सोलन: हिमाचल प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर के बाद अब प्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर का डर लोगों को सताने लगा है. हालांकि स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि कोरोना की तीसरी लहर 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को घातक सिद्ध होगी. प्रदेश सरकार कोरोना मामलों पर अंकुश लगाने के लिए निरंतर कार्य कर रही है. ऐसे में प्रदेश में 18 वर्ष से ऊपर की आयु वर्ग के लोगों का टीकाकरण भी प्रदेश में किया जा रहा है.
वहीं, जब स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव सैजल से कोरोना की तीसरी लहर को लेकर सरकार की तैयारियों को लेकर पूछा गया तो उन्होंने कहा कि प्रदेश में 18 वर्ष से ऊपर के आयु वर्ग के लोगों की वैक्सीनेशन की जा रही है. ऐसे में जब तक प्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर आएगी तब तक 18 से 44 वर्ष तक के आयु वर्ग करवा चुका होगा.
कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों को सुरक्षित किया जा सके
ऐसे में 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को कोरोना की तीसरी लहर से खतरा ज्यादा हो सकता है. ऐसे में प्रदेश सरकार द्वारा इस महामारी से निपटने के लिए पूरी तैयारियां कर ली गई, स्वास्थ्य विभाग द्वारा टीमें तैयार की जा रही है जिसमें बच्चों के विशेषज्ञ भी शामिल हैं. जिसमें रोजाना यह तय किया जा रहा है कि किस तरह से कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों को सुरक्षित किया जा सके.
देश भर में हिमाचल प्रदेश वैक्सीनेशन करने में सर्वश्रेष्ठ
वहीं, उन्होंने 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के टीकाकरण को लेकर विपक्ष द्वारा लगातार जताए जा रहे विरोध को लेकर कहा कि वैक्सीनेशन को लेकर ना जाने प्रदेश में विरोधी लोग क्यों इसका मुद्दा बना रहे हैं. उन्होंने कहा कि देश भर में हिमाचल प्रदेश वैक्सीनेशन करने में सर्वश्रेष्ठ है. कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर प्रदेश में व्यवस्थाएं उत्तम हैं.
उन्होंने कहा कि हिमाचल में जिस तरह से एक्टिव केस फाइंडिंग और हिम सुरक्षा अभियान कोरोना मामलों को रोकने को लेकर चलाया गया उसे देखते हुए देश के अन्य राज्यों ने भी यह अभियान हिमाचल की तर्ज पर चलाया है. उन्होंने कहा कि निरंतर डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ इस कोरोना महामारी से जंग लड़ने के लिए दिन रात ड्यूटी दे रहे हैं, लेकिन विरोधियों द्वारा इस संकटकाल में लगातार विरोध करना दुख का विषय है.
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