सोलन: जिला सोलन में पिंजौर-बद्दी-नालागढ़ नेशनल हाईवे-105 की खस्ताहलत के कारण लोगों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इस मार्ग पर रोजाना 40 से 50 हजार से अधिक वाहनों की आवाजाही होती है, लेकिन एनएचएआई की अनदेखी के कारण और सड़कों पर बने गड्ढों के कारण ये हाईवे वाहनों के लिए सुरक्षित नहीं रहा है.
पिंजौर-बद्दी-नालागढ़ नेशनल हाईवे 105 पर जगह जगह गड्ढे बने हुए हैं. इस कारण जाम लगने से हाईवे पर वाहनों की लंबी कतारें देखी जा सकती हैं. इस सड़क की खस्ताहालत के कारण हादसों में भी इजाफा हो रहा है.
बद्दी बस स्टैंड से लेकर बाईपास के बीच की सड़क अपना वजूद खो चुकी है. बारिश होने पर यह सड़क तालाब में तब्दील हो जाती है, जिससे वाहन चालकों को गड्ढों का पता नहीं लग पाता और वाहन हादसों का शिकार हो जाते हैं.
उद्योगपतियों का कहना है कि उद्योगों से प्रदेश सरकार को ऋण के तौर पर करोड़ों रुपये उद्योगपति चुका रहे हैं. इसके बावजूद भी हिमाचल सरकार इस क्षेत्र की अनदेखी कर रही है.
वहीं, इस पर पूर्व विधायक रामकुमार चौधरी ने कहा कि उन्होंने विधायक रहते 126 करोड़ रुपये नेशनल हाईवे के कार्यालय के लिए मंजूर करवाये थे, लेकिन भाजपा सरकार ने सत्ता में आते ही नेशनल हाईवे की अधिसूचना भी रद्द कर दी थी.
उन्होंने कहा कि नेशनल हाईवे के लिए सरकार ने ग्रामीणों को उनकी जमीनों के बदले मुआवजा दिया था. अब उसे भी सरकार ग्रामीणों से वापस लेने के लिए नोटिस दे रही है. पूर्व विधायक रामकुमार चौधरी ने कहा कि वे ग्रामीणों के साथ हैं और सरकार को ग्रामीणों को दिया हुआ पैसा वापस नहीं लेने दिया जाएगा.
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