हमीरपुर: हिमाचल को वीरभूमि के नाम से जाना जाता है. हिमाचल के कई सपूत देश सेवा के लिए अपने प्राणों की आहुति दे चुके हैं. अब हिमाचल की बेटियां भी सेना में जाकर देश सेवा कर रही हैं. जिला हमीरपुर के प्रतापनगर की डॉ. नेहा पुरी कमीशन पास कर भारतीय सेना में कैप्टन बन गई हैं. उनकी पहली नियुक्ति मेरठ में हुई है. परिजन और अन्य सगे संबंधी डॉ. नेहा की उपलब्धि पर काफी खुश हैं. नेहा ने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई जमा दो तक डीएवी स्कूल हमीरपुर और इसके बाद आईजीएमसी शिमला से एमबीबीएस और साइकेट्री में एमडी की पढ़ाई पीजीआई रोहतक से की है.
बतौर चिकित्सक उनकी पहली नियुक्ति मेडिकल कॉलेज चंबा में हुई थी, लेकिन नेहा भारतीय सेना में सेवाएं देना चाहती थीं. मेहनत के दम पर उन्होंने अपने सपने को पूरा कर दिखाया है. कमीशन पास कर अब नेहा भारतीय सेना में बतौर कैप्टन सेवाएं देंगी तथा उनकी पहली नियुक्ति मिलिट्री अस्पताल मेरठ में हुई है.
वहीं, जिला हमीरपुर निवासी डॉ. नेहा पुरी के भारतीय सेना में कैप्टन बनने पर मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने बधाई एवं शुभकामनाएं दीं हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि बेटी डॉ. नेहा पुरी ने भारतीय सेना में कैप्टन बनकर हिमाचल का नाम देशभर में रोशन किया है. उनकी ये सफलता अन्य युवाओं के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बनेगी.
वहीं, डॉक्टर नेहा पुरी के पिता राकेश पुरी तहसील कल्याण अधिकारी हमीरपुर के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं और माता कृष्णा पुरी हिम अकादमी पब्लिक स्कूल हमीरपुर में बतौर लाइब्रेरियन कार्यरत हैं. राकेश पुरी ने बताया कि, 'नेहा शुरू से ही पढ़ाई में काफी अव्वल थी और भारतीय सेना में सेवाएं देना चाहती थी. अपनी कड़ी मेहनत के चलते भारतीय सेना में शामिल हो गई हैं. नेहा की छोटी बहन अंजलि अधिवक्ता हैं और चाचा अरविंद पुरी भी सेना में कर्नल हैं.'
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