बद्दी/सोलन: ओद्यौगिक नगरी बीबीएन(बद्दी- बरोटीवाला- नालागढ़) ने देश के लाखों-करोड़ों लोगों को रोजगार के अवसर दिए हैं. वहीं बीबीएन की जनता कई लोगों की वजह से काफी परेशान है. ओद्यौगिक क्षेत्र नालागढ़ की सनेड ग्राम पंचायत के ग्रामीणों के लिए एक उद्योग की हाई वॉल्टेज ट्रासमीशन टावर लाइन मुसीबत बनती जा रही है. प्रशासन की ओर से एक बैटरी उद्योग को बागबानिया नदी के बीचों-बीच से ट्रासंमिशन लाइन लगानें की अनुमती दी गई थी, जिस कारण बागबानियां गांव व उसके आसपास के गांव के लोगों और किसानों को करोड़ों का नुकसान झेलना पड़ा रहा है.
ग्रामीणों ने जानकारी देते हुए बताया कि पिछले साल की बरसात में बागबानियां नदी का जलस्तर एकदम बढ़ गया और नदी में लगे हाई वॉल्टेज ट्रांसमिशन लाइन के टावरों की बाउंड्री वॉल के कारण जगह-जगह नदी ने अपना रास्ता बदल लिया और आसपास के गांव को अपनी चपेट में ले लिया था. नदी के पानी से लोगों के खेतों में मक्की व अन्य सभी फसलों पूरी तरह से बर्बाद हो हई थी, लेकिन प्रशासन की ओर से किसानों और ग्रामीणों को कोई मुआवजा दिया गया और ना ही उद्योग की ट्रांसमिशन लाइन को शिफ्ट कराया गया.
ऐसे में इस बार भी मौसम विभाग की ओर से भारी बारिश का अनुमान लगाया गया है. एक हफ्ता पहले हुई बारिश के पानी ने शुरुआत में ही खेतों को नुकसान पहुंचाना शुरू कर दिया है और आईपीएच विभाग की ओर से बनाई गई राजकुल को भी कई जगहों से क्षति पहुंची है, जिसके कारण राजकुल के साथ लगते खेतों को काफी नुकसान पहुंचा.
किसानों का कहना है कि एक तरफ प्रदेश सरकार किसानों को जैविक खेती और जल शक्ति अभियान के साथ जुड़ने की सलाह दे रही है. वहीं, उद्योगपतियों को सहूलियत देने के लिए ग्रामीणों की उपजाऊ भूमि को नष्ट करवा रहे हैं. उन्होंने कहा कि जल्द कार्रवाई न करने पर एसडीएम दफ्तर का घेराव करके कड़ा अंदोलन किया जाएगा.
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