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पूर्व विधायक पर भाजपा पार्षदों का पलटवार, कहा: सिर्फ अपने चहेतों के विकास से है वास्ता - दून के पूर्व विधायक राजकुमार

बद्दी में शहरी भाजपा ने दून के पूर्व विधायक और उनके परिवार पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि दून के पूर्व विधायक रामकुमार चौधरी को सत्ता से बाहर हुए साढ़े तीन साल से ज्यादा हो चुके हैं, लेकिन अभी भी वह अपने आप को विधायक ही समझते हैं. यह उनकी नादानी और बौखलाहट को दर्शाता है.

भाजपा पार्षद
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Published : Apr 3, 2021, 9:43 AM IST

बद्दी/सोलन: बद्दी में तहबाजारी के ठेके को लेकर मचा बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है. कांग्रेस के पूर्व विधायक और वार्ड 9 के कांग्रेस पार्षद द्वारा नगर परिषद बद्दी पर ठेकों में धांधली और अनियमितताओं के आरोप लगाए थे. जिसके बाद अब शहरी भाजपा ने दून के चौधरी परिवार पर जमकर हमला बोला है.

बद्दी में पत्रकारों को संबोधित करते हुए शहरी भाजपा प्रधान और पार्षद तरसेम चौधरी, नगर परिषद के वाईस चेयरमैन मान सिंह मेहता, जिला महामंत्री भाजयुमो संजीव संजू, तरसेम चौधरी, युवा नेता गुरमेल चौधरी और सोनी कुमार लुबाणा ने कहा कि दून के पूर्व विधायक रामकुमार चौधरी को सत्ता से बाहर हुए साढ़े तीन साल से ज्यादा हो चुके हैं, लेकिन अभी भी वह अपने आप को विधायक ही समझते हैं. यह उनकी नादानी और बौखलाहट को दर्शाता है.

कांद्रेस के समय में होती थी धांधलियां

भाजपा नेताओं ने कहा कि रामकुमार ने नगर परिषद का घेराव करके अपनी फजीहत की करवाई है क्योंकि यह घेराव विकास को न लेकर ठेके लेने को लेकर थी. उनकी अधिकारियों को डराने धमकाने की आदत अभी गई नहीं है. अब न वो विधायक है और न ही उनके पास नगर परिषद की सत्ता है और वह जनहित में मुद्दे उठाने की बजाय अब नगर परिषद पर अनाप शनाप आरोप लगा रहे हैं.

वीडियो

भाजपा नेताओं ने कहा कि धांधलियां तो नप में कांग्रेस के समय में होते थे और विजीलेंस में केस भी दर्ज हुए थे और अब तो यहां पर पारदिर्शता आई है और लोगों के काम धड़ाधड़ हो रहे हैं. हमारा काम लोगों के काम करना है न कि चौधरी परिवार और उनके रिश्तेदारों को ठेके देकर खुश करना. जब कोई ठेका पूर्व विधायक के रिश्तेदारों को मिले तो सब ठीक है और जब औपचारिकताएं पूरी करके कोई आम आदमी ठेका ले ले तो वह गलत हो जाता है.

नगर परिषद में टेंडर और नीलामी

वाइस चेयरमैन नगर परिषद मान सिंह मेहता ने पत्रकारों को स्पष्ट किया कि तहबाजारी का ठेका पूर्व में 35 लाख में गया था जिसका आरक्षित मूल्य हमने बढ़ा कर 40 लाख रुपये करवाया. इसके बाद कई समाचार पत्रों में विज्ञापन दिया कि भारत का कोई भी नागरिक इसमें भाग ले. इसमें सरेआम कार्यकारी अधिकारी के कमरे में बोली देने वालों ने शिरकत की. बोली जितनी मर्जी देते किसी ने किसी को रोका नहीं था. मान सिंह ने कहा कि टेंडर और नीलामी में फर्क होता है. 1 लाख तक का टेंडर यानि विकास कार्य ऑफलाइन हो सकता है लेकिन अगर कोई नीलामी होती है तो वो ओपन हो सकती है जिसमें दम था उन्होंने ले लिया इतना रामकुमार को समझना चाहिए.

अपनी राजनीति चमकाने में लगी कांग्रेस

पार्षद तरसेम चौधरी और संजीव संजू ने कहा कि पूर्व विधायक के तहबाजारी में गोल मोल व धांधली के आरोप इसलिए भी बेबुनियाद हैं क्योंकि उनका सगा रिश्तेदार गुरमीत सिंह बोली में बैठा हुआ था. अगर वो तहबाजारी का ठेका लेना चाहता था तो बोली 44 लाख से बढ़ाकर जितना मर्जी दे देता हमने कौन से उसको रोका हुआ था. बोली में चार भागीदार थे जिसकी सबसे अधिक बोली थी उसको मिल गई तो पूर्व विधायक को कौन सा चश्मा लगाकर धांधली नजर आ गई. ठेका हाथ से निकलने पर कांग्रेस अपनी राजनीति चमकाने के लिए प्रदर्शन कर रही है जबकि मुद्दों को लेकर प्रदर्शन करें तो हम कार्रवाई करेंगे.

वार्ड में शुरू किया सफाई अभियान

वाईस चेयरमैन मान सिंह ने कहा हमने हर वार्ड में सफाई अभियान शुरू किया हुआ है और सफाई करवा रहे हैं. वार्ड 9 में जब कांग्रेस के समय डाले गए गंद को हमने साफ करवाया तो पार्षद ने कहा कि मेरे वार्ड में मेरे पूछे बिना क्यों आए. अब गंदगी साफ करवाने के लिए हमें कांग्रेस के घर संडोली जाना पड़ेगा.

सफाई अभियान में बीजेपी के सभी पार्षद सफाई कर्मियों के साथ खड़े होते हैं और स्वयं सफाई करवाते हैं. वहीं, गुरमेल ने कहा कि सुरजीत के पास बिजनेस और अन्य कामों से फुरसत हीं नहीं है तो किसी अभियान में भाग क्यों लेंगे. अगर उनको सफाई का वास्तव में ही शौक है तो सभी वार्ड में सवेरे शाम करवाए हमें कोई एतराज नहीं है उल्टा हम उनको सफाई कर्मी देंगे.

पढ़ेंः हिमाचल प्रदेश के पूर्व मंत्री मोहन लाल का निधन, CM जयराम ठाकुर ने जताया शोक

बद्दी/सोलन: बद्दी में तहबाजारी के ठेके को लेकर मचा बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है. कांग्रेस के पूर्व विधायक और वार्ड 9 के कांग्रेस पार्षद द्वारा नगर परिषद बद्दी पर ठेकों में धांधली और अनियमितताओं के आरोप लगाए थे. जिसके बाद अब शहरी भाजपा ने दून के चौधरी परिवार पर जमकर हमला बोला है.

बद्दी में पत्रकारों को संबोधित करते हुए शहरी भाजपा प्रधान और पार्षद तरसेम चौधरी, नगर परिषद के वाईस चेयरमैन मान सिंह मेहता, जिला महामंत्री भाजयुमो संजीव संजू, तरसेम चौधरी, युवा नेता गुरमेल चौधरी और सोनी कुमार लुबाणा ने कहा कि दून के पूर्व विधायक रामकुमार चौधरी को सत्ता से बाहर हुए साढ़े तीन साल से ज्यादा हो चुके हैं, लेकिन अभी भी वह अपने आप को विधायक ही समझते हैं. यह उनकी नादानी और बौखलाहट को दर्शाता है.

कांद्रेस के समय में होती थी धांधलियां

भाजपा नेताओं ने कहा कि रामकुमार ने नगर परिषद का घेराव करके अपनी फजीहत की करवाई है क्योंकि यह घेराव विकास को न लेकर ठेके लेने को लेकर थी. उनकी अधिकारियों को डराने धमकाने की आदत अभी गई नहीं है. अब न वो विधायक है और न ही उनके पास नगर परिषद की सत्ता है और वह जनहित में मुद्दे उठाने की बजाय अब नगर परिषद पर अनाप शनाप आरोप लगा रहे हैं.

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भाजपा नेताओं ने कहा कि धांधलियां तो नप में कांग्रेस के समय में होते थे और विजीलेंस में केस भी दर्ज हुए थे और अब तो यहां पर पारदिर्शता आई है और लोगों के काम धड़ाधड़ हो रहे हैं. हमारा काम लोगों के काम करना है न कि चौधरी परिवार और उनके रिश्तेदारों को ठेके देकर खुश करना. जब कोई ठेका पूर्व विधायक के रिश्तेदारों को मिले तो सब ठीक है और जब औपचारिकताएं पूरी करके कोई आम आदमी ठेका ले ले तो वह गलत हो जाता है.

नगर परिषद में टेंडर और नीलामी

वाइस चेयरमैन नगर परिषद मान सिंह मेहता ने पत्रकारों को स्पष्ट किया कि तहबाजारी का ठेका पूर्व में 35 लाख में गया था जिसका आरक्षित मूल्य हमने बढ़ा कर 40 लाख रुपये करवाया. इसके बाद कई समाचार पत्रों में विज्ञापन दिया कि भारत का कोई भी नागरिक इसमें भाग ले. इसमें सरेआम कार्यकारी अधिकारी के कमरे में बोली देने वालों ने शिरकत की. बोली जितनी मर्जी देते किसी ने किसी को रोका नहीं था. मान सिंह ने कहा कि टेंडर और नीलामी में फर्क होता है. 1 लाख तक का टेंडर यानि विकास कार्य ऑफलाइन हो सकता है लेकिन अगर कोई नीलामी होती है तो वो ओपन हो सकती है जिसमें दम था उन्होंने ले लिया इतना रामकुमार को समझना चाहिए.

अपनी राजनीति चमकाने में लगी कांग्रेस

पार्षद तरसेम चौधरी और संजीव संजू ने कहा कि पूर्व विधायक के तहबाजारी में गोल मोल व धांधली के आरोप इसलिए भी बेबुनियाद हैं क्योंकि उनका सगा रिश्तेदार गुरमीत सिंह बोली में बैठा हुआ था. अगर वो तहबाजारी का ठेका लेना चाहता था तो बोली 44 लाख से बढ़ाकर जितना मर्जी दे देता हमने कौन से उसको रोका हुआ था. बोली में चार भागीदार थे जिसकी सबसे अधिक बोली थी उसको मिल गई तो पूर्व विधायक को कौन सा चश्मा लगाकर धांधली नजर आ गई. ठेका हाथ से निकलने पर कांग्रेस अपनी राजनीति चमकाने के लिए प्रदर्शन कर रही है जबकि मुद्दों को लेकर प्रदर्शन करें तो हम कार्रवाई करेंगे.

वार्ड में शुरू किया सफाई अभियान

वाईस चेयरमैन मान सिंह ने कहा हमने हर वार्ड में सफाई अभियान शुरू किया हुआ है और सफाई करवा रहे हैं. वार्ड 9 में जब कांग्रेस के समय डाले गए गंद को हमने साफ करवाया तो पार्षद ने कहा कि मेरे वार्ड में मेरे पूछे बिना क्यों आए. अब गंदगी साफ करवाने के लिए हमें कांग्रेस के घर संडोली जाना पड़ेगा.

सफाई अभियान में बीजेपी के सभी पार्षद सफाई कर्मियों के साथ खड़े होते हैं और स्वयं सफाई करवाते हैं. वहीं, गुरमेल ने कहा कि सुरजीत के पास बिजनेस और अन्य कामों से फुरसत हीं नहीं है तो किसी अभियान में भाग क्यों लेंगे. अगर उनको सफाई का वास्तव में ही शौक है तो सभी वार्ड में सवेरे शाम करवाए हमें कोई एतराज नहीं है उल्टा हम उनको सफाई कर्मी देंगे.

पढ़ेंः हिमाचल प्रदेश के पूर्व मंत्री मोहन लाल का निधन, CM जयराम ठाकुर ने जताया शोक

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