ETV Bharat / state

कोरोना संकट में लोगों के लिए हमेशा तैयार रहे फूड इंस्पेक्टर, 13 हजार मजदूरों तक पहुंचाया राशन - problems during lockdown

लॉकडाउन के दौरान हर जरूरतमंद तक खासकर प्रवासी मजदूरों तक राशन पहुंचाना किसी चुनौती से कम नहीं था. ऐसे में लोगों तक सुविधा पहुंचाने के लिए पांवटा साहिब में फूड इंस्पेक्टर श्याम भाटिया हमेशा तैयार रहे.

Food Inspector Shyam Bhatia
फूड इंस्पेक्टर श्याम भाटिया
author img

By

Published : Jun 25, 2020, 7:36 PM IST

पांवटा साहिब: देश में कोरोना वायरस के चलते लगाए गए लॉकडाउन व कर्फ्यू के कारण कई लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा. ऐसे समय में हर जरूरतमंद तक खासकर प्रवासी मजदूरों तक राशन पहुंचाना किसी चुनौती से कम नहीं था. ऐसे में लोगों तक सुविधा पहुंचाने के लिए फूड इंस्पेक्टर श्याम भाटिया हमेशा तैयार रहे.

पांवटा साहिब के फूड इंस्पेक्टर श्याम भाटिया ने कहा कि कोरोना काल में सवा लाख की आबादी में लोगों तक हर रोज इस्तेमाल होने वाला सामान पहुंचाना मुश्किल था. इसके चलते श्याम भाटिया ने 99 डिपूओं का निरीक्षण किया और साथ ही डिपो संचालक के लोगों को दी जा रही सुविधाओं का जायजा लिया. साथ ही प्रदेश और केंद्र सरकार की योजनाएं को लोगों तक पहुंचाने के लिए कई तरह की रणनीतियां बनाई गईं.

वीडियो.

पांवटा साहिब उपमंडल में 141 गांव की आबादी लगभग एक लाख से अधिक हैं, जिसमें 14, 278 परिवार बीपीएल श्रेणी में आते हैं. इन परिवारों की आबादी 68,174 है. प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत बीपीएल श्रेणी के लोगों को फ्री में राशन पहुंचाया गया.

फूड इंस्पेक्टर श्याम भाटिया ने कहा कि प्रदेश सरकार ने बाहरी राज्यों के प्रवासी मजदूरों तक फ्री में 5 किलो आटा, चावल, दाल, साबुन, रिफाइंड, और नमक पहुंचाने की योजना शुरू की थी. ऐसे में पांवटा साहिब में बाहरी राज्यों के लोगों को बिना पहचान के ढूंढना मुश्किल हो गया था.

इसके बावजूद भी 18,000 लोगों की एप्लीकेशन फूड इंस्पेक्टर तक पहुंची. इसके लिए पंचायत प्रधान वार्ड मेंबर आदि लोगों से मिलकर सभी प्रवासी मजदूरों की जानकारी इकट्ठी की गई और 18000 लोगों में से 13000 लोगों को अभी तक राशन पहुंचा दिया गया है.

फूड इंस्पेक्टर श्याम भाटिया ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान उच्च अधिकारियों के दिए गए काम को सफल बनाने के लिए पूरी कोशिश की गई. यही नहीं अब भी हर तरह की निगरानी डिपो संचालक, दूध विक्रेता, सब्जी विक्रेताओं पर रखी जा रही है, ताकि लोगों को किसी भी तरह की परेशानी न हों.

ये भी पढ़ें: जब शांता ने कहा था...जेल में कैदी नहीं...जिंदगी में एक गलती करने वाले लोग कैद हैं

पांवटा साहिब: देश में कोरोना वायरस के चलते लगाए गए लॉकडाउन व कर्फ्यू के कारण कई लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा. ऐसे समय में हर जरूरतमंद तक खासकर प्रवासी मजदूरों तक राशन पहुंचाना किसी चुनौती से कम नहीं था. ऐसे में लोगों तक सुविधा पहुंचाने के लिए फूड इंस्पेक्टर श्याम भाटिया हमेशा तैयार रहे.

पांवटा साहिब के फूड इंस्पेक्टर श्याम भाटिया ने कहा कि कोरोना काल में सवा लाख की आबादी में लोगों तक हर रोज इस्तेमाल होने वाला सामान पहुंचाना मुश्किल था. इसके चलते श्याम भाटिया ने 99 डिपूओं का निरीक्षण किया और साथ ही डिपो संचालक के लोगों को दी जा रही सुविधाओं का जायजा लिया. साथ ही प्रदेश और केंद्र सरकार की योजनाएं को लोगों तक पहुंचाने के लिए कई तरह की रणनीतियां बनाई गईं.

वीडियो.

पांवटा साहिब उपमंडल में 141 गांव की आबादी लगभग एक लाख से अधिक हैं, जिसमें 14, 278 परिवार बीपीएल श्रेणी में आते हैं. इन परिवारों की आबादी 68,174 है. प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत बीपीएल श्रेणी के लोगों को फ्री में राशन पहुंचाया गया.

फूड इंस्पेक्टर श्याम भाटिया ने कहा कि प्रदेश सरकार ने बाहरी राज्यों के प्रवासी मजदूरों तक फ्री में 5 किलो आटा, चावल, दाल, साबुन, रिफाइंड, और नमक पहुंचाने की योजना शुरू की थी. ऐसे में पांवटा साहिब में बाहरी राज्यों के लोगों को बिना पहचान के ढूंढना मुश्किल हो गया था.

इसके बावजूद भी 18,000 लोगों की एप्लीकेशन फूड इंस्पेक्टर तक पहुंची. इसके लिए पंचायत प्रधान वार्ड मेंबर आदि लोगों से मिलकर सभी प्रवासी मजदूरों की जानकारी इकट्ठी की गई और 18000 लोगों में से 13000 लोगों को अभी तक राशन पहुंचा दिया गया है.

फूड इंस्पेक्टर श्याम भाटिया ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान उच्च अधिकारियों के दिए गए काम को सफल बनाने के लिए पूरी कोशिश की गई. यही नहीं अब भी हर तरह की निगरानी डिपो संचालक, दूध विक्रेता, सब्जी विक्रेताओं पर रखी जा रही है, ताकि लोगों को किसी भी तरह की परेशानी न हों.

ये भी पढ़ें: जब शांता ने कहा था...जेल में कैदी नहीं...जिंदगी में एक गलती करने वाले लोग कैद हैं

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.