नाहन : सिरमौर जिले को इलेक्ट्रॉनिक्स सामान का हब बनाने की कवायद शुरू हो गई है. मंगलवार को सेवा सेतु सिरमौर पोर्टल में पंजीकृत इलेक्ट्रिशियनों के लिए एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. डीसी कार्यालय के बचत भवन में आयोजित इस कार्यशाला में इस वर्ष दीपावली तक जिले में मेड-इन-सिरमौर इलेक्ट्रिक उत्पादों को बाजार मे उपलब्ध कराने के लिए काम करने पर बातचीत की गई.
पंजीकृत इलेक्ट्रिशियन ने लिया हिस्सा
इस योजना के अंतर्गत इस वर्ष प्रथम चरण में इलेक्ट्रिक सामान की असेंबलिंग पर जोर दिया जाएगा, जबकि अगले साल इलेक्ट्रिक सामान का निर्माण भी यही होगा. इसको लेकर प्रशासन ने प्रयास तेज कर दिए हैं. डीसी सिरमौर डॉ. आरके परूथी ने बताया कि प्रशासन ने कुछ समय पहले सेवा सेतु सिरमौर पोर्टल की शुरुआत की थी. जिसमें इलेक्ट्रिशियन का भी पंजीकरण किया गया था. इसी के तहत मंगलवार को आयोजित कार्यशाला में 25 पंजीकृत इलेक्ट्रिशियन ने हिस्सा लिया.
असेंबलिंग पर रहेगा जोर
डीसी ने बताया कि जिले के युवाओं को सजावटी लाइट लड़ियां बनाने के लिए विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा. जिससे वह जिले मे निर्मित मेड-इन-सिरमौर बिजली की लड़ियों का निर्माण कर दीवाली और अन्य त्योहारों में उपयोग होने वाली चाइनीज लड़ियों के विकल्प के रूप में उपयोग में ला सके. डीसी ने बताया कि इस वर्ष दीपावली तक मेड-इन-सिरमौर इलेक्ट्रिक उत्पादों को बाजार में उपलब्ध करवाने की योजना है. इस योजना के अंतर्गत इस वर्ष प्रथम चरण में इलेक्ट्रिक सामान की असेंबलिंग पर जोर दिया जाएगा, जबकि अगले वर्ष इलेक्ट्रिक सामान का निर्माण भी किया जाएगा.
एलईडी लाइट के लिए किया जाएगा प्रेरित
जिले में कार्यरत इलेक्ट्रिशियनों को आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए उन्हें मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना के तहत जोड़ा जाएगा. जिसमें उन्हें कम ब्याज और अनुदान पर ऋण उपलब्ध करवाया जाएगा, ताकि योजना के अंतर्गत ऋण का लाभ उठाकर अपने व्यवसाय को बढा सके. डीसी ने बताया कि इसके अतिरिक्त मूर्तियों और खिलौने जैसे अन्य सजावटी सामानों में भी एलईडी लाइट लगाने के लिए प्रेरित किया जाएगा. उन्होंने बताया कि इलेक्ट्रिक सामान के लिए एक निर्धारित स्थान का चयन किया जाएगा. जिसमें लोगों को सस्ते दामों पर उच्च गुणवत्ता वाला बिजली का सामान उपलब्ध हो सके.
ये भी पढ़ें: हिमाचल में मानसून ने पकड़ी रफ्तार, रोहतांग-लाहौल में हल्की बर्फबारी