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बुरांश के फूलों से लदी हरिपुरधार घाटी, फ्रूट प्रोसेसिंग प्लांट दे सकता है युवाओं को रोजगार

सिरमौर जिला के हरिपुरधार क्षेत्र बुरांश के यह फूल लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. बीडीसी संगड़ाह के अध्यक्ष एवं स्थानीय निवासी मेलाराम शर्मा ने बताया कि बुरांश का यह फूल न केवल सुंदरता की दृष्टि से अच्छा है, बल्कि इसके कई औषधीय महत्व भी है. इससे जहां कई प्रकार की औषधियां बनती है, वहीं इसका जैम और जूस बनाने में भी इस्तेमाल होता है.

Rhododendron
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Published : Mar 11, 2021, 7:33 PM IST

Updated : Mar 11, 2021, 7:47 PM IST

नाहनः सिरमौर जिला के हरिपुरधार क्षेत्र की हसीन वादियां इन दिनों बुरांश के फूलों से लबालब है. बुरांश के यह फूल लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं. दरअसल हरिपुरधार क्षेत्र में बुरांश के फूल लोगों को खूब आकर्षित कर रहे है. इन दिनों यहां पहुंचने वाले हर पर्यटक बुरांश के फूल देख कर काफी उत्साहित हो रहे हैं. डलियानु से लेकर हरिपुरधार तक करीब 16 किलोमीटर की लंबी घाटी में इन दिनों बुरांश ही बुरांश नजर आ रहे हैं, जो यहां की खूबसूरती को चार चांद लगा रहे है.

जैम और जूस बनाने में भी इस्तेमाल होता बुरांश का फूल

बीडीसी संगड़ाह के अध्यक्ष मेलाराम शर्मा ने बताया कि बुरांश का यह फूल न केवल सुंदरता की दृष्टि से अच्छा है, बल्कि इसके कई औषधीय महत्व भी है. इससे जहां कई प्रकार की औषधियां बनती है, वहीं इसका जैम और जूस बनाने में भी इस्तेमाल होता है. साथ ही बाहरी राज्यों से आने वाले पर्यटक बुरांश के फूलों की लालिमा देख बेहद उत्साहित हो जाते हैं. 4 महीनों तक ये फूल घाटी में खिले रहते हैं.

वीडियो.

उधर, बुरांश का फूल यहां के लोगों के लिए रोजगार का भी जरिया बन सकता है. लोगों का कहना है कि यदि सरकार यहां कोई फ्रूट प्रोसेसिंग प्लांट खोलती है, तो लोगों की आमदनी का यह एक साधन बन जाएगा. कुल मिलाकर हरिपुरधार घाटी की सुंदरता में ये बुरांश के फूल हर साल चार चांद लगा रहे हैं. लिहाजा सरकार अगर इस और ध्यान दें, तो इससे जहां पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, वहीं स्थानीय लोगों की आमदनी का भी यह एक बड़ा जरिया बन सकता है.

पढ़ें: मेडिकल कॉलेज हमीरपुर में खुलेगा पुलिस सहायता कक्ष

नाहनः सिरमौर जिला के हरिपुरधार क्षेत्र की हसीन वादियां इन दिनों बुरांश के फूलों से लबालब है. बुरांश के यह फूल लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं. दरअसल हरिपुरधार क्षेत्र में बुरांश के फूल लोगों को खूब आकर्षित कर रहे है. इन दिनों यहां पहुंचने वाले हर पर्यटक बुरांश के फूल देख कर काफी उत्साहित हो रहे हैं. डलियानु से लेकर हरिपुरधार तक करीब 16 किलोमीटर की लंबी घाटी में इन दिनों बुरांश ही बुरांश नजर आ रहे हैं, जो यहां की खूबसूरती को चार चांद लगा रहे है.

जैम और जूस बनाने में भी इस्तेमाल होता बुरांश का फूल

बीडीसी संगड़ाह के अध्यक्ष मेलाराम शर्मा ने बताया कि बुरांश का यह फूल न केवल सुंदरता की दृष्टि से अच्छा है, बल्कि इसके कई औषधीय महत्व भी है. इससे जहां कई प्रकार की औषधियां बनती है, वहीं इसका जैम और जूस बनाने में भी इस्तेमाल होता है. साथ ही बाहरी राज्यों से आने वाले पर्यटक बुरांश के फूलों की लालिमा देख बेहद उत्साहित हो जाते हैं. 4 महीनों तक ये फूल घाटी में खिले रहते हैं.

वीडियो.

उधर, बुरांश का फूल यहां के लोगों के लिए रोजगार का भी जरिया बन सकता है. लोगों का कहना है कि यदि सरकार यहां कोई फ्रूट प्रोसेसिंग प्लांट खोलती है, तो लोगों की आमदनी का यह एक साधन बन जाएगा. कुल मिलाकर हरिपुरधार घाटी की सुंदरता में ये बुरांश के फूल हर साल चार चांद लगा रहे हैं. लिहाजा सरकार अगर इस और ध्यान दें, तो इससे जहां पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, वहीं स्थानीय लोगों की आमदनी का भी यह एक बड़ा जरिया बन सकता है.

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Last Updated : Mar 11, 2021, 7:47 PM IST
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