस समय ड्यूटी दे रहे हैं.
कोरोना वॉरियर्स की बात करें तो उनका कहना है कि परिवार उनका भी है, घर की याद उन्हें भी आती है, लेकिन परिवार से पहले उन्हें अपना फर्ज दिखाई देता है. दिन रात ड्यूटी दे रहे पुलिसकर्मियों का कहना है कि लोग कोरोना के प्रति जागरूक हो इसके लिए वह दिन रात कार्य कर रहें हैं.
एएसपी डॉ. शिव कुमार ने बताया कि पुलिस के जवान भी फ्रंट लाइन पर कार्य कर रहे है, इसलिए प्रशासन इन जवानों का पूरा ध्यान रख रहा है. इन सभी जवानों को सेनेटाइजर, मास्क, ग्लब्ज और जरूरत पड़ने पर पीपीई किट भी दी जा रही है. उन्होंने बताया कि अब सभी कोरोना वारियर्स की स्वास्थ्य विभाग द्वारा सेम्पलिंग करवाई जा रही है. पुलिस जवानों को स्ट्रेस न हो इसके लिए समय-समय पर जवानों की ड्यूटी रूटेट की जा रही है. जवानों को प्रॉपर रेस्ट दिया जा रहा है.