नाहनः लॉकडाउन के दौरान सिरमौर जिला में रह रहे बाहरी राज्यों के प्रवासी मजदूरों की समस्याओं के समाधान के लिए प्रशासन हर संभव प्रयास कर रहा है. प्रवासी मजदूरों को किसी भी तरह की दिक्कत का सामना न करना पड़े, इसके लिए डीसी सिरमौर ने जिला के सभी एसडीएम तहसीलदार व नायब तहसीलदारों को उचित दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं. साथ ही इन प्रवासी मजदूरों की सुविधा के लिए समुचित प्रबंध भी किए गए हैं.
दरअसल जिला में मनरेगा सहित कई तरह के कार्य भी शुरू कर दिए गए हैं, जिसके बाद मजदूरों को काम मिलना भी शुरू हो गया है. इसी को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि प्रवासी मजदूर यहां पर सुरक्षित हैं, जिनके लिए यहां कार्य भी शुरू किए गए हैं. फिर भी कोई प्रवासी मजदूर अगर घर जाना चाहता है, तो वह संबंधित अधिकारियों के पास अपना पंजीकरण करवाएं.
जिला प्रशासन को डीसी ने जारी किए आदेश
डीसी सिरमौर डॉ. आरके परुथी ने कहा कि पिछले कल भारत सरकार ने प्रवासी मजदूरों को सुविधाएं देने के निर्देश जारी किए थे. इसी के मद्देनजर जिला प्रशासन ने सभी एसडीएम तहसीलदार व नायब तहसीलदारों को उचित दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं. जिसमें कहा गया है कि जिला में जो भी प्रवासी मजदूर रह रहे हैं, उनसे संपर्क कर बातचीत करें.
जिला में अधिकतर कार्य शुरू किए जा चुके हैं. प्राइवेट कंस्ट्रक्शन शुरू की जा चुकी है. सरकारी कार्य भी चल रहे हैं, जिसमें पीडब्ल्यूडी, आईपीएच व मनरेगा आदि के कार्य भी शामिल है. साथ ही आने वाले समय में फलों के दौरान का कार्य भी शुरू किया जाना है.
हिमाचल में सुरक्षित हैं सभी प्रवासी मजदूरः डीसी सिरमौर
डीसी सिरमौर ने सभी प्रवासी मजदूरों से अपील करते हुए कहा कि जो यहां पर रहकर काम करना चाहते हैं, उनकी समस्याओं का समाधान किया जाएगा. प्रवासी मजदूर हिमाचल में सुरक्षित हैं क्योंकि अन्य प्रदेशों में कोरोना वायरस का संक्रमण फैलता जा रहा है, जबकि हिमाचल प्रदेश इस संक्रमण को रोकने में कामयाब रहा है.
डीसी ने कहा कि यदि फिर भी किसी प्रवासी मजदूरों में से कोई दिक्कत आ रही है, चाहे वह खाने की हो, दवाइयों की या फिर शेल्टर की, तो उनकी समस्या दूर की जाएगी.
घर जाने के लिए प्रवासी मजदूरों को करवाना होगा पंजीकरण
डॉ. परुथी ने कहा कि किसी मजदूर के घर में इमरजेंसी है, तो वह एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार के पास अपना पंजीकरण करवाएं. इसके बाद उनका मेडिकल होगा और उसके बाद जिस राज्य के जितने लोग होंगे, वहां के प्रशासन से संपर्क करने के बाद जाने की व्यवस्था कर दी जाएगी.
बता दें कि दर्जनों मजदूर गुरुवार को घर वापसी की मांग को लेकर डीसी सिरमौर से मिलने पहुंचे थे. इस पर डीसी ने उन्हें आश्वासन दिया है कि उन्हें यहां किसी भी तरह की कोई दिक्कत नहीं आने दी जाएगी. फिर भी यदि कोई जाना चाहता है तो उसे नियमों के अनुसार घर भेजने का प्रबंध किया जाएगा.
पढ़ेंः किन्नौर के पिरी रेंज में लैंडस्लाइड, बगीचे तबाह होने से बागवानों को लाखों का नुकसान