पांवटा साहिब: अध्यापकों की मांगों को लेकर नाराज चल रहे प्रदेश अध्यापक संघ ने विधायकों के भत्ते बढ़ाए जाने को लेकर बड़ा बयान दिया है. अध्यापक संघ के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र चौहान ने कहा कि माननीय के भत्ते बढ़ाने में दो मिनट नहीं लगे जबकि अध्यापकों की दशकों से लंबित पड़ी मांगों की अनदेखी की जा रही है.
प्रदेश अध्यापक संघ के अध्यक्ष पांवटा साहिब में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश अध्यापक संघ पिछले लंबे समय से संघ की मांगों को लेकर प्रदेश सरकार के साथ बातचीत कर रहा है, लेकिन अध्यापकों की समस्याएं खत्म होने की जगह बढ़ती जा रही है. बच्चों का रिजल्ट खराब होने पर अध्यापकों को पर ही कार्रवाई, अध्यापकों पर बायोमेट्रिक हाजिरी का बोझ थोपना, वेतन आयोग की सिफारिशें लागू नहीं करना और अध्यापकों के लिए अलग से तबादला नीति जैसे कानूनों से अध्यापक वर्ग परेशान है.
अध्यापक संघ के अध्यक्ष वीरेंद्र चौहान ने कहा कि अध्यापक संघ सरकार और शिक्षा विभाग के समक्ष अपनी मांगों को उठा रहा है, लेकिन अध्यापकों की मांगे लगातार अनसुनी की जा रही है.
उन्होंने कहा कि शिक्षक दिवस के दिन मुख्यमंत्री ने कहा कि अध्यापक वर्ग की गलत आदतों की वजह से सरकार को बायोमेट्रिक मशीनें लगाने का खर्च उठाना पड़ा. इस ब्यान की आलोचना करते हुए वीरेंद्र चौहान ने कहा कि शिक्षक दिवस अध्यापकों का दिन था, ऐसे अवसर पर मुख्यमंत्री को ऐसी बात नहीं करनी चाहिए थी.
वीरेंद्र चौहान ने कहा कि अगर सरकार अध्यापक वर्ग की मांगों की अनदेखा करती रहेगी, तो अध्यापक संघर्ष का रास्ता अपनाएंगे और सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतर कर विरोध प्रर्दशन करेंगे.