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राजगढ़:बेसहारा गौवंश को सहारा बने कपिल, 100 से अधिक गायों की मिला ठिकाना - गौशाला संचालन

राजगढ़ के युवा कपिल ठाकुर लगभग सौ बैसहारा गौवंश का सहारा बन गये है.कपिल ठाकुर ने इसके लिए जन सहयोग से हरिऔम गौशाला की स्थापना की है. कपिल ठाकुर का कहना है कि इस समय इस गौशाला के संचालन के लिए लगभग तीन लाख रूपये प्रति माह की जरूरत रहती है और ये सब जनता के सहयोग से ही आता है.

destitute cow dynasty
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Published : Feb 17, 2021, 8:18 PM IST

राजगढ़ः वर्तमान परिदृश्य मे पशु पालन घाटे का सौदा बन एक गंभीर समस्या का रूप धारण कर चुका है. आज हमारे आसपास प्रति दिन सड़कों पर घूम रहे बेसहारा गौवंश की संख्या बढती जा रही है. सड़को पर घूम रहे बेसहारा गौ वंश को राजगढ़ के युवा कपिल ठाकुर ने संरक्षण दिया है. आज कपिल ठाकुर लगभग सौ बैसहारा गौ वंश का सहारा बन गये है.

बेसहारा गौवशं का सहारा बना युवा

कपिल ठाकुर पिछले लगभग तीन सालों से सड़कों पर घूम रहे बेसहारा गौवंश का सहारा बन गये हैं. कपिल ठाकुर ने इसके लिए जन सहयोग से हरिओम गौशाला की स्थापना की. कपिल ठाकुर का कहना है की इस गौशाला की स्थापना के लिए सबसे पहले भूमि की जरूरत थी. जहां इस गौशाला को खोला जाए. काफी प्रयासों के बाद उन्हें गिरीपुल गौडा सड़क पर नैरी जगेला निवासी अमर सिंह अत्री ने पांच बीघा भूमि उपलब्ध करवाई. उस भूमि पर एक अस्थाई टैंट बना कर गौशाला को आरंभ कर दिया गया.

वीडियो.

जनता के सहयोग से हो रहा गौशाला का संचालन

कपिल ठाकुर का कहना है कि इस समय इस गौशाला के संचालन के लिए लगभग तीन लाख रूपये प्रति माह की जरूरत रहती है और ये सब जनता के सहयोग से ही होता आ रहा है. यहां लगभग एक महीने मे चारे के लिए दो लाख रूपये की जरूरत पड़ती है.

गौवंश की चिकित्सा के लिए लगभग 20 हजार का खर्च

इसके साथ-साथ यहां गौवंश की चिकित्सा के लिए लगभग 20 हजार रुपये प्रति माह का खर्च आ जाता है. इसके साथ-साथ सौ गौ वंश की देखभाल के लिए पांच लोग रखे गये हैं. जिनको लगभग हर महीने 70 हजार रूपये वेतन के रूप मे अदा करने पड़ते हैं. और यह सारे खर्चे आम जनता के सहयोग से ही पूरे हो पाते है.

पशुओं के लिये सुविधा का प्रबंध

यहां इस गौशाला में गौवंश की सेहत का पूरा ध्यान रखा जाता है यहां गर्मियों के लिए गौशाला मे पंखो व सर्दीयों के लिए गर्म बुखारी का प्रबंध गौशाला मे किया गया है. इसके साथ-साथ गौशाला मे बडे़-बडे़ हमाम रखे गये हैं, ताकि सर्दीयो मे गौ वंश को पानी गर्म करके पिलाया जा सके.

गौशाला में होती है गौ पार्टी

कपिल ठाकुर का कहना है कि उनकी गौशाला में गौ पार्टी का एक नया प्रकलप शुरू किया गया है. जिसमें लोग अपना जन्मदिन मनाने गौ शाला मे आते हैं और अपनी श्रद्धा अनुसार दान देते हैं. यहां काबिले जिक्र है कि एक युवा के इस प्रयास से जहां सौ बेसहारा गौ वंश को संरक्षण मिला है वहीं इस गौ शाला में पांच लोगों को रोजगार भी मिला है. सही मायनो में निजी स्तर पर संचालित ये गौ शाला अपने आप मे एक मिसाल है.

ये भी पढ़ेंः- HPSSC ने कुक पोस्ट 832 की करवाई लिखित परीक्षा, 180 में से सिर्फ 35 अभ्यर्थियों ने दी परीक्षा

राजगढ़ः वर्तमान परिदृश्य मे पशु पालन घाटे का सौदा बन एक गंभीर समस्या का रूप धारण कर चुका है. आज हमारे आसपास प्रति दिन सड़कों पर घूम रहे बेसहारा गौवंश की संख्या बढती जा रही है. सड़को पर घूम रहे बेसहारा गौ वंश को राजगढ़ के युवा कपिल ठाकुर ने संरक्षण दिया है. आज कपिल ठाकुर लगभग सौ बैसहारा गौ वंश का सहारा बन गये है.

बेसहारा गौवशं का सहारा बना युवा

कपिल ठाकुर पिछले लगभग तीन सालों से सड़कों पर घूम रहे बेसहारा गौवंश का सहारा बन गये हैं. कपिल ठाकुर ने इसके लिए जन सहयोग से हरिओम गौशाला की स्थापना की. कपिल ठाकुर का कहना है की इस गौशाला की स्थापना के लिए सबसे पहले भूमि की जरूरत थी. जहां इस गौशाला को खोला जाए. काफी प्रयासों के बाद उन्हें गिरीपुल गौडा सड़क पर नैरी जगेला निवासी अमर सिंह अत्री ने पांच बीघा भूमि उपलब्ध करवाई. उस भूमि पर एक अस्थाई टैंट बना कर गौशाला को आरंभ कर दिया गया.

वीडियो.

जनता के सहयोग से हो रहा गौशाला का संचालन

कपिल ठाकुर का कहना है कि इस समय इस गौशाला के संचालन के लिए लगभग तीन लाख रूपये प्रति माह की जरूरत रहती है और ये सब जनता के सहयोग से ही होता आ रहा है. यहां लगभग एक महीने मे चारे के लिए दो लाख रूपये की जरूरत पड़ती है.

गौवंश की चिकित्सा के लिए लगभग 20 हजार का खर्च

इसके साथ-साथ यहां गौवंश की चिकित्सा के लिए लगभग 20 हजार रुपये प्रति माह का खर्च आ जाता है. इसके साथ-साथ सौ गौ वंश की देखभाल के लिए पांच लोग रखे गये हैं. जिनको लगभग हर महीने 70 हजार रूपये वेतन के रूप मे अदा करने पड़ते हैं. और यह सारे खर्चे आम जनता के सहयोग से ही पूरे हो पाते है.

पशुओं के लिये सुविधा का प्रबंध

यहां इस गौशाला में गौवंश की सेहत का पूरा ध्यान रखा जाता है यहां गर्मियों के लिए गौशाला मे पंखो व सर्दीयों के लिए गर्म बुखारी का प्रबंध गौशाला मे किया गया है. इसके साथ-साथ गौशाला मे बडे़-बडे़ हमाम रखे गये हैं, ताकि सर्दीयो मे गौ वंश को पानी गर्म करके पिलाया जा सके.

गौशाला में होती है गौ पार्टी

कपिल ठाकुर का कहना है कि उनकी गौशाला में गौ पार्टी का एक नया प्रकलप शुरू किया गया है. जिसमें लोग अपना जन्मदिन मनाने गौ शाला मे आते हैं और अपनी श्रद्धा अनुसार दान देते हैं. यहां काबिले जिक्र है कि एक युवा के इस प्रयास से जहां सौ बेसहारा गौ वंश को संरक्षण मिला है वहीं इस गौ शाला में पांच लोगों को रोजगार भी मिला है. सही मायनो में निजी स्तर पर संचालित ये गौ शाला अपने आप मे एक मिसाल है.

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