सोलन: हिमाचल में राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो चुकी हैं. पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह बीते 24 घंटों में सुर्खियों में चल रहे हैं. बीते गुरुवार को उन्होंने दो विरोधाभासी बयान दिए. पहले उन्होंने अगामी चुनाव न लड़ने की बात कह डाली, फिर जब हल्ला मच गया तो उन्होंने अपनी ही कही बात को व्यंग्य करार दे दिया.
आज यानी शुक्रवार को वीरभद्र सिंह ने सोलन जिला के कुठाड़ में प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि वे चुनाव भी लड़ेंगे और 2022 विधानसभा चुनाव में प्रचार भी करेंगे. अगर प्रदेश की जनता चाहेगी तो वह सातवीं मर्तबा सीएम भी बनेंगे.
कांग्रेस पार्टी में गुटबाजी, दिग्गज मिलकर पार्टी को दें मजबूती
पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि सीएम बनने की उनकी मंशा नहीं है, लेकिन जनता चाहेगी तो वह बनेंगे. उनसे जब बीते कल के प्रकरण के बारे में पूछा जा रहा था तो उन्होंने अपनी बात को कुछ इस तरह से रखा, पार्टी में गुटबाजी है-कई ग्रुप बने हुए हैं. मैं चाहता हूं कि पार्टी के दिग्गज इक्टठे मिलकर पार्टी को मजबूती प्रदान करें.
प्रदेश में कहीं से भी लड़ूंगा चुनाव
वीरभद्र सिंह से जब ये पूछा गया कि आप अगला चुनाव कहां से लड़ेंगे, तो उनका कहना था कि कहीं से भी लड़ सकता हूं, लेकिन उन्होंने जोर देकर कहा कि लडूंगा. हालांकि, उन्होंने इस बात पर अपना दर्द झलकाया कि उनके गृह क्षेत्र में तीन विधानसभा क्षेत्र आते हैं, लेकिन तीनों ही रिर्जव हैं. किन्नौर जनजातीय के लिए रामपुर और रोहडू अनुसूचित जाति के लिए रिजर्व है. ऐसे में वह अपने गृह क्षेत्र में तो चुनाव लड़ नहीं सकते, लेकिन वह कहीं से भी चुनाव लड़ेंगे.
कुलदीप राठौर ईमानदार व्यक्ति
वीरभद्र सिंह उन्होंने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप राठौर के नेतृत्व पर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्हें ईमानदार व पॉजिटिव बताया. उन्होंने कहा कि राठौर अपनी तरफ से पूरी कोशिश करते हैं. इसके साथ ही पार्टी के गद्दारों की बात पर उन्होंने एक बार फिर कहा कि उन्हें बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. पार्टी उन्हें बाहर करे, ये मेरा काम नहीं है.
पढ़ें: जांस्कर के 'दशरथ मांझी' को मिलेगा पद्मश्री अवॉर्ड, पहाड़ काट कर बना दी 38 KM सड़क