नाहनः जिला मुख्यालय नाहन में शनिवार को विश्व होम्योपैथी दिवस मनाया गया. आयुष अस्पताल नाहन में आयोजित इस कार्यक्रम की शुरूआत वरिष्ठ आयुर्वेद चिकित्सक डॉ. प्रमोद पारिक ने दीप प्रज्जवलित कर की.
दरअसल इस दौरान आयुष विभाग ने लोगों को होम्योपैथिक चिकित्सा प्रणाली को लेकर भी जागरूक किया. साथ-साथ आयुष अस्पताल में कोविड-19 का टीका लगवाने वाले लोगों को इम्यूनिटी बूस्टर आर्सेनिक एल्बम दवा भी वितरित की गई, ताकि कोरोना काल में रोग प्रतिरोधक क्षमता बनी रहे.
होम्योपैथिक दवाओं के साइड इफेक्ट ना के बराबर
आयुष विभाग के वरिष्ठ आयुर्वेद चिकित्सक डॉ. प्रमोद पारिक ने बताया कि विश्व होम्योपैथी दिवस पर आज कोरोना वैक्सीन के लिए आए लोगों को इम्यूनिटी बूस्टर आर्सेनिक एल्बम दवा भी वितरित की गई और आज से यह सभी लोगों को अस्पताल में प्रदान की जाएगी. पहले भी जिला प्रशासन के सहयोग से यह इम्यूनिटी बूस्टर दवा जिला भर में वितरित की जा चुकी है.
उन्होंने कहा कि होम्योपैथी को वैकल्पिक चिकित्सा के रूप में जाना जाता है. इसकी दवाओं का असर भले ही धीरे होता है, लेकिन यह रोगों को जड़ से दूर करता है. सबसे खास बात यह है कि होम्योपैथिक दवाओं के साइड इफेक्ट ना के बराबर होते हैं.
बता दें कि विश्व होम्योपैथी दिवस केवल डॉ. सैमुअल हैनीमैन की जयंती के उपलक्ष्य में ही नहीं मनाया जाता, बल्कि होम्योपैथी को आगे ले जाने की चुनौतियों और भविष्य की रणनीतियों को समझने के लिए भी इसका आयोजन होता है. इसका उद्देश्य चिकित्सा की इस अलग प्रणाली के बारे में जागरूकता पैदा करना और सभी तक इसकी पहुंच की सफलता दर को आसानी से बेहतर बनाना है.
पढे़ंः हिमाचल में नहीं लगेगा लॉकडाउन, मंत्री का बयान- कोरोना से पहले कहीं भूख से ना मर जाए इंसान