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हाई वोल्टेज ट्रांसफार्मर पर चढ़कर खुद फ्यूज लगा रहे ग्रामीण, जोखिम में जिंदगी

बिजली बोर्ड की लापरवाही के कारण जरवा गांव के लोगों खुद फ्यूज लगाने को मजबूर हैं. ग्रामीणों की जिंदगी से खिलवाड़ करने में बिजली बोर्ड के कर्मचारी कोई कसर नहीं छोड़ रहे.

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Published : Aug 20, 2019, 9:59 AM IST

ट्रांसफार्मर पर चढ़कर खुद बिजली लगा रहे जरवा गांव लोग

नाहन: बिजली बोर्ड की लापरवाही के कारण जरवा गांव के लोगों को काफी मुसिबतों का सामना करना पड़ रहा है. शिलाई उपमंडल के जरवा गांव में ग्रामीण खुद की जान हथेली पर लेकर खुद 100KV के हाई वोल्टेज ट्रांसफार्मर पर चढ़कर बिजली चालू करने के लिए फ्यूज लगाने को मजबूर हैं.

हैरानी की बात तो यह है कि शिकायत करने पर भी बिजली बोर्ड के कर्मचारी स्थनीय लोगों को ही खुद ही फ्यूज लगाने के लिए कहते हैं. ग्रामीणों की जिंदगी से खिलवाड़ करने में बिजली बोर्ड के कर्मचारी कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं.

जरवा गांव में पिछले 2-3 दिनों से लाइट न होने की के कारण ग्रामीणों ने बार-बार इसकी शिकायत बिजली बोर्ड के अधिकारियों से की है, लेकिन कोई समादान नहीं मिला. बिजली गुल होने पर बोर्ड के पनोग कार्यालय में भी संपर्क साधा गया लेकिन वहां से भी कोई जवाब मिला कि जैसे पहले फ्यूज लगाते थे, अब भी लगा लो.

वीडियो.

ग्रामीणों का आरोप है कि लाइनमैन द्वारा लगातार धमकीयां दी जाती हैं. वहीं, ट्रांसफार्मर के ढक्कन तक गायब हैं, ऐसे में बच्चों के फसंने का भी खतरा बना रहता है. वहीं, ग्रामीणों का कहना है कि शिकायत करने पर कर्मचारी खुद ही फ्यूज लगाने को कहते हैं.

ग्रामीणों ने कहा कि यह व्यवस्था 6-7 सालों से चल आ रही है. ग्रामीणों ने इस मामले में उचित कदम उठाने की मांग की है. वहीं, बिजली बोर्ड के आधिकारियों ने कहा है कि यदि इस तरह का मामला सामने आया है, तो यह हैरानी का विषय है. इस मामले में संबंधित कर्मचारी से जवाब तलब किया जाएगा.

नाहन: बिजली बोर्ड की लापरवाही के कारण जरवा गांव के लोगों को काफी मुसिबतों का सामना करना पड़ रहा है. शिलाई उपमंडल के जरवा गांव में ग्रामीण खुद की जान हथेली पर लेकर खुद 100KV के हाई वोल्टेज ट्रांसफार्मर पर चढ़कर बिजली चालू करने के लिए फ्यूज लगाने को मजबूर हैं.

हैरानी की बात तो यह है कि शिकायत करने पर भी बिजली बोर्ड के कर्मचारी स्थनीय लोगों को ही खुद ही फ्यूज लगाने के लिए कहते हैं. ग्रामीणों की जिंदगी से खिलवाड़ करने में बिजली बोर्ड के कर्मचारी कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं.

जरवा गांव में पिछले 2-3 दिनों से लाइट न होने की के कारण ग्रामीणों ने बार-बार इसकी शिकायत बिजली बोर्ड के अधिकारियों से की है, लेकिन कोई समादान नहीं मिला. बिजली गुल होने पर बोर्ड के पनोग कार्यालय में भी संपर्क साधा गया लेकिन वहां से भी कोई जवाब मिला कि जैसे पहले फ्यूज लगाते थे, अब भी लगा लो.

वीडियो.

ग्रामीणों का आरोप है कि लाइनमैन द्वारा लगातार धमकीयां दी जाती हैं. वहीं, ट्रांसफार्मर के ढक्कन तक गायब हैं, ऐसे में बच्चों के फसंने का भी खतरा बना रहता है. वहीं, ग्रामीणों का कहना है कि शिकायत करने पर कर्मचारी खुद ही फ्यूज लगाने को कहते हैं.

ग्रामीणों ने कहा कि यह व्यवस्था 6-7 सालों से चल आ रही है. ग्रामीणों ने इस मामले में उचित कदम उठाने की मांग की है. वहीं, बिजली बोर्ड के आधिकारियों ने कहा है कि यदि इस तरह का मामला सामने आया है, तो यह हैरानी का विषय है. इस मामले में संबंधित कर्मचारी से जवाब तलब किया जाएगा.

Intro:नाहन। बिजली बोर्ड की लापरवाही की हद और समस्या के प्रति उदासीनता की ये तस्वीरें शिलाई उपमंडल के जरवा गांव की है। यहां जान हथेली पर रख खुद ही ग्रामीण 100KV के हाई वोल्टेज ट्रांसफार्मर पर चढ़कर बिजली चालू करने के लिए फ्यूज लगाने को मजबूर है। इससे ज्यादा हैरानी की बात तो यह है कि शिकायत करने पर बिजली बोर्ड के कर्मचारी स्थनीय लोगों को ही खुद ही फ्यूज लगाने के लिए कहते हैं। मजबूरन ग्रामीण बिजली के लिए ऐसा करने पर विवश हो रहे हैं। लिहाजा ग्रामीणों की जिंदगी से खिलवाड़ करने में बिजली बोर्ड के कर्मचारी कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे।
Body:दरअसल जरवा गांव में पिछले 2-3 दिनों से लाइट न होने की सूरत में ग्रामीणों ने बार-बार इसकी शिकायत बिजली बोर्ड के अधिकारियों से की, लेकिन कुछ नहीं बना। ग्रामीणों की पुकार का सिलसिला यहीं नहीं थमा। बिजली गुल होने पर बोर्ड के पनोग कार्यालय में भी संपर्क साधा गया। मगर वहां से जवाब मिला कि जैसे पहले फ्यूज लगाते थे, अब भी लगा लो। ग्रामीणों का आरोप है कि लाइनमैन द्वारा धमकी भी दी जाती है। वहीं ट्रांसफार्मर के ढक्कन तक गायब है। ऐसे में बच्चों के लिए भी अक्सर खतरा बना रहता है। बता दें कि ग्रामीणों ने बीते रोज इस मसले में रोनहाट में स्थित बिजली बोर्ड के खिलाफ नारेबाजी भी की थी।
वहीं ग्रामीणों का कहना है कि शिकायत करने पर कर्मचारी खुद ही फ्यूज लगाने को कहते हैं। यही नहीं धमकी भी देते हैं। ग्रामीणों की मानें तो यह व्यवस्था 6-7 सालों से चल रही है, लेकिन इस मर्तबा ग्रामीण ओर अधिक जोखिम उठाने को तैयार नहीं हैं। ग्रामीणों ने इस मामले में उचित कदम उठाने की मांग की है।
बाइट: ग्रामीण, जरवा गांव
उधर बिजली के बोर्ड के अनुसार यदि इस तरह का मामला सामने आया है, तो यह हैरानी का विषय है। इस मामले में संबंधित कर्मचारी से जवाब तलब किया जाएगा।

Conclusion:
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