सोलन: जिला में नगर परिषद सोलन के मनोनीत पार्षदों ने रविवार को प्रेस वार्ता करके चेयरमैन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. मनोनीत पार्षद नरेश गांधी और भरत साहनी ने संयुक्त रूप से प्रेस वार्ता कर नगर परिषद चेयरमेन पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि नगर परिषद के चेयरमैन भाजपा के होते हुए भी कांग्रेस पार्टी के लोगों के काम करवा रहे हैं.
विकास कार्यों के नहीं लग रहे टेंडर
मनोनीत पार्षदों ने कहा कि सरकार द्वारा चार मनोनित पार्षद नगर परिषद को दिए गए हैं. जिनका दायित्व अपने वार्ड सहित शहर की जनता के प्रति उतना ही है, जितना जीत कर आए हुए पार्षदों का है, लेकिन चेयरमैन इनके वार्डों के विकास कार्यों के लिए टेंडर ही नहीं लगा रहे हैं. जबकि हाल ही में 4 टेंडर ऑफ लाइन लगाए गए हैं. इन पार्षदों ने कहा कि शहरवासियों को 3 से 4 दिन बाद पीने का पानी मिल रहा है, जबकि शहर के एक बिल्डर के लिए खास तौर पर पानी की लाइन दी गई है.
सोलन के सपरून में शराब का ठेका खोले जाने को लेकर भी इन पार्षदों ने कहा कि यह ठेका गुरुद्वारे के समीप है और इसके अलावा कई अन्य पहलुओं को नजरअंदाज करके यहां ठेके की अनुमति प्रदान की गई है. नगर परिषद के पास बने कॉम्प्लेक्स में एक पार्षद के रिश्तेदार के नाम से दुकान आवंटित किए जाने को लेकर भी उन्होंने चेयरमैन को आड़े हाथों लिया.
नप अध्यक्ष विकास कार्यों को लेकर पार्षदों के साथ कर रहे भेदभाव
मनोनीत पार्षद भरत साहनी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि चेयरमैन मनोनीत पार्षदों के साथ भेदभाव कर रहे हैं, जिसकी वजह से विकास कार्यों पर अंकुश लग गया है. जिससे आने वाले चुनावों में जनता के समक्ष जहां इनकी छवि धूमिल होगी, वहीं पार्टी को भी कठिनाई का सामना करना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि चेयरमैन के रवैये को लेकर उन्होंने मुख्यमंत्री सहित सम्बंधित विभाग के मंत्री और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष को भी लिखित में शिकायत की थी.