ETV Bharat / state

पच्छाद चुनावी मुद्दा : किसानों का नेताओं पर आरोप...नहीं हुआ समस्या का समाधान, सिर्फ वोट के लिए किया इस्तेमाल

पच्छाद के किसानों का कहना है कि उन्हें फसलों के उचित दाम नहीं मिलते. किसानों की समस्याओं के लिए नेता कुछ नहीं कर रहे. केवल वोट मांगने किसानों के पास आते है.

पच्छाद चुनावी मुद्दा : किसानों का नेताओं पर आरोप, कहा नहीं हुआ समस्या का समाधान केवल वोट के लिए किया इस्तेमाल
author img

By

Published : Oct 14, 2019, 9:43 AM IST

Updated : Oct 14, 2019, 11:22 AM IST

नाहन: पच्छाद विधानसभा क्षेत्र में उप चुनाव होने जा रहे हैं. ईटीवी भारत ने पच्छाद में लोगों की समस्याएं जानने के लिए ग्राउंड पर पहुंची और किसानों से बात की. किसानों ने ईटीवी भारत से कहा कि नेता केवल उनसे वोट मांगने के लिए आते हैं. उनकी समस्याएं आज भी जस की तस ही बनी हुई है.

किसानों का कहना है कि इस विधानसभा क्षेत्र के अधिकतर क्षेत्रों में न तो किसानों को सिंचाई की सुविधा मिल पा रही है और न ही पीने के लिए पानी. वहीं, जंगली जानवर विशेषकर बंदर फसलें तबाह कर रहे है. किसानों का आरोप है कि आज तक उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ है.

वहीं, आईपीएच मंत्री महेंद्र सिंह का भी कहना है कि पच्छाद में किसानों को सिंचाई की बेहद परेशानी उठानी पड़ रही है. पच्छाद क्षेत्र के अधिकतर किसान पहाड़ों से निकलने वाले प्राकृतिक झरनों पर ही निर्भर हैं. पहाड़ों से निकलने वाले पानी को पाइपों के माध्यम से अपने खेतों तक पहुंचा कर सिंचाई कर रहे हैं. खुद सरकार इस बात को मान रही है, लेकिन किसानों की सिंचाई की सुविधा के नाम पर आज तक केवल वोट की राजनीति होती आई है.

वीडियो

ईटीवी से बातचीत करते हुए पच्छाद की बजगा पंचायत के किसान मदन सिंह बताते हैं कि पहले गंगूराम मुसाफिर बाद में सुरेश कश्यप विधायक रहे, लेकिन किसी ने कुछ नहीं किया. उनके क्षेत्र में सबसे अधिक समस्या बंदरों की है, जिससे फसलों को बहुत ज्यादा नुकसान हो जाता है.

वहीं, पच्छाद के बनाह धिनी क्षेत्र के किसान प्रेम सिंह भी बताते हैं कि सिंचाई के लिए पानी की सुविधा नहीं है. उन्होंने कहा कि किसानों की समस्याएं ना तो विधायक सुनते हैं, न ही कोई दूसरा व्यक्ति.

पच्छाद के अन्य युवा किसान का कहना है कि उन्हें फसलों के उचित दाम नहीं मिलते. किसानों की समस्याओं के लिए नेता कुछ नहीं कर रहे. केवल वोट मांगने किसानों के पास आते है.

बता दें कि पच्छाद विधानसभा क्षेत्र सब्जी उत्पादन के लिए जाना जाता है और करीब 80% आबादी यहां कृषि पर ही निर्भर है, लेकिन बावजूद इसके लंबे समय से किसानों की समस्याओं पर किसी ने कुछ नहीं किया. चुनाव एक बार फिर है, तो दावे भी फिर से बड़े-बड़े किए जा रहे हैं.

नाहन: पच्छाद विधानसभा क्षेत्र में उप चुनाव होने जा रहे हैं. ईटीवी भारत ने पच्छाद में लोगों की समस्याएं जानने के लिए ग्राउंड पर पहुंची और किसानों से बात की. किसानों ने ईटीवी भारत से कहा कि नेता केवल उनसे वोट मांगने के लिए आते हैं. उनकी समस्याएं आज भी जस की तस ही बनी हुई है.

किसानों का कहना है कि इस विधानसभा क्षेत्र के अधिकतर क्षेत्रों में न तो किसानों को सिंचाई की सुविधा मिल पा रही है और न ही पीने के लिए पानी. वहीं, जंगली जानवर विशेषकर बंदर फसलें तबाह कर रहे है. किसानों का आरोप है कि आज तक उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ है.

वहीं, आईपीएच मंत्री महेंद्र सिंह का भी कहना है कि पच्छाद में किसानों को सिंचाई की बेहद परेशानी उठानी पड़ रही है. पच्छाद क्षेत्र के अधिकतर किसान पहाड़ों से निकलने वाले प्राकृतिक झरनों पर ही निर्भर हैं. पहाड़ों से निकलने वाले पानी को पाइपों के माध्यम से अपने खेतों तक पहुंचा कर सिंचाई कर रहे हैं. खुद सरकार इस बात को मान रही है, लेकिन किसानों की सिंचाई की सुविधा के नाम पर आज तक केवल वोट की राजनीति होती आई है.

वीडियो

ईटीवी से बातचीत करते हुए पच्छाद की बजगा पंचायत के किसान मदन सिंह बताते हैं कि पहले गंगूराम मुसाफिर बाद में सुरेश कश्यप विधायक रहे, लेकिन किसी ने कुछ नहीं किया. उनके क्षेत्र में सबसे अधिक समस्या बंदरों की है, जिससे फसलों को बहुत ज्यादा नुकसान हो जाता है.

वहीं, पच्छाद के बनाह धिनी क्षेत्र के किसान प्रेम सिंह भी बताते हैं कि सिंचाई के लिए पानी की सुविधा नहीं है. उन्होंने कहा कि किसानों की समस्याएं ना तो विधायक सुनते हैं, न ही कोई दूसरा व्यक्ति.

पच्छाद के अन्य युवा किसान का कहना है कि उन्हें फसलों के उचित दाम नहीं मिलते. किसानों की समस्याओं के लिए नेता कुछ नहीं कर रहे. केवल वोट मांगने किसानों के पास आते है.

बता दें कि पच्छाद विधानसभा क्षेत्र सब्जी उत्पादन के लिए जाना जाता है और करीब 80% आबादी यहां कृषि पर ही निर्भर है, लेकिन बावजूद इसके लंबे समय से किसानों की समस्याओं पर किसी ने कुछ नहीं किया. चुनाव एक बार फिर है, तो दावे भी फिर से बड़े-बड़े किए जा रहे हैं.

Intro:- किसानों को पेश आ रही कई समस्याएं, पर नेताओं ने आज तक ठगे किसान
- सिंचाई की सुविधा नहीं, पीने का पानी नहीं, सब्जी मंडियों का उचित इंतजाम नहीं
- लिंक रोड भी पड़े हैं कच्चे, सड़कों तक फसलें पहुंचाने में होती है परेशानी
- खुद आईपीएच मंत्री भी रहे मान किसानों को पेश आ रही सिंचाई की समस्या
- ईटीवी भारत ने पच्छाद के किसानों से जानी समस्याएं
- दोटूक बोले किसान- वोट के लिए केवल किया इस्तेमाल, नहीं किया किसी ने समस्याओं का समाधान
नाहन। पच्छाद विधानसभा क्षेत्र में उप चुनाव होने जा रहे हैं, लेकिन आज तक नेताओं व यहां से चुनकर जाने वाले जनप्रतिनिधियों ने किसानों का दर्द समझने का प्रयास नहीं किया। ईटीवी भारत ने पच्छाद में किसानों की समस्याओं को जाना, तो दो टूक शब्दों में किसानों ने कहा कि केवल उन्हें वोट के लिए इस्तेमाल किया गया, लेकिन उनकी समस्याएं आज भी जस की तस पड़ी है। इस विधानसभा क्षेत्र के अधिकतर क्षेत्रों में न तो किसानों को सिंचाई की सुविधा मिल पा रही है, न ही पीने के लिए पानी। जंगली जानवरों विशेषकर बंदर फसलें तबाह कर रहे है, आज तक समस्या का समाधान नहीं हुआ। फसलों के उचित दाम नहीं मिल रहे। लिंक रोड कच्चे पड़े हैं। खुद आईपीएच मंत्री महेंद्र सिंह भी मान रहे हैं कि पच्छाद में किसानों को सिंचाई की बेहद परेशानी उठानी पड़ रही है। ईटीवी से बातचीत करते हुए पच्छाद के किसानों ने खुलकर अपनी समस्याओं का जिक्र किया और नेताओं को खरी-खोटी सुनाई।



Body:पहाड़ों से निकलने वाले प्राकृतिक झरनों पर निर्भर अन्नदाता
पच्छाद क्षेत्र के अधिकतर किसान पहाड़ों से निकलने वाले प्राकृतिक झरनों पर ही निर्भर हैं। पहाड़ों से निकलने वाले पानी को पाइपों के माध्यम से अपने खेतों तक पहुंचा कर सिंचाई कर रहे हैं। खुद सरकार इस बात को मान रही है, लेकिन किसानों की सिंचाई की सुविधा के नाम पर आज तक केवल वोट की राजनीति होती आई है।
ईटीवी से बातचीत करते हुए पच्छाद की बजगा पंचायत के किसान मदन सिंह बताते हैं कि पहले गंगूराम मुसाफिर बाद में सुरेश कश्यप विधायक रहे, लेकिन किसी ने कुछ नहीं किया। उनके क्षेत्र में सबसे अधिक समस्या बंदरों की है, जिससे फसलों को बहुत ज्यादा नुकसान हो जाता है। तीसरे दिन पीने के पानी की सप्लाई होती है। सब्जी मंडी भी सराहां में पड़ती है। सुबह शाम केवल एक बस ही चलती है। लिहाज फसलें लाने की समस्या रहती है। सिंचाई की सुविधा भी नहीं है।
बाइट 1 : मदन सिंह, किसान बजगा पंचायत पच्छाद

वही पच्छाद के बनाह धिनी क्षेत्र के किसान प्रेम सिंह भी बताते हैं कि सिंचाई के लिए पानी की सुविधा नहीं है। वही दिन को बंदरों व रात को जंगली सूअर फसलों को तबाह कर रहे हैं। रोड की हालत भी खराब है। सब्जी मंडी भी खस्ताहाल। किसान प्रेम सिंह ने सीधे शब्दों में कहा कि किसानों की समस्याएं ना तो विधायक सुनते हैं, न कोई और। हम इस बार ऐसा विधायक चाहते हैं, जो काम करें। उनके गांव की 1 किलोमीटर की सड़क को ही कई साल हो गए बने हुए, लेकिन आज तक पक्की नहीं हुई। खुद ही सड़क की मरम्मत करवानी पड़ती है।
बाइट 2 : प्रेम सिंह, किसान बनाह धिनी पच्छाद

पच्छाद के अन्य युवा किसान का कहना है कि फसलों के उचित दाम नहीं मिलते। स्थानीय सब्जी मंडी में फसलों के वह दाम नहीं मिलते, जो भारी राज्यों की मंडियों में मिलते हैं। सराहां सब्जी मंडी में बाहर से व्यापारियों के आने की बात कही गई थी, लेकिन कुछ नहीं बना। सड़कों की हालत बेहद खराब है। किसानों की समस्याओं के लिए नेता कुछ नहीं कर रहे। केवल वोट के लिए किसानों की याद आती है। इन तीनों चुनाव के लिए नेता खस्ताहाल सड़कों से अपने वाहनों में जाने की बजाय टैक्सी में जाते हैं, क्योंकि इन्हें पता है कि उनकी गाड़ियों को नुकसान होगा। कोई किसानों के लिए कुछ नहीं कर रहा।
बाइट 3 : युवा किसान, सराहां पच्छाद

उधर आईपीएच मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर को भी सुने, जो पच्छाद में एक चुनावी जनसभा के दौरान किसानों की सिंचाई और पीने की समस्याओं को मान रहे हैं। मंत्री खुद कह रहे हैं कि पच्छाद का किसान बेहद मेहनतकश है और सिंचाई के लिए खुद ही पाइपें लगा कर खेतों तक पानी पहुंचा रहा है। पच्छाद में सिंचाई की बड़ी परेशानी है।
बाइट 4 : महेंद्र सिंह ठाकुर, आईपीएच मंत्री


Conclusion:बता दें कि पच्छाद विधानसभा क्षेत्र सब्जी उत्पादन के लिए जाना जाता है और करीब 80% आबादी यहां कृषि पर ही निर्भर है, लेकिन बावजूद इसके लंबे समय से किसानों की समस्याओं पर किसी ने कुछ नहीं किया। चुनाव एक बार फिर है, तो दावे भी फिर से बड़े-बड़े किए जा रहे हैं। अब देखना यह हुआ कि इस उपचुनाव में चुनकर जाने वाले विधायक किसानों की समस्याओं का समाधान करते हैं या फिर पहले वाले विधायकों की तरह ही केवल और केवल राजनीति।
Last Updated : Oct 14, 2019, 11:22 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.