सोलन: पिछले 22 दिनों से चला आ रहा अंबुजा सीमेंट और ट्रक ऑपरेटर्स के बीच का गतिरोध बढ़ता ही जा रहा है. बुधवार को सैकड़ों की संख्या में ट्रक ऑपरेटर चालक-परिचालक दाड़लाघाट में एकत्रित हुए और अडानी ग्रुप के विरुद्ध जमकर रोष प्रकट किया. आंदोलनकारियों का जमावड़ा इतना बड़ा था कि रोड को क्लियर करने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी. (Cement Plants Case In Himachal Pradesh) (Darlaghat Ambuja Cement Plant closed)
ट्रांसपोर्टर्स एक विशाल आक्रोश रैली के रूप में अंबुजा गेट से चलकर दाड़लाघाट बस स्टैंड पर रुके और तत्पश्चात अडानी ग्रुप के विरुद्ध जोरदार नारेबाजी करते हुए दाड़ला स्यार से वापिस अंबुजा चौक पर पहुंचे. अंबुजा चौक पर ट्रांसपोर्टर्स ने ऐलान किया कि शीघ्र ही दाड़लाघाट में ट्रांसपोर्टर्स महापंचायत का आयोजन किया जा रहा है, इसकी रूपरेखा तैयार कर दी जाएगी. इस महापंचायत में ट्रांसपोर्टर्स, चालक,परिचालक, मैकेनिक ऑटोमोबाइल और सभी अंबुजा सीमेंट कंपनी के बंद होने के कारण प्रभावित व्यवसायी तथा उनके परिवार के सभी सदस्य भाग लेंगे. जिसमें संभवत: बरमाणा एसीसी सीमेंट कंपनी के ट्रांसपोर्टर्स भी शिरकत करेंगे.
बाघल लैंडलूजर के पूर्व प्रधान रामकृष्ण शर्मा ने कहा कि अंबुजा प्लांट बंद हुए 22 दिन हो गए हैं. परंतु ट्रांसपोर्टर्स के चेहरों पर कोई भी शिकन नहीं है. उन्होंने कहा कि हमारे इस आंदोलन में पूरे हिमाचल के ट्रांसपोर्टर समर्थन में हैं, वो चाहे बरमाणा हो नालागढ़ हो या सिरमौर हो. सभी हमारा साथ दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार को इस मामले में हस्तक्षेप करना होगा. सरकार को ही इस मसले को सुलझाना होगा. वहीं, उन्होंने कहा कि प्रदेश के उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री को घनागुघाट से जाना सभी ऑपरेटर्स को अखर रहा है. क्या उन्हें हमसे डर था जबकि वो यहां से आते तो हमे उनसे बात करने का मौका मिलता. उन्होने अगली रणनीति के बारे में कहा कि आने वाले दिनों में हम रास्ता रोको आंदोलन और महापंचायत करने की तैयारी में है.
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