सोलन: जिला कांग्रेस अध्यक्ष शिव कुमार ने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश सरकार सोलन में अरण्यपाल कार्यालय को बंद करने की योजना बना रही है. पूर्व कांग्रेस सरकार के समय में सोलन में यह कार्यालय खोला गया था, लेकिन सरकार की शुरू से ही इस कार्यालय को बंद करने की योजना रही है. यही कारण है कि वन मंडल कुनिहार को इस कार्यालय के अधीन शिफ्ट नहीं किया गया.
शिव कुमार ने सोलन में आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि कांग्रेस सरकार में सोलन में जल शक्ति विभाग का सर्कल और अरण्यपाल कार्यालय खोले गए थे. कांग्रेस सरकार के समय में जारी हुई सूचना के अनुसार अरण्यपाल कार्यालय सोलन के तहत सोलन, नालागढ़, कुनिहार और जिला सिरमौर वन मंडल को शामिल किया जाना था, लेकिन वर्तमान सरकार ने इस कार्यालय के तहत केवल सोलन और नालागढ़ मंडल को ही जोड़ा था. इससे स्पष्ट होता है कि सरकार की मंशा शुरू से ही कार्यालय को बंद करने की रही है.
ढाई साल से सोलन के विकास पर ध्यान नहीं दे पा रही प्रदेश सरकार
शिव कुमार ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश सरकार ढाई वर्षों में सोलन का विकास नहीं कर पाई है. उन्हें कहा कि प्रदेश सरकार सोलन विधानसभा का विकास करने में विफल रही है, लेकिन पूर्व कांग्रेस सरकार के समय में खोले गए कार्यालय को बंद करने में लगी हुई है. उनका कहना है कि इस कार्यालय के बंद होने के बाद जिला सोलन के लोगों को अपने काम के लिए फिर से नाहन जाना पड़ेगा.
सोलन से उसका हक्क न छीने सरकार: शिव कुमार
शिव कुमार ने कहा कि प्रदेश सरकार सोलन की पहचान को मिटाने में ही लगी हुई है. देश और विदेश में सोलन शहर की पहचान मशरूम सिटी के नाम पर है. वर्तमान सरकार मशरूम कंपोस्ट यूनिट को यहां से जिला मंडी को शिफ्ट कर रही है, इसका असर सोलन में मशरूम उत्पादन पर पड़ेगा.
शिव कुमार ने कहा कि कांग्रेस मंडी के विकास के खिलाफ नहीं है, लेकिन जिला मंडी में सरकार अलग से मशरूम कंपोस्ट यूनिट स्थापित करें. सोलन से मशरूम कंपोस्ट शिफ्ट करना सोलन के साथ नाइंसाफी है. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सोलन में अरण्यपाल कार्यालय बंद और मशरूम कंपोस्ट यूनिट को शिफ्ट किया गया तो उसका कांग्रेस पुरजोर विरोध करेगी.
फर्जी डिग्री मामले में भी धीमी पड़ चुकी हैं जांच
कांग्रेस जिला अध्यक्ष शिव कुमार ने कहा कि मानव भारती विश्वविद्यालय के फर्जी डिग्री मामले की जांच धीमी पड़ चुकी है. उन्होंने कहा कि अब ऐसा लग रहा है कि इस मामले में किसी को बचाया जा रहा है. उनका कहना है कि तेज तरार पुलिस अधिकारी संजय कुंडू के डीजीपी बनने के बाद ऐसा लग रहा था कि मानव भारती विश्वविद्यालय के फर्जी डिग्री मामले की जांच तेजी के साथ आगे बढ़ेगी, लेकिन अभी ऐसा होता नजर नहीं आ रहा है.