शिमला: हिमाचल के शिमला में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए एक और परियोजना को अंतिम रूप दिया जा रहा है. इस परियोजना के तैयार होने से पर्यटन को और गति मिलेगी. इसके साथ ही पर्यटकों के आगमन से स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे.
इसको लेकर शिमला में सोमवार को डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने शिमला के पास हसन वैली में व्यूइंग डेक के निर्माण के लिए समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की. बैठक में अवगत करवाया गया कि 18 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत की डीपीआर (विस्तृत परियोजना रिपोर्ट) को अन्तिम रूप प्रदान किया जा रहा है. इस परियोजना के तहत पहाड़ी की ओर से 9 रस्सियों की सहायता से करीब 600 वर्ग मीटर का ग्लास व्यूइंग डेक निर्मित किया जाएगा. इसमें एक बार में करीब 700 से 800 लोगों को सुविधा प्राप्त होगी.
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10 दिनों में मांगी रिपोर्ट
यह परियोजना वन्य जीव अभ्यारण्य क्षेत्र हसन वैली में निर्मित की जाएगी इसलिए वन संरक्षण के तहत इस भूमि को परिवर्तित करने की आवश्यकता पर बल दिया गया. डिप्टी सीएम ने अधिकारियों को आगामी 10 दिनों के भीतर परियोजना की विस्तृत रिपोर्ट बनाने और इसे प्रशासनिक अनुमोदन, व्यय स्वीकृति और धन की व्यवस्था के लिए निदेशक पर्यटन को प्रस्तुत करने के निर्देश दिए. उन्होंने संबंधित प्राधिकरण को परियोजना के सफल कार्यान्वयन के लिए एफआरए के अंतर्गत वन स्वीकृति के लिए इस भूमि को परिवर्तित करने के निर्देश दिए.
यह परियोजना शिमला आने वाले पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेगी. इस बैठक में ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह विशेष तौर पर मौजूद रहे. उन्होंने कहा यह प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना है. प्रदेश सरकार की ओर से पर्यटन क्षेत्र के विकास को विशेष प्राथमिकता प्रदान की जा रही है.
क्या होता है व्यूइंग डेक
"व्यूइंग डेक" (Viewing Deck) एक ऐसी जगह होती है जहां से आप किसी दृश्य, जैसे कि शहर का दृश्य, पहाड़ी का दृश्य या समुद्र का दृश्य, देख सकते हैं. इसे सामान्यतः पर्यटकों के लिए एक आकर्षक स्थान के रूप में डिज़ाइन किया जाता है. व्यूइंग डेक अक्सर ऊंची इमारतों, टावरों या पहाड़ों पर होते हैं, जहां से आपको दूर-दूर तक का सुंदर दृश्य देखने का मौका मिलता है.
हसन वैली में है घना जंगल
शिमला हसन वैली एशिया का सबसे घना जंगल है. जो ढली, कुफरी, मुंडाघाट से लेकर चायल तक फैला हुआ है. यह रेंज जिसमें रिजर्व फॉरेस्ट, शिमला जल आपूर्ति जलग्रहण वन शामिल हैं. यहां कई प्रजातियों के जीव-जंतु पाए जाते हैं. शिमला से कुफरी जाने वाले पर्यटक यहां रुक कर इस जंगल को निहारते हैं.
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